राजनीति समाज तीन तलाक व हलाला से मुक्ति के अर्थ November 22, 2018 / November 22, 2018 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment प्रवीण गुगनानी नरेंद्र मोदी सरकार ने भारतीय मुस्लिम महिला समाज के लिए जो किया उस कार्य की आज तक किसी मुस्लिम पुरुष या महिला नेता ने कल्पना भी न की थी. मोदी सरकार ने सत्तर वर्षों से विभिन्न सरकारों द्वारा अनदेखी किये जा रहे इस मुद्दे पर अपनी दो टूक राय सुप्रीम कोर्ट के समक्ष रखी […] Read more » मुस्लिम बहनें मुस्लिम बहुविवाह मोदी सरकार संयुक्त राष्ट्र संघ सुप्रीम कोर्ट स्त्री खतना हलाला
विधि-कानून विविधा मुस्लिम महिला विधेयक December 29, 2017 by विपिन किशोर सिन्हा | Leave a Comment हिन्दुओं में सती प्रथा के उन्मूलन के बाद सामाजिक बुराइयों को दूर करने के लिए किसी भी सरकार द्वारा पहली बार कल एक अत्यन्त साहसिक और क्रान्तिकारी विधेयक लोकसभा में पास हुआ। विवाह के बाद मुस्लिम महिला के अधिकारों की रक्षा के लिए यह विधेयक लाना और इसे कानून का रूप देना केन्द्र सरकार का […] Read more » ban on triple talaq Featured triple talaq तीन तत्काल अवैध तीन तलाक अमान्य मुताह हलाला
समाज शाहबानो से शायरा बानो तक August 25, 2017 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment यह बड़ा ही शर्मनाक तथ्य है कि जो तीन तलाक पाकिस्तान जैसे कट्टरपंथी इस्लामिक देश में 1961 में प्रतिबंधित हो गया और पच्चीसों अन्य अरब-इस्लामिक देशों में दशकों से प्रतिबंधित है वही तीन तलाक भारत में आज भी शाहबानों से लेकर शायरा बानों तक कछुआ चाल से ही पहुँच पाया है. शायरा बानो वह मुस्लिम […] Read more » Featured FGM उत्तराधिकार गोद लेना तीन तलाक तीन तलाक के मुद्दे पर मोदी को मतदान तीन तलाक पर व्यवस्थित विधायी प्रबंध बोहरा समाज की महिलाएं मुस्लिम पर्सनल ला मुस्लिम बहुविवाह यूनिफार्म सिविल कोड विवाह शायरा बानो शाहबानो समान नागरिक संहिता संरक्षण सुप्रीम कोर्ट स्त्री खतना स्त्री-खतना Female Genital Mutilation हलाला
समाज मुस्लिम महिलाओं का शंखनाद August 25, 2017 by विनोद कुमार सर्वोदय | Leave a Comment तीन तलाक़ पर उच्चतम न्यायालय के निर्णय पर जहां हज़ारों लाखों पीड़ित मुस्लिम महिलाएं प्रसन्नता व्यक्त कर रही है और भविष्य में इस अन्यायी प्रथा से बचने वाली लाखो-करोड़ों मुस्लिम बालिकाएं व युवतियां भी स्वयं को कुछ स्वतंत्र व सुरक्षित समझने का साहस कर रही है ,वही कुछ मुस्लिम धर्म के कट्टरपंथी मौलवी, उलेमा व […] Read more » Featured तलाक तलाक़-ए-बिद्दत तीन तलाक बहुविवाह मुताह समान नागरिक संहिता सर्वोच्च न्यायालय हलाला
समाज ट्रिपल तलाक पर महिलाओं की पहली जीत August 23, 2017 / August 23, 2017 by डॉ. निवेदिता शर्मा | Leave a Comment डॉ. निवेदिता शर्मा सर्वोच्च न्यायालय ने की बेंच ने जिस तरह से बहुमत के आधार पर ट्रिपल तलाक पर ऐतिहासिक फैसला सुनाया है, उससे यह साफ हो गया है कि भारतीय संविधान किसी भी धर्म से ऊपर, लिंग से ऊपर व्यक्ति की संवेदनाओं को महत्व देता है। संविधान में हम पढ़ते आए हैं कि सभी धर्म, जाति, संप्रदाय, लिंग, रं ग, भेषभूषा और भाषा […] Read more » triple talaq केंद्र की मोदी सरकार का समर्थन खतना तीन तलाक तुष्टीकरण की राजनीति बहुविवाह बुरका प्रथा मेहर की अदायिगी हलाला हिंदू कोड बिल
समाज “समान नागरिक संहिता” क्यों आवश्यक है…? July 5, 2017 by विनोद कुमार सर्वोदय | Leave a Comment “समान नागरिक संहिता” (Uniform Civil Code ) का प्रावधान हमारे संविधान में आरंभ (1950) से ही है और इसे धीरे धीरे लागू करने की अनुशंसा अनुच्छेद 44 में की गयी है । परन्तु मुस्लिम वोट बैंक के लालच में व इमामों के दबाव में तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरु जी ने अनेक विवादों के बाद भी “समान […] Read more » Featured uniform civil code why uniform civil code is necessary तलाक बहुविवाह मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड समान नागरिक संहिता हलाला
समाज तीन तलाक आखिर क्या है April 13, 2017 by शादाब जाफर 'शादाब' | Leave a Comment अब चौथी बार उनकी आपस में निकाह करने की कोई गुंजाइश नहीं, लेकिन सिर्फ ऐसे कि अपनी आज़ाद मर्ज़ी से वो औरत किसी दूसरे मर्द से शादी करे और इत्तिफाक़ से उनका भी निभा ना हो सके और वो दूसरा शौहर भी उसे तलाक दे दे या मर जाए तो ही वो औरत पहले मर्द से निकाह कर सकती है, इसी को कानून में ”हलाला” कहते हैं। लेकिन याद रहे यह इत्तिफ़ाक से हो तो जायज़ है, जान बूझकर या प्लान बना कर किसी और मर्द से शादी करना और फिर उससे सिर्फ इसलिए तलाक लेना ताकि पहले शौहर से निकाह जायज़ हो सके यह साजिश सरासर नाजायज़ है और अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) ने ऐसी साजिश करने वालों पर लानत फरमाई है। Read more » Featured triple talak in muslims triple talaq what is triple talaq? तीन तलाक आखिर क्या है पवित्र कुरान में तलाक के असल मायने रुजू हलाला