मीडिया ‘अवांछित सामग्री’ से बचे मीडिया September 13, 2012 / September 13, 2012 by निर्मल रानी | Leave a Comment निर्मल रानी हमारे देश में प्रेस अथवा मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ स्वीकार किया जाता है। ज़ाहिर है इतने बड़े अलंकरण के बाद मीडिया की जि़म्मेदारी उतनी ही बढ़ जाती है जितनी कि लोकतंत्र के शेष तीन स्तंभों की है। यानी न्यायपालिका,कार्यपालिका व संसदीय व्यवस्था के बराबर की जि़म्मेदारी। यहां इस प्रकार की तुलनात्मक […] Read more » अवांछित सामग्री' मीडिया
मीडिया प्रजातंत्र की प्राणशक्ति के बचाव के लिए / मा. गो. वैद्य September 12, 2012 by मा. गो. वैद्य | Leave a Comment राम बहादुर राय एक निर्भीक एवं निर्भय पत्रकार है. जयपुर से प्रकाशित होने वाले ‘पाथेय कण’ पाक्षिक के १ अगस्त के अंक में उनका एक लेख प्रकाशित हुआ है. शीर्षक पर दिए आंकड़े से ध्यान में आता हे कि, इस विषय पर उनका यह तीसरा लेख है; मतलब उनके प्रदीर्घ लेख का तीसरा भाग है. […] Read more » प्रेस आयोग मीडिया राम बहादुर राय लोकतंत्र
मीडिया मीडिया की गिरती साख: चिंता का विषय July 16, 2012 / July 16, 2012 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on मीडिया की गिरती साख: चिंता का विषय पिछले कुछ वर्षों में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने देश का ध्यान अपनी ओर तेजी से खींचा है। समाचार पत्रों व पत्रिकाओं की संख्या में भी बेतहाशा वृद्घि हुई है। इलेक्ट्रानिक मीडिया के प्रति लोगों का झुकाव बढ़ा है। परंतु हमने कई बार ऐसा देखा है कि जब एक घटना को इतनी बार टी. वी. पर दिखाया […] Read more » मीडिया मीडिया की गिरती साख
मीडिया खोद खोदकर ख़बर ख़बर June 27, 2012 by डॉ0 आशीष वशिष्ठ | 2 Comments on खोद खोदकर ख़बर ख़बर डॉ आशीष वशिष्ठ हमारे चारों ओर चौबीस घंटे खबरें तैर रही हैं। सैंकड़ों न्यूज चैनल हमें चौबीस घंटे खबरदार करते और रखते हैं। सबसे पहले, सबसे आगे की दौड़ में इलैक्ट्रानिक मीडिया दिन-रात एक किये रहता है। देश-दुनिया से लेकर गली-मोहल्ले तक की पल-पल की खबर प्रसारित होती रहती हैं। देश-दुनिया में घटने वाली घटनाओं […] Read more » मीडिया
मीडिया मीडिया, सत्ता और जन अपेक्षाएं June 26, 2012 by डॉ. धनाकर ठाकुर | 2 Comments on मीडिया, सत्ता और जन अपेक्षाएं डॉ. धनाकर ठाकुर मुजफ्फरपुर, जिसे मैं २.१०.२००४ को यहाँ पारित बारहवें अंतर्राष्ट्रीय मैथिली सम्मलेन के एक प्रस्ताव के अनुसार खुदीरामपुर कहना पसंद करता हूँ, के प्रेस क्लब में आज अल्पायु में ट्रेन दुर्घटना में दिवंगत विनय तरुण(20.8.1980-22.6.2010) की स्मृति में उसके मित्र अखलाख अवं अन्य के द्वारा आयोजित इस गोष्ठी में सभाध्यक्ष एवं वरिष्ठ वक्ताओं […] Read more » जन अपेक्षा मीडिया सत्ता
राजनीति मायावती को मीडिया व मुस्लिम नहीं बल्कि भ्रष्टाचार व अहंकार ले डूबा March 14, 2012 / March 14, 2012 by निर्मल रानी | 6 Comments on मायावती को मीडिया व मुस्लिम नहीं बल्कि भ्रष्टाचार व अहंकार ले डूबा निर्मल रानी देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के परिणाम आ जाने के पश्चात इन परिणामों का विश्लेषण व समीक्षा जारी है। एक ओर जहां मीडिया व राजनैतिक विशेषज्ञ आज जनता की आवाज़ बनने की कोशिश कर इन चुनावों के परिणामों पर अपने विचार व्यक्त करने की कोशिश कर रहे हैं वहीं लगभग […] Read more » Corruption Mayawati चुनाव भ्रष्टाचार मायावती मीडिया मुस्लिम विधानसभा चुनाव
मीडिया तिल का ताड़ क्यों बना देता है मीडिया January 29, 2012 / January 29, 2012 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | 6 Comments on तिल का ताड़ क्यों बना देता है मीडिया यूं तो इल्क्ट्रानिक मिडिया ने जब से समाचार विज्ञापन, खेल जगत, कला और सिनेमा क्षेत्र में अधिकार जमाया है तभी से सारे विश्व में क्रांति आ गई है।जहां पहले समाचार भेजने का साधन टेलीप्रिंटर टेलीफोन अथवा डाक तक ही सीमित था और बहुत अधिक समय लगता था आज विश्व के किसी भी कोने में समाचार […] Read more » Electronic media media इल्क्ट्रानिक मिडिया मीडिया
मीडिया कथित बुद्धिजीवियों के छिछले जातिवादी विमर्श के कुछ नूमने November 18, 2011 / November 28, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on कथित बुद्धिजीवियों के छिछले जातिवादी विमर्श के कुछ नूमने हरिकृष्ण निगम आज के अंग्रेजी मीडिया के एक प्रभावी वर्ग की सहायता से कांग्रेसी व वामपंथी अपने विरोधियों पर जिस भोथरे अस्त्र से वार करने में पहल कर रहे हैं, लगता है उनकी वजह से जात-पांत का विष समाज को अनंत काल तक पीछा नहीं छोड़ेगा। उनके आधुनिक प्रबुद्ध विचारों के ढ़ोंग के पीछे चाहे […] Read more » जातिवाद मीडिया
मीडिया कारपोरेट मीडिया का अन्ना ऑब्सेशन July 29, 2011 / December 8, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 2 Comments on कारपोरेट मीडिया का अन्ना ऑब्सेशन जगदीश्वर चतुर्वेदी अन्ना हजारे ने अपने अनशन की घोषणा कर दी है। वे 16 अगस्त से अनशन पर बैठेंगे। असल में इस अनशन का कोई अर्थ नहीं है। अन्ना हजारे की राजनीति का आधार है ‘मैं सही और सब गलत’ । लोकतंत्र में ‘ मैं’ के लिए जितनी जगह है उससे ज्यादा ‘अन्य’ के लिए […] Read more » Anna Hazare अन्ना हजारे मीडिया
मीडिया इण्डिया की मीडिया और भारत की मीडिया July 14, 2011 / December 9, 2011 by डॉ. सौरभ मालवीय | 2 Comments on इण्डिया की मीडिया और भारत की मीडिया सौरभ मालवीय आज सम्पूर्ण विश्व विज्ञान की प्रगति और संचार माध्यमों के कारण ऐसे दौर में पहुंच चुका है कि मीडिया अपरिहार्य बन गई है। बड़ी-बड़ी और निरंकुश राज सत्ताएं भी मीडिया के प्रभाव के कारण धूल चाट रही है वरना किसको अनुमान था कि लीबिया के कर्नल मुअम्मद अल गद्दाफी भी धूल चाट लेंगे। […] Read more » media मीडिया
मीडिया भविष्य का मीडिया और सामाजिक- राष्ट्रीय सरोकार June 29, 2011 / December 9, 2011 by कुन्दन पाण्डेय | 1 Comment on भविष्य का मीडिया और सामाजिक- राष्ट्रीय सरोकार कुन्दन पाण्डेय आज का युग मीडिया क्रान्ति का युग है। समाचार पत्रों की प्रसार संख्या तो अनवरत बढ़ती ही जा रही है साथ ही 24 घन्टे के समाचार चैनलों ने मिनटों में किसी भी समाचार को दर्शकों तक पहुँचाने की महत्वपूर्ण व अद्वितीय क्षमता से लोकतंत्र के चौथे खम्भे के रूप में अपनी सार्थकता को […] Read more » Journalism पत्रकारिता मीडिया
प्रवक्ता न्यूज़ मीडिया मीडिया, जनाकांक्षा और जनतंत्र March 29, 2011 / December 14, 2011 by विजय कुमार | Leave a Comment विजय कुमार एक व्यक्ति से दूसरे तक या एक स्थान से दूसरे स्थान पर किसी वस्तु को पहुंचाने के लिए किसी माध्यम की आवश्यकता होती है। समाचारों और विचारों को फैलाने के लिए प्रयोग हो रहे माध्यम के लिए ही इन दिनों मीडिया शब्द रूढ़ हो गया है। मीडिया को विधायिका, कार्यपालिका […] Read more » media जनतंत्र मीडिया