विविधा महात्मा गाँधी अभी जीवित हैं

महात्मा गाँधी अभी जीवित हैं

-डॉ. सी.पी. राय आज से ६२ वर्ष पूर्व महात्मा गाँधी की महज शारीरिक हत्या कर दी गयी, लेकिन बापू मरे नहीं। अपने विचारों और आदर्शों…

Read more
धर्म-अध्यात्म हर युग में राम की जय…

हर युग में राम की जय…

-अमल कुमार श्रीवास्तव सत्य की हर युग में जीत होती है 30 सितम्बर 2010 को इलहाबाद हाइकोर्ट द्वारा अयोध्या मामले पर आने वाले फैसले ने…

Read more
व्यंग्य Default Post Thumbnail

इनका दर्द भी समझें

-विजय कुमार मेरे पड़ोस में मियां फुल्लन धोबी और मियां झुल्लन भड़भूजे वर्षों से रहते हैं। लोग उन्हें फूला और झूला मियां कहते हैं। 1947…

Read more
राजनीति Default Post Thumbnail

फिर दाढ़ी में हाथ

-विजय कुमार जम्मू-कश्मीर में गत 20 सितम्बर को सांसदों का जो सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल गया था, उसके कुछ सदस्यों ने उन्हीं भूलों को दोहराया है, जिससे…

Read more
विविधा वर्तमान दौर में गांधी दर्शन की प्रासंगिकता

वर्तमान दौर में गांधी दर्शन की प्रासंगिकता

-तनवीर जाफ़री वैश्विक स्तर पर व्याप्त हिंसा, मतभेद, बेरोजगारी, महंगाई तथा तनावपूर्ण वातावरण में आज बार-बार यह प्रश्न उठाया जा रहा है कि गांधी के…

Read more
राजनीति महात्‍मा गांधी-शांति के नायक

महात्‍मा गांधी-शांति के नायक

-नरेन्‍द्र देव 2 अक्‍टूबर का दिन कृतज्ञ राष्‍ट्र के लिए राष्‍ट्रपिता की शिक्षाओं को स्‍मरण करने का एक और अवसर उपलब्‍ध कराता है। भारतीय राजनीतिक…

Read more
धर्म-अध्यात्म महात्मा गांधी की दृष्टि में धर्मांतरण

महात्मा गांधी की दृष्टि में धर्मांतरण

-समन्वय नंद धर्मांतरण का क्या अर्थ है। क्या यह केवल किसी व्यक्ति उपासना पद्धति बदलने को धर्मांतरण कहते हैं। क्या केवल यह इतना तक सीमित…

Read more
समाज अयोध्या में भारत जीत गया

अयोध्या में भारत जीत गया

-डॉ0 कुलदीप चंद अग्निहोत्री 30 सितम्बर 2010 को अयोध्या में राम जन्म स्थान को लेकर हुए विवाद का अतं हो गया। इलाहबाद उच्च न्यायालय ने…

Read more
समाज लखनऊ बैंच का फैसला और संघ परिवार का पैराडाइम शिफ्ट

लखनऊ बैंच का फैसला और संघ परिवार का पैराडाइम शिफ्ट

-जगदीश्‍वर चतुर्वेदी इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बैंच ने जब फैसला सुनाया तो उसके पहले उसने सभी पक्षों के वकीलों को यह आदेश दिया था कि…

Read more
विविधा बदनाम होने के बाद भी नाचते ये दबंग मुन्ने

बदनाम होने के बाद भी नाचते ये दबंग मुन्ने

-पंकज झा क्या आपने वालीवुड की दबंग दुनिया से बाहर कभी ‘बदनाम’ होने के बाद भी नाचते किसी मुन्नी को देखा है? अगर नहीं तो…

Read more
समाज अदालत का फैसला और मेढकों की टर्र-टर्र

अदालत का फैसला और मेढकों की टर्र-टर्र

-आवेश तिवारी बारिश हुई और जैसी उम्मीद थी मेढक निकले और टर्र-टर्र करने लगे, अगर इन मेढकों कि मानें तो अदालती फैसला भी समय और…

Read more
विश्ववार्ता अरब में ‘मुसलमान’ की जान की ‘क़ीमत’ ज़्यादा

अरब में ‘मुसलमान’ की जान की ‘क़ीमत’ ज़्यादा

-फ़िरदौस ख़ान रोज़ी-रोटी की तलाश में खाड़ी देशों में जाने वाले कामगारों के साथ मज़हब के आधार पर भेदभाव किया जाता है, जो कि मानवाधिकार…

Read more