राजनीति श्रीलंका में सिंहल-सिंहल संग्राम November 16, 2018 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिक श्रीलंका में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद और यहां तक कि उसके संविधान की जैसी दुर्गति आजकल हो रही है, पहले कभी नहीं हुई। मुझे वह 40 साल पुराना जमाना याद है जब श्रीमती श्रीमावो बंदारनायक और विरोधी नेता प्रेमदास के बीच कटुतम सार्वजनिक वार्तालाप हुआ करता था लेकिन तब भी श्रीलंका की संवैधानिक […] Read more » प्रधानमंत्री राष्ट्रपति श्रीमती श्रीमावो बंदारनायक श्रीलंका में सिंहल-सिंहल संग्राम संसद
राजनीति सीबीआई: अनाड़ीपन October 26, 2018 / October 26, 2018 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिक तीन दिन पहले मैंने लिखा था कि केंद्रीय जांच ब्यूरो के दोनों झगड़ालू अफसरों- आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना– को छुट्टी पर भेज दिया जाए और सारे मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए। सीबीआई के मुखिया को लगाने और हटाने का अधिकार न तो प्रधानमंत्री को है, न गृहमंत्री को है और […] Read more » आलोक वर्मा और राकेश अस्थाना- प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार मुख्य न्यायाधीश संसद सीबीआई: अनाड़ीपन
राजनीति अविश्वास प्रस्ताव पर सामने आया विपक्ष का बिखराव ,चकनाचूर होता विपक्षी एकता का सपना July 23, 2018 / July 23, 2018 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment सुरेश हिन्दुस्थानी लोकतंत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष की अपनी-अपनी जिम्मेदारियां होती हैं। लेकिन जब विपक्ष के पास संख्या बल का अभाव होता है तो वह घायल शेर की तरह से दिखाने का प्रयास करता है। इसी दिखावे के प्रयास में कई बार ऐसी चूक हो जाती है कि उसकी भरपाई नहीं की जा सकती। […] Read more » Featured अविश्वास प्रस्ताव पर सामने आया विपक्ष का बिखराव चकनाचूर होता विपक्षी एकता का सपना न्यायालय पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी राहुल गांधी संसद
समाज संसद की आवाज़ क्यों नहीँ बनती बेटियां ? April 21, 2018 by प्रभुनाथ शुक्ल | 1 Comment on संसद की आवाज़ क्यों नहीँ बनती बेटियां ? संसद की आवाज़ क्यों नहीँ बनती बेटियां ? प्रभुनाथ शुक्ल समाज में बेटियों की सुरक्षा को लेकर हम जिस जिस चौराहे पर खड़े हैं , उसके दाहिने तरफ़ बेटियों की उपलब्धि का अनंत आकाश है तो दूसरी तरफ़ पुरुष समाज के चारित्रिक पतन का अकल्पनीय गहरी गर्त। कामनवेल्थ में बेटियां सोना लूटती हैं और देश […] Read more » Featured उन्नाव कठुआ बलात्कार बेटियां भागीदारी महिलाओं राष्ट्रमंडल खेल संसद सूरत
राजनीति अखाड़ा न बने संसद November 15, 2016 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment इसमें कोई दो राय नहीं कि सरकार ने कालाधन, भ्रश्टाचार एवं आतंकवाद पर नकेल कसने के लिए हजार-पांच सौ के नोट बंद करके जो निर्णायक पहल की है, वह स्वागत योग्य है। लेकिन नेक फैसले पर अमल की जो तमाम मुश्किलें पैदा हो रही हैं, उनका प्रबंध नोटबंदी लागू करने से पहले कर लिया गया होता तो शायद न तो देश में इतनी छुट्टे व नए नोटों के लिए मारी-मारी हो रही होती और न ही विपक्ष को जनता से सीधा जुड़ा इतना बड़ा मुद्दा मिला होता। इसलिए इस मुद्दे पर हंगामा खड़ा होना कोई हैरानी की बात नहीं है। फिर हमारे सांसदों में बहुत बड़ी संख्या ऐसे सांसदों की है, जो खुद नोटबंदी से आफत अनुभव कर रहे होंगे ? यह नोटबंदी ठीक उस वक्त की गई है, जब उत्तरप्रदेश व पंजाब समेत पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। ऐसे में इस नोटबंदी ने संभावित प्रत्याशि और दल-प्रमुखों की नींद हराम कर दी है। Read more » Featured अखाड़ा अखाड़ा न बने संसद जीएसटी सरकार की प्राथमिकता वस्तु एवं सेवाकर संसद संसद के शीतकालीन सत्र
राजनीति संसद में सरकार की कठिन डगर November 28, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव भाजपा नीत राष्ट्रिय जनतांत्रिक गठबंधन के केंद्र की सत्ता में काबिज होने के बाद यह पहला ऐसा लोकसभा सत्र होगा,जिसमें सरकार की डगर बेहद कठिन होगी। बिहार में महागठबंधन की अप्रत्याषित जीत और मध्यप्रदेश में रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट पर भाजपा की पराजय से समूचे विपक्ष के हौसले बुलंद हैं। इधर असमय फिल्म अभिनेता […] Read more » Featured सरकार की कठिन डगर संसद संसद में सरकार की कठिन डगर
राजनीति जब संसद में विपक्ष है तो नेता विपक्ष क्यों नहीं होना चाहिए ? August 23, 2014 by श्रीराम तिवारी | 1 Comment on जब संसद में विपक्ष है तो नेता विपक्ष क्यों नहीं होना चाहिए ? -श्रीराम तिवारी- भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने भारत सरकार और लोक सभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन से पूछा है कि जब कोई विपक्ष का नेता ही नहीं है तो लोकपाल कैसे चुना जाएगा। क्योंकि लोकपाल के चयन की प्रक्रिया में तो ‘नेता विपक्ष’ एक अतिआवश्यक फेक्टर है। वास्तव में सुप्रीम कोर्ट को तो पूछना चाहिए […] Read more » जब संसद में विपक्ष है तो नेता विपक्ष क्यों नहीं होना चाहिए ? नेता विपक्ष संसद
चुनाव राजनीति संसद को दागी मुक्त करने का संकल्प April 26, 2014 / April 26, 2014 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment -प्रमोद भार्गव- संसद से दागियों को बाहर करने का नरेंद्र मोदी का बयान भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने संसद को राजनैतिक आपराधियों से मुक्त करने का संकल्प जताया है। उनके इस बयान को व्यापक राजनीतिक स्वीकार्यता मिलनी चाहिए। क्योंकि अपराध मुक्त राजनीति के लिए दलों के प्रभावषाली नेताओं को ही पहल […] Read more » दागी दागी मुक्त संसद संसद को दागी मुक्त करने का संकल्प
राजनीति संसद ठप्प कर भाजपा क्या हासिल करेगी? / मा. गो. वैद्य September 4, 2012 / September 4, 2012 by मा. गो. वैद्य | 3 Comments on संसद ठप्प कर भाजपा क्या हासिल करेगी? / मा. गो. वैद्य एक सप्ताह से अधिक समय हो चुका है, हमारी सार्वभौम संसद ठप्प है; और उसके ठप्प होने का श्रेय कहे, या अपश्रेप, भारतीय जनता पार्टी इस हमारे जैसे अनेकों के आस्था या अभिमान का विषय रही राजनीतिक पार्टी को जाता है. मुझसे अनेकों के पूछॉं कि, इससे भाजपा क्या हासिल कर रही है? मैं उस […] Read more » भाजपा संसद
राजनीति संसद की प्रतिष्ठा के वास्तविक हत्यारे कौन? June 14, 2012 / June 14, 2012 by मा. गो. वैद्य | 2 Comments on संसद की प्रतिष्ठा के वास्तविक हत्यारे कौन? मा. गो. वैद्य गत १३ मई को, संसद के दोनों सभागृहों की दिन भर संयुक्त बैठक हुई. प्रसंग था पहली संसद की पहली बैठक को साठ वर्ष पूर्ण होने का. मतलब संसद की पहली बैठक १३ मई १९५२ को हुई. हमारा संविधान २६ जनवरी १९५० को कार्यांवित हुआ और उसके मार्गदर्शन में १९५२ को आम […] Read more » लोकतंत्र संसद
राजनीति हमे फिर भी संसद और सांसदो की गरिमा रखनी चाहिये…………… May 10, 2012 / May 10, 2012 by शादाब जाफर 'शादाब' | 2 Comments on हमे फिर भी संसद और सांसदो की गरिमा रखनी चाहिये…………… शादाब जफर ‘‘शादाब’’ न जाने क्यो बाबा रामदेव जी ने छत्तीसगढ़ दुर्ग से अपनी महीने भर लम्बी यात्रा की शुरूआत में ही देश की संसद और सांसदो से पंगा लेते हुए ये कह कर पूरे देश में भूचाल मचा दिया कि ‘‘देश की सांसद में बैठे ये वो लोग है जो देश की परवाह नही […] Read more » dignity of parliamentarians संसद सांसदो की गरिमा
राजनीति क्या सांसद नियम कानून से ऊपर रहना चाहते हैं? April 12, 2012 / April 12, 2012 by इक़बाल हिंदुस्तानी | Leave a Comment इक़बाल हिंदुस्तानी संसद का सम्मान तो खुद भ्रष्ट सांसद ही कम कर रहे हैं! अन्ना टीम के सदस्य अरविंद केजरीवाल इस बात पर अडिग हैं कि उन्होंने दागी सांसदों के बारे में जो कुछ कहा है उससे वे किसी कीमत पर हटने को तैयार नहीं हैं और अगर माफी ना मांगने से इसके लिये उनको […] Read more » Parliament भ्रष्ट सांसद संसद