राजनीति समाज तीन बहनों की मौत से उपजे सवाल July 27, 2018 / July 27, 2018 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग- राष्ट्रीय राजधानी में भूख से तीन बच्चियों की मौत की दर्दनाक एवं शर्मनाक घटना ने समूचे राष्ट्र की चेतना को झकझोर दिया है। यह दिल दहला देने वाली घटना जहां आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा गरीबों के लिए कई तरह की सुविधाएं देने के दावों को कठघरे में खड़ा करती है, वहीं यह […] Read more » Featured अभावग्रस्त अशिक्षित तीन बहनों की मौत से उपजे सवाल बीमार भुखमरी और गरीबी भूख रामराज्य लोक राज्य सुराज्य स्वराज्य
व्यंग्य साहित्य भूखे को भूख, खाए को खाजा…!! July 4, 2016 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment तारकेश कुमार ओझा भूखे को भूख सहने की आदत धीरे – धीरे पड़ ही जाती है। वहीं पांत में बैठ जी भर कर जीमने के बाद स्वादिष्ट मिठाइयों का अपना ही मजा है। शायद सरकारें कुछ ऐसा ही सोचती है। इसीलिए तेल वाले सिरों पर और ज्यादा तेल चुपड़ते जाने का सिलसिला लगातार चलता ही […] Read more » खाए को खाजा भूख भूखे को भूख
टॉप स्टोरी धर्म, मत-मतान्तर और भूख February 4, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment धर्म और भूख में क्या परस्पर कोई सम्बन्ध है? हां, अवश्य है, कम से कम भारत में तो रहा है और अब भी है, ऐसा स्पष्ट प्रतीत होता है। धर्म दो प्रकार के हैं एक तो वास्तविक, यथार्थ या सत्य धर्म है जो संसार के सभी लोगों के लिए एक समान है, इसलिए वह सबका […] Read more » धर्म भूख मत-मतान्तर मत-मतान्तर और भूख’
विविधा भारत के हालत की जिम्मेदार सरकारे और जनविरोधी सोच June 14, 2011 / December 11, 2011 by अरविन्द विद्रोही | Leave a Comment अरविन्द विद्रोही आज के हालत का जिम्मेदार कौन है? अगर भारत में कोई भूख से मरता है तो क्या सरकार जिम्मेदार नहीं है? किसानों की भूमि,मजदूर की मजदूरी हड़पने वाला तंत्र कब तक शोषण की बुनियाद पे टिका रहेगा? अफ़सोस तो यह भी होता है कि यहाँ अपने वतन में बहुत से लोगो के पास पहनने […] Read more » hunger भूख
विविधा पांच मंत्रालयों पर भुखमरी और कुपोषण से लड़ने की जिम्मेदारी January 21, 2011 / December 16, 2011 by संजय स्वदेश | 3 Comments on पांच मंत्रालयों पर भुखमरी और कुपोषण से लड़ने की जिम्मेदारी संजय स्वदेश देश की जनता को भुखमरी और कुपोषण से बचाने के लिए सरकार नौ तरह की योजनाएं चला रही है। पर बहुसंख्यक गरीबों को इन योजनाओं के बारे में पता नहीं है। गरीब ही क्यों पढ़े-लिखों को भी पता नहीं होगा कि पांच मंत्रालयों पर देश की भुखमरी और कुपोषण से लड़ने की अलग-अलग […] Read more » hunger कुपोषण भूख
विविधा आंकड़ों में उलझी भूख की बेबशी December 16, 2010 / December 18, 2011 by संजय स्वदेश | Leave a Comment संजय स्वदेश समाचार पत्र में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक देश की जनता को भुखमरी और कुपोषण से बचाने के लिए सरकार नौ तरह की योजनाएं चला रही है। पर बहुसंख्यक गरीबों को इन योजनाओं के बारे में पता नहीं है। गरीब ही क्यों पढ़े-लिखों को भी पता नहीं होगा कि पांच मंत्रालयों पर देश […] Read more » hunger गरीबी भूख
विविधा भूख के खिलाफ संगठित प्रयास October 17, 2010 / December 21, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on भूख के खिलाफ संगठित प्रयास -देवेन्द्र उपाध्याय विश्व खाद्य दिवस हर साल 16 अक्तूबर को मनाया जाता है। इस दिन संयुक्त राष्ट्रसंघ के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफ ए ओ) की 65 वर्ष पूर्व स्थापना हुई थी। पिछले 29 वर्ष से विश्व खाद्य दिवस मनाया जा रहा है। इस वर्ष का विषय है-भूख के खिलाफ संगठित हों यह विषय इसलिए […] Read more » hunger भूख
विविधा फिर भी क्यों भूखा है भारत ? October 13, 2010 / December 21, 2011 by संजय द्विवेदी | 3 Comments on फिर भी क्यों भूखा है भारत ? अन्न प्रबंधन और कुपोषण की चुनौतियों से जूझने कारगर कदम उठाएं – संजय द्विवेदी अनाज गोदामों में भरा हो और भुखमरी देश के गांव, जंगलों और शहरों को डस रही हो तो ऐसे लोककल्याणकारी राज्य का हम क्या करें ? वैश्विक भुखमरी सूचकांक (ग्लोबल हंगर इंडेक्स) पर भारत जैसे देश का 67 वें स्थान पर […] Read more » India भूख
टॉप स्टोरी भूख का नया चेहरा August 17, 2009 / December 27, 2011 by हिमांशु शेखर | 1 Comment on भूख का नया चेहरा जो भी यह सोच रहे थे कि 2008 के गुजरने के साथ ही खाद्यान्न संकट और भुखमरी की समस्या से काफी हद तक निजात मिल जाएगी, वे गलत साबित हुए हैं। उन्हें गलत साबित किया है एफएओ की एक रपट ने। बीते दिनों इस संस्था ने अनाज संकट और इससे उपजी भुखमरी पर अपनी रपट जारी की। Read more » hunger भुखमरी भूख हिमांशु शेखर