विविधा हाशिम फिर निकले लिए ‘लुकाठा’ हाथ

हाशिम फिर निकले लिए ‘लुकाठा’ हाथ

-वीरेन्द्र सेंगर हाशिम अंसारी ९० वसंत देख चुके हैं| साठ साल तक अनवरत मुकदमा लड़ते-लड़ते वे कभी नहीं थके। उन्होंने वह मंजर भी देखा है,…

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प्रवक्ता न्यूज़ स्त्री संस्कृति का जादुई संसार

स्त्री संस्कृति का जादुई संसार

-जगदीश्‍वर चतुर्वेदी हजारों सालों बाद आज भी औरत एक पहेली बनी हुई है। उसका शरीर, आचार, विचार, संभोग, जादू-टोना, प्रेम आदि सभी के बारे में…

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समाज जब मुस्लिम वालिद को मिली थी हिन्दू बेटी

जब मुस्लिम वालिद को मिली थी हिन्दू बेटी

-फ़िरदौस ख़ान मज़हब के नाम पर जहां लोग एक-दूसरे के ख़ून के प्यासे रहते हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो सिर्फ़ इंसानियत को…

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परिचर्चा राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ और सिमी में कोई फर्क नहीं : राहुल गांधी

राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ और सिमी में कोई फर्क नहीं : राहुल गांधी

भोपाल। कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने आज राष्ष्ट्रीय स्वसेवक संघ (आरएसएस) के खिलाफ खुला मोर्चा खोलते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और प्रतिबंधित संगठन…

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धर्म-अध्यात्म यह आस्था बनाम कानून नहीं, यह कानून द्वारा आस्था का अनुमोदन है

यह आस्था बनाम कानून नहीं, यह कानून द्वारा आस्था का अनुमोदन है

-लालकृष्‍ण आडवाणी मैंने अपने जीवन के शुरु के बीस वर्ष कराची में बिताए। इस दौरान मैं दो ही भाषाओं को जानता था एक मेरी मातृभाषा…

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धर्म-अध्यात्म डा. डेविड फ्रॉले उर्फ वामदेव शास्त्री

डा. डेविड फ्रॉले उर्फ वामदेव शास्त्री

-लालकृष्‍ण आडवाणी गत् सप्ताह मुझे योग और आयुर्वेद के विशेषज्ञ एक महान वैदिक विद्वान जो वर्तमान में न्यू मैक्सिको के सांटा फे स्थित अमेरिकन इंस्टीटयूट…

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विश्ववार्ता अयोध्या और पाकिस्तान

अयोध्या और पाकिस्तान

-हामिद मीर, इस्लामाबाद से बाबरी मस्ज़िद विवाद के मामले में इलाहाबाद उच्च न्यायालय द्वारा दिये गये फैसले पर किसी पाकिस्तानी मुसलमान के लिये निष्पक्ष टिप्पणी…

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राजनीति साठ वर्ष के भटकाव का अन्त

साठ वर्ष के भटकाव का अन्त

-देवेन्द्र स्वरूप सितम्बर (बृहस्पति-वार) 2010 को भारत के इतिहास में एक युगान्तर कारी तिथि के रूप में स्मरण किया जाएगा। लगभग पांच सौ साल तक…

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राजनीति कितने औचक होते हैं युवराज के अचानक रात्रि विश्राम!

कितने औचक होते हैं युवराज के अचानक रात्रि विश्राम!

-लिमटी खरे दलित आदिवासियों के बीच रात बिताकर मीडिया की सुर्खियां बटोरने वाले कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी के अचानक दलित बस्तियों में जाने की…

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राजनीति ये है दिल्ली मेरी जान

ये है दिल्ली मेरी जान

-लिमटी खरे क्या गांधी परिवार में पिघल सकेगी नफरत की बर्फ! नेहरू गांधी परिवार में मोती लाल, जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी के बाद वाली…

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पुस्तक समीक्षा कबीर की आंखें और आलोचना की रपटन

कबीर की आंखें और आलोचना की रपटन

-जगदीश्‍वर चतुर्वेदी कबीर पर पुरूषोत्तम अग्रवाल की किताब ‘अकथ कहानी प्रेम कीः कबीर की कविता और उनका समय’ (2009)निस्संदेह सुंदर किताब है। इस किताब में…

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कविता:उस शहर का मौसम कैसे सुहाना लगे

उस शहर का मौसम कैसे सुहाना लगे, बारिश समय पर न हो, उगती फसल बर्बाद होने लगे, बढ रहे कंकरीट के जंगल वहां, फिर मौसम…

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