महिला-जगत लेख नारी कब तक बेचारगी का जीवन जीयेगी? September 20, 2021 / September 20, 2021 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग-हम तालिबान-अफगानिस्तान में बच्चियों एवं महिलाओं पर हो रही क्रूरता, बर्बरता शोषण की चर्चाओं में मशगूल दिखाई देते हैं लेकिन भारत में आए दिन नाबालिग बच्चियों से लेकर वृद्ध महिलाओं तक से होने वाली छेड़छाड़, बलात्कार, हिंसा की घटनाएं पर क्यों मौन साध लेते हैं? इस देश में जहां नवरात्र में कन्या पूजन किया […] Read more » How long will the woman live a life of helplessness? नारी बेचारगी का जीवन जीयेगी
कविता नारी October 7, 2020 / October 7, 2020 by डॉ. ज्योति सिडाना | Leave a Comment उठो, जागो और लड़ोखुद के आत्मसम्मान के लिएखुद के अस्तित्व के लिए।सुना है न, भगवान भीउनकी मदद करता हैजो अपनी मदद खुद करते है।तो फिर इंतजार क्योंकिसी और से उम्मीद क्योंबहुत बनी तू सीता, द्रोपदीनिरीह बना तुझे लाज सौप दीजब चाहा प्यार कर लियाजब चाहा तलवार घोंप दी।कठुआ, दिल्ली, उन्नाव, हाथरसबहुत हुआ ये चीत्कार बसरूक […] Read more » poem on women नारी
कविता आरक्षण या सरक्षण April 13, 2018 / April 13, 2018 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment नारी ने नर को जन्म दिया नर ने उस को बाजार दिया जब चाहा उसका रेप किया जब चाहा उसको मार दिया ये नेता नहीं,नारी पिशाच है जो नारी का शोषण करते है अपनी काम वासना पूरी कर पिता को जेल भिजवाते है ये कैसी हमारी पुलिस व्यवस्था है जहाँ नेताओ को संरक्षण मिलता है […] Read more » Featured आरक्षण चीफ मिनिस्टर नारी नारी पिशाच रेप
समाज नारी पूजनीय तो अत्याचार क्यों? March 8, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग- विश्व महिला दिवस महिलाओं के अस्तित्व एवं अस्मिता से जुड़ा एक ऐसा दिवस है जो नारी शक्ति की सार्थक अभिव्यक्ति देता है। इसमें जहां नारी की अनगिनत जिम्मेदारियों के सूत्र गुम्फित हैं, वही नारी पर घेरा डालकर बैठे खतरों एवं उसे दोयम दर्जा समझे जाने की मानसिकता को झकझोरने के प्रयास भी सम्मिलित […] Read more » Featured mahila diwas नारी
महिला-जगत समाज क्या कभी नारी को गुस्सा आया है December 14, 2017 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment आज से पांच साल पहले 16 दिसंबर 2012 को जब राजधानी दिल्ली की सड़कों पर दिल दहला देने वाला निर्भया काण्ड हुआ था तो पूरा देश बहुत गुस्से में था । अभी हाल ही में हरियाणा के हिसार में एक पाँच साल की बच्ची के साथ निर्भया कांड जैसी ही बरबरता की गई, देश एक […] Read more » गुस्सा नारी नारी को गुस्सा
महिला-जगत समाज नारी तुम केवल श्रद्धा हो…? February 1, 2017 by अनिल अनूप | Leave a Comment -अनिल अनूप नारी के सम्बन्ध में मनु का कथन ”पितारक्षति कौमारे……….न स्त्री स्वातंन्न्यम् अर्हति।” वहीं पर उनका कथन ”यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता”, भी दृष्टव्य है वस्तुतः यह समस्या प्राचीनकाल से रही है। इसमें धर्म, संस्कृति साहित्य, परम्परा, रीतिरिवाज और शास्त्र को कारण माना गया है। भारतीय दृष्टि से इस पर विचार करने की […] Read more » नारी
धर्म-अध्यात्म नारी के पति के प्रति व्रत व कर्तव्य विषयक ईश्वर की वेदाज्ञा October 22, 2016 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment वेदों व वैदिक साहित्य में किन्हीं विशेष तिथियों पर भूखे रह कर व्रत व उपवास करने का विधान नहीं पाया जाता। न तो ईश्वर न अन्य कोई ऐसा चेतन व जड़ देवता है जिसे व्रत व उपवास अर्थात् दिन में एक बार भोजन न कर प्रसन्न किया जा सकता हो। व्रत कहते हैं किसी बड़े कार्य को सम्पन्न करने के लिए संकल्प को धारण करने के लिए जिससे वह संकल्प रात दिन हमारा मार्ग प्रशस्त करता रहे और वह संकल्पित कार्य शीघ्र पूरा हो सके। Read more » नारी नारी के पति के प्रति व्रत
कविता साहित्य नारी March 6, 2016 by शकुन्तला बहादुर | 3 Comments on नारी हरिश्चन्द्र से पति के हाथों,बिकी शैव्या थी सतयुग में । निर्वासित हुई श्री राम के द्वारा , सीता त्रेता युग में ।। छला इन्द्र ने और अहिल्या,शापित हुई निज पति के द्वारा । दमयन्ती भी त्यक्त हुई थी , द्यूतपराजित नल के द्वारा ।। पंचपती न बचा सके थे, लाज द्रौपदी की द्वापर में । […] Read more » नारी
जन-जागरण पर्व - त्यौहार महिला,नारी या अबला ? December 31, 2015 / December 31, 2015 by डॉ. मधुसूदन | 1 Comment on महिला,नारी या अबला ? डॉ. मधुसूदन (एक) प्रवेश: बहुतों को, विशेषकर कुछ सुसंस्कृत सुशिक्षित महिलाओं को भी, अबला शब्द को लेकर प्रश्न सताता है; कि, हमें अबला क्यों कहा जाता है? इसका उत्तर सही संदर्भ में, समझने के लिए, कम से कम *अबला* शब्द के साथ *महिला* शब्द को भी जानना होगा। सद्भाग्य से निरुक्त के आधारपर (Authentic) अधिकृत […] Read more » Featured अबला नारी नारी या अबला ? महिला
महिला-जगत नारी का सम्मान July 14, 2014 / July 14, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -दीपक तिवारी- ‘यस्य पूज्यंते नार्यस्तु तत्र रमंते देवता:” अर्थात् जहां नारी की पूजा होती है वहां देवताओं का निवास होता है। कहने को तो यह भारतीय संस्कृति की एक प्रगाढ़ मान्यता है, लेकिन वर्तमान समय में संस्कृत के इस श्लोक का चरितार्थ होता नहीं दिख रहा है। वरन् ठीक इसके विपरित आज भारतीय समाज में […] Read more » नारी नारी का सम्मान महिला सम्मान
विविधा क्या लड़की कोई वस्तु है ? May 21, 2014 / May 21, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -लक्ष्मी जायसवाल- लोग कहते हैं हम आधुनिक हो गए गए हैं। आज लड़के और लड़की में कोई फर्क नहीं। पर क्या ये बात पूरी तरह सच है। शायद नहीं। मुझे तो ऐसा नहीं लगता। हुआ यूं कि हमारे पड़ोस में एक लड़की के घरवालों ने ससुराल की तरफ से कार और अन्य मांगों के चलते […] Read more » नारी लड़की लड़की शादी
कविता साहित्य नारी June 25, 2013 by कुमार विमल | Leave a Comment प्रभु की अनुपम कृति , अनुपम रचना,वह है नारी, सो जब रचा था प्रभु ने इस कृति को, सोचा सब अर्पण कर दूँ , इसकी खाली आँचल को खुशियों से भर दूँ । सो दिया उन्होंने रूप रंग,सोंदेर्ये , वह सामर्थ ओंर सहनशीलता वह अतुलनीय नारी शक्ति । प्रभु को गर्व हुआ अपनी इस कृति […] Read more » नारी