विविधा सेवा कार्य ही ईश्वरीय कार्य : प्रो. संजय द्विवेदी July 30, 2018 / July 30, 2018 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment सेवा भारती द्वारा मेधावी छात्र-छात्राओं का सम्मान समारोह आयोजित, 250 विद्यार्थियों को किया गया पुरुस्कृत प्रो. संजय द्विवेदी भोपाल, 29 जुलाई। सेवा कार्य ही ईश्वरीय कार्य है। जब हम समाज को शिक्षित, संस्कारित, स्वावलंबी और समरस बनाने के लिए सेवा कार्य करते हैं तो उसी आनंद की अनुभूति करते हैं,जो ईश्वर की आराधना में प्राप्त होता है। यह विचार माखनलाल […] Read more » Featured दिव्यांग बालकों शिक्षा शिक्षा एवं संस्कार केंद्र शिशु-बाल समरसता संस्कार सेवा कार्य ही ईश्वरीय कार्य : प्रो. संजय द्विवेदी स्वावलंबन स्वास्थ्य
समाज कल्याण आश्रम से चिढ़ क्यों ? July 24, 2018 / July 24, 2018 by विजय कुमार | Leave a Comment विजय कुमार, कुछ दिन पूर्व कांग्रेस कार्यकारिणी को सम्बोधित करते हुए राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि पहले आदिवासी लोग हमें वोट देते थे; पर संघ वाले उनके बीच जाकर काम करने लगे और अब वे हमें वोट नहीं देते। उनका यह भाषण यू-ट्यूब पर भी आ गया; पर […] Read more » Featured अंतरराष्ट्रीय श्रम आयोग उच्च न्यायालय उद्योग प्रशिक्षण कल्याण आश्रम से चिढ़ क्यों ? कुष्ठ आश्रम चिकित्सा चिकित्सालय छात्रावास पूर्व न्यायाधीश श्री भवानी शंकर नियोगी विद्यालय वृद्धाश्रम शिक्षा
राजनीति अर्थव्यवस्था की ऊंचाई पर भारत July 16, 2018 / July 16, 2018 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव यह भारतवासियों के लिए खुशी की बात है कि भारत फ्रांस को पछाड़कर दुनिया की आर्थिक रूप से छठी ताकत बन गया है। इसके पहले हम सातवें स्थान पर थे। अब हमसे आगे अमेरिका, चीन, जापान, जर्मनी और ब्रिटेन ही हैं। इसके पहले भारत सातवें स्थान पर था, जिसने फ्रांस को एक सीढ़ी […] Read more » Featured अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोश और संयुक्त राष्ट्रसंघ अमेरिका अर्थव्यवस्था की ऊंचाई पर भारत कुपोषण खुशहाली चीन जर्मनी और ब्रिटेन जापान भ्रष्टाचार रोज़गार वैश्विक रेटिंग एजेंसियां विश्व-बैंक शिक्षा स्वास्थ्य
कहानी वेद एवं वैदिक साहित्य के वैदुष्य से सम्पन्न पं. राजवीर शास्त्री May 10, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment वेद एवं वैदिक साहित्य के वैदुष्य से सम्पन्न पं. राजवीर शास्त्री की शिक्षा-दीक्षा एवं शिक्षण आदि कार्य कार्य” मनमोहन कुमार आर्य पं. राजवीर शास्त्री आर्य पिता की संस्कारित एवं प्रतिभा सम्पन्न सन्तान थे। आपकी माता पौराणिक वैष्णव परिवार से थी। आपका जन्म 4 अप्रैल, 1938 को उत्तरप्रदेश के जनपद मेरठ निवासी श्री शिवचरण दास आर्य तथा […] Read more » Featured अध्ययन-अध्यापन ईश्वर विश्वासी उनके गृहस्थ दृष्टि ब्रह्मचारी धार्मिक पं. राजवीर शास्त्री शिक्षा
धर्म-अध्यात्म “ऋषि दयानन्द का ‘स्वमन्तव्यामन्तव्यप्रकाश’ गागर में सागर” May 3, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment “ऋषि दयानन्द का ‘स्वमन्तव्यामन्तव्यप्रकाश’ गागर में सागर” -मनमोहन कुमार आर्य, ऋषि दयानन्द का सत्यार्थप्रकाश ग्रन्थ संसार में सुविख्यात ग्रन्थ है। इस ग्रन्थ में ऋषि दयानन्द ने संसार में विद्यमान पदार्थों के सत्य स्वरूप का प्रकाश किया है। यह ग्रन्थ चौदह समुल्लासों में है। प्रथम दस समुल्लास ग्रन्थ पूर्वाद्ध कहलाते हैं और बाद के चार समुल्लास […] Read more » Featured अर्थ-अनर्थ आचार्य आर्य-दस्यु आर्यावर्त्त व आर्य उपाध्याय काम गुरु तीर्थ देव-असुर-राक्षस-पिशाच देवपूजा न्यायकारी पुराण पुरुषार्थ प्रारब्ध से बड़ा पुरोहित प्रजा बन्ध मनुष्य मुक्ति मुक्ति के साधन यज्ञ राजा वर्णाश्रम शिक्षा शिष्टाचार शिष्य सकर्तृक संस्कार
महिला-जगत राजनीति पंचायतों में महिला आरक्षण से ग्रामीण भारत में बदलाव का दौर’’ April 23, 2018 by अशोक बजाज | Leave a Comment लेखक – अशोक बजाज, स्थानीय इकाई के रूप में त्रि-स्तरीय पंचायत राज व्यवस्था प्रजातंत्र की सबसे लघु इकाई है । गांव स्तर पर ग्राम पंचायतें, ब्लाक स्तर पर जनपद पंचायतें तथा जिला स्तर पर जिला पंचायतें कार्यरत है । प्राचीन काल से ही भारत के गांवों में पंचायतों का बहुत बड़ा महत्व रहा है, लोंगों […] Read more » Featured आंदोलन कानून व्यवस्था ग्राम पंचायतें त्रि-स्तरीय पंचायत बाल विवाह शिक्षा स्वास्थ्य
समाज शिक्षा अब रंजीता के रास्ते में बाधा है March 31, 2018 / March 31, 2018 by गौहर आसिफ | Leave a Comment गौहर आसिफ छत्तीसगढ के सरगुजा जिले के अम्बिकापुर ब्लाॅक के असोला गांव की रंजीता मुंडा ने जीवन के 30 बसंत देखे हैं। रंजीता ने कक्षा छह तक की शिक्षा हासिल की है। रंजीता विवाहित हैं व परिवार में कुल छह सदस्य हैं। इनका मायका अम्बिकापुर ब्लाक के वार्ड नमना का है। शादी के बाद रंजीता […] Read more » Education is now obstructing the path of Ranjita शिक्षा
विविधा शिक्षा से जुड़े सवालों का अनुत्तरित होना June 8, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग- दुनिया के परिदृश्य में भारत में जिस रफ्तार से प्रगति हो रही है, चाहे वह आर्थिक हो, सांस्कृतिक हो, वैज्ञानिक हो, कृषि की हो, तकनीक की हो, उस अनुपात में देश में शिक्षा की अपेक्षित प्रगति आजादी के 70 वर्ष बाद भी हासिल न होना शोचनीय है। नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बने […] Read more » Featured शिक्षा शिक्षा के प्रति सरकार की ढुलमुल नीति शिक्षा के राजनीतिकरण स्कूलों में शिक्षकों की कमी
प्रवक्ता न्यूज़ ईश्वरीय ज्ञान वेदों के 6 अंग शिक्षा, कल्प, व्याकरण, निरुक्त, छन्द और ज्योतिष हैं: June 5, 2017 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment ईश्वरीय ज्ञान वेदों के 6 अंग शिक्षा, कल्प, व्याकरण, निरुक्त, छन्द और ज्योतिष हैं: डा. ज्वलन्त कुमार शास्त्री -मनमोहन कुमार आर्य श्रीमद् दयानन्द आर्ष ज्योतिर्मठ गुरुकुल, पौंधा, देहरादून उत्तराखण्ड राज्य का वैदिक विद्या के अध्ययन का एक प्रमुख केन्द्र है। सन् 2000 में स्थापित यह गुरुकुल अपने जीवन के 17 वर्ष पूरे कर 18वें वर्ष […] Read more » ईश्वरीय ज्ञान कल्प छन्द ज्योतिष निरुक्त वेदों के 6 अंग व्याकरण शिक्षा
समाज शिक्षा अधिकार है तो मिलता क्यों नही ? May 10, 2017 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment समाजसेवी शब्बीर अहमद कहते हैं " हमें गांव में बसने की सरे आम सजा दी जा रही है। जिससे यह साबित हो रहा है कि शिक्षा भी केवल अमीर लोगों की जागीर बन चुकी है।गरीबों के बच्चे अमीरों की नौकरी के लिए ही इस्तेमाल किए जाते हैं और आगे भी किए जाते रहेंगे। नेता चुनाव के दौरान उच्च अधिकारियों के सामने इन गरीबों को ख्वाब दिखा कर उनका शोषण करते हैं। जिससे साफ जाहिर होता है कि हम लोकतांत्रिक भारत में नहीं रहते । आज के विकसित दौर में भी मोरी अड़ाई के बच्चे खुले आसमान तले शिक्षा लेने को मजबूर हैं।मिडिल स्कूलकी अधूरी बिल्डिंग के निर्माण को पूरा होना चाहिए ताकि कम से कम धूप और बारिश में भी उनकी पढ़ाई जारी रह सके "। Read more » Featured अधिकार जम्मू का सीमावर्ती जिला पुंछ शिक्षा शिक्षा अधिकार है
विविधा भारतीय मूल्यों पर आधारित हो शिक्षा October 8, 2016 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment वैसे भी जो समाज व्यापार के बजाए शिक्षा से मुनाफा कमाने लगे उसका तो राम ही मालिक है। हमारे ऋषियों-मुनियों ने जिस तरह की जिजीविषा से शिक्षा को सेवा और स्वाध्याय से जोड़ा था वह तत्व बहुलतः शिक्षा व्यवस्था और तंत्र से गायब होता जा रहा है। इस ऐतिहासिक फेरबदल ने हमारे शिक्षा जगत से चिंतन, शोध और अनुसंधान बंद कर दिया है। पश्चिम के दर्शन और तौर-तरीकों को स्वीकार करते हुए अपनी जड़ें खोद डालीं। आज हम न तो पश्चिम की तरह बन पाए, न पूरब का सत्व और तेज बचा पाए। Read more » Featured Indian Education Indian education based on Indian values Indian Education Policy भारतीय मूल्यों पर आधारित हो शिक्षा वसुधैव कुटुम्बकम् शिक्षा
विविधा बहुत जरूरी हैं शिक्षा में बदलाव September 28, 2016 by प्रो. एस. के. सिंह | Leave a Comment हमें सफलता, मूल्यांकन एवं आकलन के वर्तमान आधारों पर पुनर्विचार करना होगा। हमारे मूल्यांकन की इससे बड़ी विसंगति और क्या हो सकती है कि जिन्होंने कभी गाॅव नहीं देखा, जो कभी गाॅव में नहीं रहे, वे ‘ग्रामीण विकास‘ एवं ‘गाॅव‘ के बारे में अधिकारपूर्वक लिख रहे हैं, एवं बड़ी-बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल कर रहे हैं। Read more » ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2016 Featured शिक्षा शिक्षा में बदलाव