समाज त्‍वरित टिप्‍पणी: है राम के वजूद पे हिन्दोस्तां को नाज़

त्‍वरित टिप्‍पणी: है राम के वजूद पे हिन्दोस्तां को नाज़

-फ़िरदौस ख़ान है राम के वजूद पे हिन्दोस्तां को नाज़ अहल-ए-नज़र समझते हैं इस को इमाम-ए-हिन्द लबरेज़ है शराब-ए-हक़ीक़त से जाम-ए-हिन्द सब फ़सलसफ़ी हैं ख़ित्त-ए-मग़रिब…

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समाज रामजन्‍मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद: ना तुम हारे ना हम जीते

रामजन्‍मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद: ना तुम हारे ना हम जीते

-पंकज झा राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद पर आया फैसला यूं तो इस मामले का पटाक्षेप नहीं है. एक पक्ष के वकील के अनुसार तीनों…

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विविधा जहां राम लला की प्रतिमा विराजमान है, वह जमीन हिंदुओं को मंदिर के लिए दिया जाए: इलाहाबाद उच्‍च न्‍यायालय का ऐतिहासिक फैसला

जहां राम लला की प्रतिमा विराजमान है, वह जमीन हिंदुओं को मंदिर के लिए दिया जाए: इलाहाबाद उच्‍च न्‍यायालय का ऐतिहासिक फैसला

लखनऊ। इलाहाबाद उच्‍च न्‍यायालय के लखनऊ बेंच ने बाबरी मस्जिद रामजन्मभूमि पर ऐतिहासिक फैसला देते हुए कहा है कि विवादित जमीन को तीन हिस्सों में…

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धर्म-अध्यात्म Default Post Thumbnail

भारत की आत्मा है हिन्दू-मुस्लिम सांस्कृतिक एकता

‘साझा संस्कृति’ का एक प्रमुख तत्व है- ‘हिंदू-मुस्लिम सद्भाव’ तथा संस्कृति में हिंदू-मुस्लिम संस्कृतियों का एक-दूसरे में घुल-मिल जाना और इसी आत्मसातीकरण की दुहरी प्रक्रिया…

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राजनीति अचानक सभी को “न्यायालय के सम्मान”(?) की चिंता क्यों सताने लगी है?…

अचानक सभी को “न्यायालय के सम्मान”(?) की चिंता क्यों सताने लगी है?…

-सुरेश चिपलूनकर पिछले एक-दो महीने से सभी लोगों ने तमाम चैनलों के एंकरों को गला फ़ाड़ते, पैनलिस्ट बने बैठे फ़र्जी बुद्धिजीवियों को बकबकाते और अखबारों के…

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विविधा अफ़वाहें… जंगल में आग की तरह फैलती हैं…

अफ़वाहें… जंगल में आग की तरह फैलती हैं…

-फ़िरदौस ख़ान अफ़वाहें… जंगल में आग की तरह फैलती हैं… मौजूदा वक़्त की नज़ाकत को देखते हुए इससे बचकर रहना बेहद ज़रूरी है…क्योंकि अफ़वाहें और…

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राजनीति बाबरी मसजिद प्रकरण- सांप्रदायिक विचारधारा ने असत्‍य का साथ थामा

बाबरी मसजिद प्रकरण- सांप्रदायिक विचारधारा ने असत्‍य का साथ थामा

-जगदीश्‍वर चतुर्वेदी बाबरी मस्जिद प्रकरण में उपजी सांप्रदायिक विचारधारा ने जहां एक ओर कानून एवं संविधान को अस्वीकार किया, दूसरी ओर, इतिहास का विद्रूपीकरण किया।…

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विविधा बाबरी मसजिद प्रकरण- अब साठ साल बाद सुप्रीम कोर्ट क्या करेगा ?

बाबरी मसजिद प्रकरण- अब साठ साल बाद सुप्रीम कोर्ट क्या करेगा ?

-जगदीश्‍वर चतुर्वेदी अब साठ साल बाद अचानक हमारे देश के सर्वोच्च न्यायालय को लगा है कि बाबरी मसजिद विवाद का कोई सर्वमान्य हल निकाल लिया…

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राजनीति दोस्तों से वफ़ा की उम्मीदें, किस ज़माने के आदमी तुम हो……!

दोस्तों से वफ़ा की उम्मीदें, किस ज़माने के आदमी तुम हो……!

छत्तीसगढ़ बंधक प्रकरण और राष्ट्रीय मीडिया – पंकज झा. रायपुर से कोलकाता के लिए एक सेमीनार में शामिल होने कुछ पत्रकार मित्रों के साथ जा…

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आर्थिकी दीनदयाल उपाध्याय चिन्तन की प्रासंगिकता

दीनदयाल उपाध्याय चिन्तन की प्रासंगिकता

-डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री दीनदयाल उपाध्याय जी राष्‍ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक थे। 1950 में जब भारतीय जनसंघ का गठन हुआ तो वे जनसंघ का…

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आदमी और बन्दर : संस्कृति का अन्तर

मनुपैन्ज़ी होते यदि हम वृद्ध न होते. -विश्वमोहन तिवारी, एयर वाइस मार्शल (से.नि) बुढ़ापा अर्थात् बीमारियां, अस्वस्थता, कमजोरी, कष्ट तथा दुख! बुढ़ापे का कारण है…

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खेत-खलिहान विविधतापूर्ण खेती से कम हो सकती है मंहगाई

विविधतापूर्ण खेती से कम हो सकती है मंहगाई

-सतीश सिंह सुशासन बाबू के नाम से विख्यात बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा के हिलसा प्रखंड के गांवों में आजकल पारंपरिक…

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