प्रवक्ता न्यूज़ पत्रकारिता की वास्तविकता February 27, 2011 / December 15, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on पत्रकारिता की वास्तविकता -राजेश कुमार हम अक्सर उस दिशा की तरफ जाने के लिए लालायित रहते है, जहां हम खुद को एक हीरो की भांति पेश कर सकें। गलैमर और शान भरी जिंदगी के लिए प्रसिद्ध पत्रकारिता क्षेत्र में इसी कारण बीते कुछ सालों में काफी छात्र-छात्राएं खिंचे चले आ रहे हैं। छात्राओं की बढ़ती भीड़ के कारण […] Read more » Journalism पत्रकारिता
प्रवक्ता न्यूज़ पत्रकारिता: अन्धेरे समय में उजाले की उम्मीद December 9, 2010 / December 19, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on पत्रकारिता: अन्धेरे समय में उजाले की उम्मीद -प्रदीप चन्द्र पाण्डेय पत्रकारिता के लिये यह चिन्तन, चिन्तित, विचलित और चकित होने का समय है जब पूर्वजों की मान्यतायें भर-भराकर गिर रही है और जो नयी स्थापनायें सामने आ रही हैं उसे पत्रकार नहीं बाजार तंय कर रहा है। पत्रकारिता की धार और संसार पर यकीन करने वाले पुरानी पीढ़ी के लोग खूटियों पर […] Read more » Journalism पत्रकारिता
राजनीति ये कैसी पत्रकारिता है December 6, 2010 / December 19, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on ये कैसी पत्रकारिता है -जगमोहन आज़ाद पिछले दिनों दिल्ली में पत्रकारिता में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए दिशा निर्देशों की ज़रूरत है और संपादक उद्योगजगत और नेताओं के दबाव के आगे झुकने जैसे मामलों पर एक बहस शुरू हुई। इस बहस में यह भी साफ तौर पर सामने निकल कर आया कि कुछ तथाकथित पत्रकार आज खुलेआम भ्रष्टाचार को […] Read more » Journalism उत्तराखंड पत्रकारिता रमेश पोखरियाल 'निशंक'
प्रवक्ता न्यूज़ उठ चुकी है ‘आदर्श पत्रकारिता’ की अर्थी September 18, 2010 / December 22, 2011 by विशाल आनंद | 2 Comments on उठ चुकी है ‘आदर्श पत्रकारिता’ की अर्थी -विशाल आनंद ”क्या वह प्रेस, जिसका व्यापारिक लाभ के लिए संचालन होता है और जिसका इस प्रकार नैतिक पतन हो जाता है, स्वतंत्र है? इसमें संदेह नहीं कि पत्रकार को जिंदा रहने और लिखने के लिए धन कमाना जरूरी है, किन्तु उसको धन कमाने के लिए ही जिंदा रहना और लिखना नहीं चाहिए। प्रेस की […] Read more » Journalism पत्रकारिता
मीडिया इंग्लैण्ड के अखबार, गांधी और भारतीय पत्रकारिता July 26, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment – हृदयनारायण दीक्षित पत्रकारिता भारत में ध्येय सेवा है, पश्चिम के देशों में यह व्यापार है। बाकायदा एक पेशा है। इतिहास भी पश्चिम के देशों में राजाओं के युध्दों और शासन का विवरण है लेकिन भारत का इतिहास अनुकरणीय नायकों का इतिवृत है। भारत की लोकमत निर्माण शैली में सत्य के साथ शिवत्व-लोकमंगल के बंधन […] Read more » Journalism पत्रकारिता
राजनीति राजनीतिक हस्तक्षेप से निरंकुश होती पत्रकारिता July 19, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment – डॉ. सूर्य प्रकाश अग्रवाल जिस प्रकार समाज में विगत कुछ वर्षों से प्रत्येक दिशा में तेजी से परिवर्तन देखा जा रहा है उसी प्रकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ (पत्रकारिता) में भी निरंकुशता बढ़ी है जिससे पत्रकारिता का उददे्श्य सनसनी फैलाना होकर रह गया है। सनसनी फैलाने, स्टिंग ऑपरेशन करने अथवा राष्ट्र के हितों को […] Read more » Journalism पत्रकारिता
प्रवक्ता न्यूज़ अग्निहोत्रीजी ने पत्रकारिता के मूल्यों के साथ कभी समझौता नहीं किया July 10, 2010 / December 23, 2011 by गिरीश पंकज | 1 Comment on अग्निहोत्रीजी ने पत्रकारिता के मूल्यों के साथ कभी समझौता नहीं किया -गिरीश पंकज वरिष्ठतम पत्रकार और लेखक रामशंकर अग्निहोत्रीजी का अचानक यूं चला जाना हजारों लोगों को दुःख में डुबो गया. गत ७ जुलाई की सुबह उनका निधन हो गया. संध्या देवेन्द्रनगर स्थित श्मशान घाट में सैकड़ों लोगो ने उन्हें अश्रुपूरित विदाई दी. उनके अंतिम संस्कार में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री समेत अनेक मंत्री, सांसद एवं विधायक […] Read more » Journalism पत्रकारिता
प्रवक्ता न्यूज़ मीडियाः ऐसी बैचेनी देखी नहीं कभी April 26, 2010 / December 24, 2011 by संजय द्विवेदी | 2 Comments on मीडियाः ऐसी बैचेनी देखी नहीं कभी मीडिया की दुनिया में जिस तरह की बेचैनी इन दिनों देखी जा रही है। वैसी पहले कभी नहीं देखी गयी। यह ऐसा समय है जिसमें उसके परंपरागत मूल्य और जन अपेक्षाएं निभाने की जिम्मेदारी दोनों कसौटी पर हैं। बाजार के दबाव और सामाजिक उत्तरदायित्व के बीच उलझी मीडिया की दुनिया अब नए रास्तों की तलाश […] Read more » Journalism पत्रकारिता
मीडिया कहां खड़ी है आज पत्रकारिता? March 15, 2010 / December 24, 2011 by संजय कुमार | 4 Comments on कहां खड़ी है आज पत्रकारिता? देखा जाए तो पत्रकारिता लोकतंत्र के खम्भे और जनता की हितों की रक्षा करने के दायित्व के लिए समझा जाता है। शुरू से अपने दायित्वों का निर्वाहन करते-करते मीडिया की आज स्थिति यह है कि वह दिन प्रति दिन विस्तार पा रहा है। छोटे से लेकर बड़े जगहों से पत्र-पत्रिकाओं का जहां प्रकाशन हो रहा […] Read more » Journalism पत्रकारिता
मीडिया पत्रकारिता के खोते मापदंड December 17, 2009 / December 25, 2011 by रवि शंकर बीसवीं सदी में सूचना क्रांति के विस्फोट के साथ-साथ पत्रकारिता का बहुविधा विकास हुआ है। लगभग 62483 पंजीकृत अखबारों और 600 से अधिक समाचार चैनलों के साथ देश के मीडिया ने पूरे विश्व में अपनी एक जगह बनाई है। आधुनिक जीवन की बढ़ती व्यस्तताओं और बदलती शैली के मद्देनजर पत्रकारिता ने अपना कलेवर भी बदला […] Read more » media पत्रकारिता
मीडिया पत्रकारिता का अत्याधुनिक व क्रान्तिकारी रूवरूप – ‘ई जर्नलिज्म’ December 7, 2009 / December 25, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on पत्रकारिता का अत्याधुनिक व क्रान्तिकारी रूवरूप – ‘ई जर्नलिज्म’ ‘जब भी बोलना वक्त पर बोलना, मुद्दतों सोचना मुख्तसर बोलना। ‘ वाचिक परम्परा की इस सीख के साथ पत्रकारिता के पहले संवाददाता नारद, आद्य संपादक वेद व्यास, सर्वप्रथम लाइव टेलीकास्ट करने वाले महाभारत के संजय आदि से प्रारंभ होकर अपने स्वरूप में क्रमशः काफी परिवर्तन का साक्षी बना है। कौटिल्य के अर्थशास्त्र, मुगलकाल के वाक्यानवीस […] Read more » Journalism पत्रकारिता
मीडिया हिन्दी की आर्थिक पत्रकारिता : पहचान बनाने की जद्दोजहद – संजय द्विवेदी October 30, 2009 / December 26, 2011 by संजय द्विवेदी | 3 Comments on हिन्दी की आर्थिक पत्रकारिता : पहचान बनाने की जद्दोजहद – संजय द्विवेदी वैश्वीकरण के इस दौर में ‘माया’ अब ‘महागठिनी’ नहीं रही। ऐसे में पूंजी, बाजार, व्यवसाय, शेयर मार्केट से लेकर कारपोरेट की विस्तार पाती दुनिया अब मीडिया में बड़ी जगह घेर रही है। हिन्दी के अखबार और न्यूज चैनल भी इन चीजों की अहमियत समझ रहे हैं। दुनिया के एक बड़े बाजार को जीतने की जंग […] Read more » Journalism Media Education Patrakarita Sanjay Dwivedi आर्थिक पत्रकारिता पत्रकारिता मीडिया मीडिया शिक्षा संजय द्विवेदी