आर्थिकी राजनीति विदेशी निवेश से किसे होगा लाभ January 26, 2018 by राजू पाण्डेय | Leave a Comment पुनः एफडीआई चर्चा में है। यदि सन 2000 से 2017 की अवधि को देखें तो एफडीआई के समर्थन में उठाए गए कदमों में एक निरंतरता दिखती है। नए नए क्षेत्रों में एफडीआई को मंजूरी दी गई है। अलग अलग क्षेत्रों में एफडीआई की मात्रा से सम्बंधित नियमों को शिथिल किया गया है। हम 49 प्रतिशत के […] Read more » FDI Featured foreign investment Who will benefit from foreign investment एफडीआई विदेशी निवेश विदेशी निवेश से लाभ
आर्थिकी राजनीति एफडीआईः आर्थिक सुधार की बड़ी पहल June 23, 2016 / June 23, 2016 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव केंद्र की राजग सरकार ने एक साथ कई बड़े क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी पूंजी निवेश बढ़ाने का जो फैसला किया है, वह अर्थव्यवस्था को गतिशील बनाने की दृष्टि से एक अहम् निर्णय है। लेकिन एफडीआई को अतिरिक्त प्रोत्साहन और उसी के भरोसे अर्थव्यवस्था को धकेलने के उपाय भविष्य में घातक भी साबित हो […] Read more » Featured आर्थिक सुधार की बड़ी पहल एफडीआई
आर्थिकी टॉप स्टोरी व्यावहारिक मोहब्बतें और मौखिक नफरतें May 21, 2015 by संजय द्विवेदी | 1 Comment on व्यावहारिक मोहब्बतें और मौखिक नफरतें –रिटेल एफडीआई पर केंद्र सरकार के यू-टर्न के मायने क्या हैं- -संजय द्विवेदी- भारतीय जनता पार्टी की मोदी सरकार ने खुदरा व्यापार में 51 प्रतिशत एफडीआई के पूर्ववर्ती सरकार के निर्णय को जारी रखने का फैसला किया है। कभी इसी भाजपा ने 8 दिन संसद रोककर, हर राज्य की राजधानी में बड़ा प्रदर्शन आयोजित […] Read more » Featured एफडीआई रिटेल रिटेल एफडीआई पर केंद्र सरकार के यू-टर्न के मायने क्या हैं
आर्थिकी जरूर पढ़ें व्यावहारिक मोहब्बतें और मौखिक नफरतें May 16, 2015 / May 16, 2015 by संजय द्विवेदी | 1 Comment on व्यावहारिक मोहब्बतें और मौखिक नफरतें -रिटेल एफडीआई पर केंद्र सरकार के यू-टर्न के मायने क्या हैं- -संजय द्विवेदी- भारतीय जनता पार्टी की मोदी सरकार ने खुदरा व्यापार में 51 प्रतिशत एफडीआई के पूर्ववर्ती सरकार के निर्णय को जारी रखने का फैसला किया है। कभी इसी भाजपा ने 8 दिन संसद रोककर, हर राज्य की राजधानी में बड़ा प्रदर्शन आयोजित कर […] Read more » Featured एफडीआई रिटेल रिटेल में एफडीआई व्यावहारिक मोहब्बतें और मौखिक नफरतें
आर्थिकी एफडीआई: संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है…….. December 14, 2012 / December 14, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 1 Comment on एफडीआई: संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है…….. संजय पराते प्रत्यक्ष विदेषी निवेश (एफडीआई) पर संसद के अंदर बहस और मतदान के पैटर्न से यह साफ हो गया है कि तथाकथित क्षेत्रीय पार्टियों का आम जनता के व्यापक हितों – जिसको अक्सर राष्ट्रीय हितों के रुप में परिभाषित किया जाता है- से कोई सरोकार नहीं रह गया है। इन दलों का पूरा रवैया […] Read more » एफडीआई
आर्थिकी एफडीआइ पर कड़ी अग्निपरीक्षा-अरविंद जयतिलक December 3, 2012 by अरविंद जयतिलक | Leave a Comment एफडीआइ पर सत्तापक्ष और विपक्ष की खींचतान के बीच यह शुभ संकेत है कि दोनों पक्ष सदन चलाने को राजी हो गए हैं। यूपीए सरकार ने अपनी जिद् का परित्याग कर मत विभाजन वाले नियम के तहत चर्चा की हामी भर दी है। शीतकालीन सत्र के पहले दिन से ही विपक्ष अपनी मांग पर अड़ा […] Read more » एफडीआई
आर्थिकी नैतिक तकाजों से परे एफडीआई का मुद्दा December 3, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | 2 Comments on नैतिक तकाजों से परे एफडीआई का मुद्दा प्रमोद भार्गव राष्ट्रीय मुद्दा बना खुदरा व्यापार में प्रत्यक्ष पूंजी निवेश के मद्देनजर धारा 184 के तहत जो बहस अथवा महाबहस हो रही हैं, उसका वास्ता अब मौकापरस्ती से रह गया है। क्योंकि संप्रग सरकार के जो घटक दल सपा, बसपा और द्रमुक कल तक जिस निवेश के विरोध में थे, वे राजनीतिक जोड़-तोड़ की […] Read more » एफडीआई
आर्थिकी क्यों मनाया जाता है अमेरिका में स्माल बिज़नेस शनिवार? November 30, 2012 by अरुण कान्त शुक्ला | 5 Comments on क्यों मनाया जाता है अमेरिका में स्माल बिज़नेस शनिवार? अरुण कान्त शुक्ला कभी कभी बात को चुटकुले से शुरू करना भी अच्छा होता है। एक बार संता की भैंस बीमार पड़ गई। संता ने बंता से पूछा, जब तुम्हारी भैंस बीमार पड़ी थी तब तुमने भैंस को क्या दवाई दी थी? बंता बोला मैंने उसे सरसों के तेल में गुड़ मिलाकर खिलाया था। संता […] Read more » एफडीआई
आर्थिकी डा. मनमोहन सिंह ने 2002 में कहा था: खुदरा में एफडीआई रोजगार को नष्ट कर देगा November 30, 2012 / November 30, 2012 by लालकृष्ण आडवाणी | Leave a Comment लालकृष्ण आडवाणी अपने पिछले ब्लॉग में मैंने स्मरण कराया था कि एनडीए सरकार के समय कांग्रेस पार्टी के तत्कालीन मुख्य सचेतक श्री प्रियरंजन दासमुंशी ने खुदरा में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश सम्बन्धी योजना आयोग की सिफारिश का संदर्भ देते हुए वाजपेयी सरकार द्वारा ऐसा ‘राष्ट्र-विरोधी‘ काम करने की दिशा में बढ़ने की निंदा की थी। वाणिज्य […] Read more » एफडीआई
आर्थिकी एक था लोकतंत्र और एक थी कांग्रेस ! September 21, 2012 / September 21, 2012 by संजय द्विवेदी | 3 Comments on एक था लोकतंत्र और एक थी कांग्रेस ! एफडीआई के अजगर से कैसै बच पाएगा भारत ? संजय द्विवेदी एक था लोकतंत्र और एक थी कांग्रेस। इस कांग्रेस ने अंग्रेजों द्वारा बनाए गए एक ‘अलीट क्लब’ (याद कीजिए एक अंग्रेज ए.ओ.ह्यूम ने कांग्रेस की स्थापना की थी) को जनांदोलन में बदल दिया और विदेशी पराधीनता की बेड़ियों से देश को मुक्त कराया। किंतु […] Read more » एफडीआई खुदरा बाजार में विदेशी निवेश
आर्थिकी हाट नहीं अब वालमार्ट November 28, 2011 / December 4, 2011 by डॉ0 आशीष वशिष्ठ | 12 Comments on हाट नहीं अब वालमार्ट डॉ0 आशीष वशिष्ठ मल्टी ब्रांड खुदरा निवेश में 51 फीसदी और एकल ब्रांड में 100 फीसदी प्रत्यक्ष की अनुमति देकर अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपनी सरकार की नीति और नीयत का देशवासियों के सामने खुलासा कर दिया है कि वो किस हद तक विदेशी ताकतों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के समक्ष नतमस्तक है. खुदरा बाजार […] Read more » एफडीआई वालमार्ट विदेशी निवेश