आर्थिकी राजनीति अर्थव्यवस्था के फिर से पटरी पर लौटने के संकेत November 3, 2020 / November 3, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग-कोरोना वायरस के संक्रमण से जुड़ी खबरों ने फिलहाल थोड़ी राहत भले ही दी है, लेकिन खतरा टला नहीं है, इसके संकेत भी साफ है। जहां तक समाज एवं अर्थव्यवस्था पर पड़े इसके असर का मामला है, अभी इन सबसे उबरने में काफी समय लग सकता है। विशेषतः भारत की अर्थ-व्यवस्था तो पहले से […] Read more » signs-of-the-economy-coming-back-on-track अर्थव्यवस्था
आर्थिकी राजनीति अर्थव्यवस्था में प्राण फूंकने का तीसरा पैकेज October 14, 2020 / October 14, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग –कोरोना महामारी के कारण अस्तव्यस्त हुई अर्थ व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिये केन्द्र सरकार की ओर से एक बार फिर प्रोत्साहन पैकेज घोषित किये गये हैं, यह पैकेज सुस्त अर्थ-व्यवस्था को स्पंदन एवं गति देने कितने सहायक होंगे, यह भविष्य के गर्भ में हैं। लेकिन उसका मूल मकसद बाजार को सक्रिय […] Read more » Third package of life in the economy अर्थव्यवस्था अर्थव्यवस्था में प्राण फूंकने का तीसरा पैकेज
आर्थिकी राजनीति जीवन की सुरक्षा से बड़ी नहीं अर्थव्यवस्था April 17, 2020 / April 17, 2020 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव संयुक्त राष्ट्र ने कोरोना महामारी के चलते भारत की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा जाने की आशंका जताई है। उसका अनुमान है कि चालू वित्तीय वर्ष में भारत की सकल घरेलू उत्पाद दर जीडीपी घटकर 4.8 फीसदी रह सकती है। इससे पहले संयुक्त राष्ट्र के ही श्रमिक संस्थान ‘अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन’ ने भारत में 40 करोड़ […] Read more » Economy is not bigger than life security economy not important in corona threat अर्थव्यवस्था जीवन की सुरक्षा
आर्थिकी विविधा भारतीय अर्थव्यवस्था और उसके अंर्तद्वंद्व March 1, 2018 by दुलीचंद कालीरमन | Leave a Comment दूलीचन्द रमन 1991 में भारत मे जब नई आर्थिक नीति अपनाई गई तो उसमें उदारीकरण, निजीकरण, वैश्वीकरण महत्त्वपूर्ण बिन्दु थे। इन्ही के आधार पर उस समय की भारत की 84 करोड़ जनसंख्या के जीवन में महत्त्वपूर्ण बदलाव लाने के उद्देश्य से तत्कालीन वित्तमंत्री डा. मनमोहन सिंह ने उस समय भुगतान संतुलन के गंभीर संकट से […] Read more » Featured Indian economy and its inter-kingdom अर्थव्यवस्था नई आर्थिक नीति भारत
आर्थिकी बदलती अर्थव्यवस्था में कम ह्रुए उपभोक्ता May 29, 2015 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment -प्रमोद भार्गव- नरेंद्र मोदी सरकार की उम्र एक वर्श हो गई है। इस एक साल के भीतर राजग सरकार ने वैश्विक फलक पर पूंजी निवेश का जो माहौल तैयार किया है, उससे भारतीय अर्थव्यवस्था के कायापलट की उम्मीद बढ़ी है। इसे और गति देने की मंशा से ही भूमि अधिग्रहण संशोधन विधेयक और वस्तु एवं […] Read more » Featured अर्थव्यवस्था उपभोक्ता बदलती अर्थव्यवस्था में कम ह्रुए उपभोक्ता
आर्थिकी कल्पनातीत आर्थिक असमानता May 8, 2015 / May 8, 2015 by शैलेन्द्र चौहान | Leave a Comment -शैलेन्द्र चौहान- विश्व बैंक की दक्षिण एशिया में असमानता से जुड़ी एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक भारत में असामान्य रूप में अरबपतियों की तादाद तो ज्यादा है ही सामान्य नागरिक की तुलना में उनकी संपत्ति का आनुपातिक असंतुलन बहुत विकराल है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में अमीरों की संपत्ति का […] Read more » Featured अर्थव्यवस्था कल्पनातीत आर्थिक असमानता विश्व बैंक
आर्थिकी राजनीति गैस सब्सिडी: सोच बदलने की ज़रूरत March 30, 2015 / April 4, 2015 by अमित शर्मा | 4 Comments on गैस सब्सिडी: सोच बदलने की ज़रूरत हमारे देश में तमाम राजनीतिक दल ऐसे हैं जो सत्ता हासिल करने के लिए जनता को तमाम चीजें मुफ्त में देने की घोषणा करते रहते हैं. देखा गया है कि अनेक अवसरों पर राजनीती दलों की ये चाल कामयाब भी रहती है. परन्तु ऐसे समय में भी अगर देश का प्रधानमन्त्री लोगों से मुफ्त की […] Read more » Featured gas subsidy अमित शर्मा अर्थव्यवस्था मुफ्त में देने की घोषणा मुफ्तखोरी की सोच
आर्थिकी आर्थिक विकास को प्रभावित करते एनजीओ June 19, 2014 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment -प्रमोद भार्गव- संदर्भः- गुप्तचर ब्यूरो की जांच में एनजीओ की करतूत- देश के स्वयंसेवी संगठन एक बार फिर कठघरे में हैं। मध्य प्रदेश के सिंगरौली में कोयला खनन के खिलाफ आंदोलन जारी है। गुप्तचर ब्यूरो (आईबी) की जांच से खुलासा हुआ है कि यह विरोध विदेशी आर्थिक मदद प्राप्त एक गैर सरकारी संगठन कर रहा […] Read more » अर्थव्यवस्था आर्थिक विकास एनजीओ गैर सरकारी संगठन
आर्थिकी नरेंद्र मोदी के सामने अर्थव्यवस्था की चुनौतियां May 21, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -नरेन्द्र देवांगन- आम चुनावों में देश के मतदाताओं ने कांग्रेस की कार्यशैली को पूरी तरह से नकार दिया है। पिछले एक दशक में अपनी सरकार के दौरान कांग्रेस ने देश को अच्छी विकास दर दी थी। एक समय तो यह दर 7.8 प्रतिशत से भी अधिक हो गई थी। लेकिन सरकार के अंतिम दो वर्षों […] Read more » अर्थव्यवस्था आर्थिक चुनौतियां नरेंद्र मोदी
आर्थिकी अर्थव्यवस्थाः बज चुकी खतरे की घंटी ! June 13, 2012 / June 13, 2012 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव विकास और आर्थिक सुधार के जिस नव उदारवादी पश्चिमी दर्शन का महिमामंडन करने से हम अघाया नहीं करते थे, आज उसने हमें संकटो के ऐसे भंवर में डाल दिया है, जिससे पार पाना मनमोहन सिंह सरकार के लिए एकदम नामुमकिन है। दरअसल सरकार बढ़ती मंहगाई को रोकने के लिए जो टोटके अपनाने की […] Read more » अर्थव्यवस्था
आर्थिकी भारतीय अर्थव्यवस्था और संप्रग रिपोर्ट कार्ड June 10, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment -अशोक हांडू भारतीय मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुरूप मानसून ने 31 मई 2010 को केरल के तट पर दस्तक दी। वैश्विक आर्थिक संकट और सूखे के कठिन दौर से निकलने के बाद इस साल का मानसून देश की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण है। अच्छी शुरुआत होने के कारण यह उम्मीद की जा सकती […] Read more » Economy अर्थव्यवस्था संप्रग