राजनीति निराशा भाव से भरे इस इतिहास को जला दो July 22, 2020 / July 22, 2020 by राकेश कुमार आर्य | 2 Comments on निराशा भाव से भरे इस इतिहास को जला दो शाहजहां और औरंगजेब के काल में जिस पश्चिम (यूरोपियन देशों के लोग ) से भारत पर नए आक्रमण की तैयारियां प्रारंभ होने लगी थी , भारत अब उनसे जूझने की तैयारियां करने लगा था। मुगल बादशाहों ने इन विदेशी लोगों की हिंदुओं के साथ क्रूरता के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की । समकालीन इतिहास का […] Read more » इतिहास ईसाई मिशनरी हिंदुओं का धर्मांतरण शाहजहां और औरंगजेब
राजनीति समाज नये भारत के सुखद संकेत July 28, 2018 / July 28, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग कोई भी राष्ट्र या समाज स्वयं नहीं बोलता, वह सदैव अपनी प्रबुद्ध प्रतिभाओं की क्षमता, साहस, योग्यता एवं विलक्षणता के माध्यम से बोलता है। बोलना, मात्र मुंह खोलना नहीं होता। बोलना यानि अपने राष्ट्र के मस्तक को ऊंचा करना है, सम्मानित करना है। जिस राष्ट्र, समाज, समूह या वर्ग का प्रबुद्ध तबका जागरूक […] Read more » ”मेरा भारत महान्“ Featured इतिहास नये भारत के सुखद संकेत नोबेल पुरस्कार प्रकृति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रचनात्मकता राष्ट्र या समाज वांगचुक और डॉ. वटवाणी श्रद्धा पुनर्वास फाउंडेशन संस्कृति और शिक्षा साहसिकता
समाज संकट जीवन को गढ़ते हैं June 5, 2018 / June 5, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग संकट जीवन का सहचर है, वह सबके साथ चलता है। लेकिन आदमी संकट के नाम से ही घबड़ाता है। संकट का आभास होते ही वह उससे बचने के उपाय करने लगता है। लेकिन संसार में शायद ही ऐसे व्यक्ति का जन्म हुआ हो जिसने संकटों का सामना न किया हो। संकट तो जीवंत […] Read more » Featured इतिहास खुशी या उदासी गढ़ते हैं शक्ति का जागरण संकट जीवन
राजनीति क्या हैं सलमान खुर्शीद के बयानों के मायने ?? April 27, 2018 by विनोद विधुरी | 1 Comment on क्या हैं सलमान खुर्शीद के बयानों के मायने ?? विनोद विधुरी अपने दामन पर मुसलमानों के खून के धब्बे होने की बात कहकर सलमान खुर्शीद ने कांग्रेस समेत भारत के राजनीति में हड़कंप मचा दिया है, लेकिन अगर इस बयान को गौर से देखा जाय तो इसमें राजनीति कम और दर्द ज़्यादा नज़र आता है। सलमान खुर्शीद देश के वरिष्ठ वक़ील होने के साथ-साथ […] Read more » 5000 दंगों Featured इतिहास मुसलमानों राजनैतिक वक्ता सलामन खुर्शीद
समाज साहित्य साहित्य समाज का दर्पण है April 9, 2018 by आर के रस्तोगी | 2 Comments on साहित्य समाज का दर्पण है आर के रस्तोगी “साहित्य समाज का दर्पण है” वो कैसे ?जिस तरह से आप दर्पण या शीशे (Miror) में अपने आप को देखते हो या निहारते हो तो आप उसी तरह से दिखाई देते हो जैसे आप हो| ठीक उसी तरह से साहित्य भी ऐसे देखने को मिलेगा जैसा समाज है क्योकि कोई लेखक या […] Read more » "कफ़न" "निर्मला" "मंगल सूत्र" Featured इतिहास गोदान दर्पण समाज साहित्य
राजनीति इतिहास का पुनर्लेखन और योगी सरकार November 29, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य   भारत के ऐतिहासिक स्थल आगरा के ताजहमल के निर्माण को लेकर एक बार फिर विवाद उठा है। भाजपा के फायर ब्रांड विधायक संगीत सोम का कहना है कि ताजमहल हमारी गुलामी का प्रतीक है तो असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि यदि ताजमहल गुलामी का प्रतीक है तो यह लालकिला […] Read more » Featured TajMahal Yogi Adityanath इतिहास इतिहास पुनर्लेखन योगी सरकार
विविधा इतिहास साक्षी है भारत ने हमेशा बचाव में ही हथियार उठाये हैं। October 1, 2016 by श्रीराम तिवारी | Leave a Comment अपनों द्वारा बार-बार 'ठगे'जाने के वावजूद संयुक्त परिवार की उपादेयता पर मुझे बड़ा अभिमान है ,पांच हजार साल से जिस कौम में ,जिस कुल में भगवद्गीता के बहाने 'महाभारत' पढ़ाया जाता रहा हो , उस कुल के तमाम कुलदीपक पार्थ या पार्थसारथी भले ही न बन सके हों ,किन्तु 'कौरव-कुलांगार' बनने में कहीं कोई चूक नहीं हुई। Read more » इतिहास भारत ने हमेशा बचाव में ही हथियार उठाये हैं।
लेख साहित्य कोशल का बौद्ध कालीन नगरक निगम इतिहास एवं पुरातात्विक प्रमाण March 28, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा.राधेश्याम द्विवेदी परिचय एवं अवस्थिति:- नगरक निगम,नगर बाजार,नगर खास, कपिल नगर एवं औरंगाबाद नगर आदि विविध नामों से पुकारा जाने वाला यह ग्राम पंचायत बस्ती जिले व मण्डल की दूसरी सबसे बड़ी ग्राम पंचायत है। जिले व मण्डल की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत इसी तहसील तथा पुराने राज्य क्षेत्र का अंश गनेशपुर है। नगर खास […] Read more » Featured इतिहास कोशल का बौद्ध कालीन नगरक निगम पुरातात्विक प्रमाण बौद्ध कालीन नगरक निगम
राजनीति समाज भारतीय दर्शन, इतिहास,पुराण ,मिथ या वाङ्ग्मय- सभी में गौ माँस का निषेध है ! October 12, 2015 by श्रीराम तिवारी | Leave a Comment बिहार विधान सभा चुनाव् प्रचार में व्यस्त सभी पूँजीवादी पार्टियों का ‘अभद्र’ नेतत्व लगभग अपनी नंगई पर उत्तर आया । खेद की बात है कि बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन के बदजुबान नेताओं के ‘बंदरिया नाच ‘ पर उनके अंध समर्थक तमाशबीनों की तरह फोकट में तालियाँ बजाते रहे । इन दम्भी और असत्याचरणी नेताओं का […] Read more » Featured इतिहास गौ माँस का निषेध पुराण भारतीय दर्शन मिथ या वाङ्ग्मय- सभी में गौ माँस का निषेध है !
राजनीति आज भी इतिहास की गोद मे बैठा है बिहार..! May 30, 2015 / May 30, 2015 by कन्हैया कुमार झा | Leave a Comment आज भी इतिहास की गोद मे बैठा है बिहार..! जब भी बिहार की बात की जाती है इसके ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को इससे अलग नही किया जाता है,यह दुहाई दी जाती है कि बिहार शुरू से ही एक संपन्न राज्य रहा है, यहाँ अशोक जैसे महान राजा हुए हैं,, गौतम बुद्ध जैसे महात्मा ने इसी भूमि […] Read more » Article about bihar आज भी इतिहास की गोद मे बैठा है बिहार..!: बिहार इतिहास नीतीश बिहार के बारे मे लेख लालू
महत्वपूर्ण लेख विविधा हिंदी लेखन, विचारधारा और इतिहास बोध December 16, 2011 / February 27, 2012 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on हिंदी लेखन, विचारधारा और इतिहास बोध सत्यमित्र दुबे 1 पिछले दो तीन दशकों के हिंदी लेखन पर नजर दौड़ाने से यह बात स्पष्ट होती है कि इसमें पक्षधरता, विचारधारा, इतिहास बोध, कलावाद बनाम जनवाद, व्यक्ति बनाम वर्ग अथवा समाज का सवाल प्रचुर मात्रा में उठाया गया है। पश्चिम के कुछ लेखकों ने जब से इतिहास के अंत, विचारधारा के अंत और […] Read more » hindi history ideology इतिहास विचारधारा हिंदी
राजनीति इतिहास से भी सबक नहीं लेते…. – पंकज झा. September 5, 2010 / December 22, 2011 by पंकज झा | 11 Comments on इतिहास से भी सबक नहीं लेते…. – पंकज झा. इस धर्मप्राण देश में ऐसी घटनाएं होती रहती है कि सहसा ही इश्वर पर भरोसा करने का मन हो जाए. कभी किसी सकारात्मक तो बहुधा नकारात्मक कारणों से. खास कर जब भी आप देश के कर्णधार नेताओं के बारे में सोचेंगे तो ज़रूर भरोसा दुगना हो जाएगा कि वास्तव में भगवान नाम की कोई ताकत […] Read more » history इतिहास