
तीन दिन में सिमटी राष्ट्रभक्ति
Updated: December 25, 2011
कितने जतन के बाद भारत देश में 15 अगस्त 1947 को आजादी का सूर्योदय हुआ था। देश को आजाद कराने, न जाने कितने मतवालों ने…
Read more
राजनीति में धर्म की उपयोगिता ?
Updated: December 25, 2011
धर्म, मानव समाज द्वारा अपनाई जाने वाली एक अत्यंत महत्वपूर्ण विषय वस्तु का नाम है। धर्म की अलग-अलग परिभाषाएं भी हमारे पूर्वजों द्वारा गढ़ी गई…
Read more
मत आना लौट कर
Updated: December 25, 2011
मत आना इस धरा पर तुम लौट कर, इस विश्वास के साथ कि तुम्हारे तीनों साथी अब भी बैठे होंगे, कान आंख और मुंह बंद…
Read more
नक्सलवाद/ डॉ. रमन आप इतिहास के मुहाने पर खड़े हैं!
Updated: December 25, 2011
डॉ. सिंह, सर्वप्रथम नक्सल मामलों की विभीषिका से केन्द्रीय गृह मंत्री को अवगत करवा पाने की सफलता के लिए प्रशासन का मुखिया होने के नाते…
Read more
झूठ को स्वीकार्य नहीं है बिहार का सच
Updated: December 25, 2011
श्री प्रदीप श्रीवास्तव की रपट ”झूठ की परतों में छिपा बिहार का सच” 23 जनवरी को जनसत्ता के मुख्य पृष्ठ पर प्रकाशित हुआ था। श्री…
Read more
नवीन हरित क्रांति की संभावनाएं एवं आवश्यकता
Updated: December 25, 2011
भारत को एक कृषि प्रधान देश माना जाता है एवं काफी लंबे समय से यह कहा जाता है कि इस देश की 70 प्रतिशत आबादी…
Read more
अधर में लटके अमर
Updated: December 25, 2011
समाजवादी पार्टी में अमर सिंह का अमरत्व लगभग खत्म हो गया है। हां, अभी पूरा अध्याय खत्म नहीं हुआ है, क्योंकि अमर सिंह द्वारा सभी…
Read more
कविता: जंगल का ‘गणतन्त्र’
Updated: December 25, 2011
लेखक एवं पत्रकार राकेश उपाध्याय स्फुट कविताएं भी लिखते रहते हैं। उनकी कविताएं पूर्व में प्रवक्ता वेब पर प्रकाशित हो चुकी हैं। प्रवक्ता के लिए…
Read more
कांग्रेस का देशवासियों को नायाब तोहफा
Updated: December 25, 2011
15 अगस्त 1947 को भारत देश को पराधीनता से मुक्ति मिली। इसके बाद 26 जनवरी 1950 को भारण गणराज्य के गणतंत्र की स्थापना हुई। भारत…
Read more
गुरुकुल कांगडी विश्वविद्यालय को बंद करने की साजिश
Updated: December 25, 2011
कपिल सिब्बल के मंत्रालय ने सर्वोच्च न्यायालय में कुछ ऐसे शिक्षा संस्थानों की सूची प्रस्तुत की है। जिनकी मान्यता रद्द की जानी चाहिए। इन शिक्षण…
Read more
कहां ले जा रहा है इलेक्ट्रानिक मीडिया समाज को!
Updated: December 25, 2011
दोपहर, देर रात और सुबह सवेरे अगर आपने अपना बुद्धू बॉक्स खोलें तो आपको स्वयंभू भविष्यवक्ता अंक ज्योतिषी और ना ना प्रकार के रत्न, गंडे,…
Read more
हम और हमारा गणतंत्र
Updated: December 25, 2011
मरते मिटते रहते कई दंगों में, मरना हो तो वतन पे मरो वतन की मौत बड़ी रंगीन होती है… पैरों से ना रौंदों माथे से…
Read more