मनोरंजन शख्सियत साक्षात्कार सिनेमा सब कुछ अपने आप मिलता गया : असीमा भट्ट June 15, 2017 / June 15, 2017 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment बिहार के छोटे से शहर नवादा की असीमा भट्ट ने अपनी हिम्मत और जुनून के दम पर रंगमंच पर अपनी अलग पहचान बनाई है। धारावाहिक ‘मोहे रंग दे’ और ‘बैरी पिया’ में उन्होंने सशक्त अभिनय कर दर्शकों की वाहवाही भी बटोरी। वह इन दिनों फिल्मों में चरित्र भूमिकाएं भी निभा रही हैं… इन दिनों आप […] Read more » Aseema Bhatt Featured असीमा भट्ट
राजनीति मिसाल बनेगी महाराष्ट्र की किसान ऋणमाफी June 15, 2017 / June 16, 2017 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment ऐसी विरोधाभासी स्थिति उत्पन्न कर दिए जाने के बावजूद कृषि उत्पादनों के दाम उस अनुपात में नहीं बढ़े जिस अनुपात में अन्य जरूरी वस्तुओं और सरकारी कर्मचारियों के वेतनमान बढ़े ? इस कारण किसान और किसानी से जुड़ा मजदूर लगातार आर्थिक विशमता के शिकार होते चले गए। 1960-70 के दशक तक 1 तोला सोना करीब 2 क्विंटल गेंहूं में आ जाया करता था। लेकिन आज इतने ही सोने के दाम 20 क्विंटल गेंहूं के बराबर हैं। 1970 से 2016 के दौरान गेंहूं के मूल्य में वृद्धि महज 19 गुना हुई है, जबकि इसी अवधि के दौरान सरकारी कर्मचारियों के वेतनमान 120 से 150 गुना तक बढ़ाए गए है। Read more » Featured किसान ऋणमाफी महाराष्ट्र महाराष्ट्र की किसान ऋणमाफी
राजनीति योगी सरकार के फैसलों से बड़े बदलाव की आहट June 15, 2017 / June 15, 2017 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment ऊर्जामंत्री ने बिजली विभाग से अन्य विभागों से 10 हजार करोड़ रूपये वसूलने के निर्देश दिये हैं यह प्रदेश के इतिाहस मे पहली बार होने जा रहा हैं । केंद्र सरकार ने भी प्रदेश में सड़कों व पुलों आदि के निर्माण के लिए भारी -भरकम खजाना खोल ही दिया है। यह मुख्यमंत्री की सख्ती का ही असर है कि अफसरों ने जनसुनवाई प्रारम्भ भी कर दी है। वहीं बहुत से अफसर अभी भी समझ नहीं पा रहे हैं। बैठकों में ही अफसरों को डांट पड़ने लग गयी है। Read more » Featured uttar Pradesh changing due to Yogi decision Yogi government in Uttar Pradesh फैसलों से बड़े बदलाव की आहट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ. योगी सरकार
आर्थिकी विविधा जीएसटी से छोटे व्यापारियों की परेशानी बढ़ेगी June 15, 2017 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव देश के बाजार में विभिन्न प्रकार की कर प्रणाली में एकरूपता लाने के नजरिए से 1 जुलाई 2017 से ‘वस्तु एवं सेवा यानी जीएसटी प्रणाली लागू होने जा रही है। किंतु जीएसटी के जो कर प्रावधान देखने में आ रहे हैं, उन्हें देखने से पता चलता है कि शून्य समेत चार प्रकार की […] Read more » Featured gst GST will influence small traders जीएसटी से छोटे व्यापारियों की परेशानी बढ़ेगी
समाज युवापीढ़ी की निराशा बहुत घातक हो सकती है June 15, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment देश-विदेश में तमाम संकटों से जूझ रही भारतीय आईटी कंपनियों को लग रहा है कि ऊबर का तरीका अगर वे सॉफ्टवेयर इंजिनियरों को लेकर अपना लें - उन्हें नियमित नौकरी पर रखने के बजाय प्रॉजेक्ट की जरूरतों के अनुरूप ही उनकी सेवाएं लें - तो न सिर्फ उनके स्थायी खर्चे बचेंगे, बल्कि कर्मचारियों से जुड़ी हर तरह की जिम्मेदारी से भी वे मुक्त हो जाएंगी। Read more » fatal Featured the depression of young generation the depression of young generation is very fatal युवापीढ़ी युवापीढ़ी की निराशा रोज़गार
समाज शराबबंदी से बदलता महिलाओं का जीवन June 14, 2017 / June 14, 2017 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment जगीना जांगड़े बिहार की ही तर्ज पर कुछ समय पहले छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राज्य में शराबबंदी लागु करने का निश्चय किया गया। इसका असर छत्तीसगढ़ के कई गांवो में दिखने लगा है। जिला जांजगीर चांपा का कोसिर गांव इन्ही गांव में से एक है। जहां कुछ समय पहले तक कई परिवार शराब बंदी के कारण […] Read more » Featured liquor ban शराबबंदी
राजनीति आर्तनाद अन्नदाता का! June 14, 2017 by शिव शरण त्रिपाठी | Leave a Comment आला कमान व राहुल बाबा की नजरों में हीरो बनने की चाहत में माननीय दीक्षित जी ने रविवार को अपने एक बयान में भारतीय सेना के प्रमुख जनरल विपिन रावत 'सड़क का गुंडा करार दे डालाÓ उनकी व कांग्रेस की बुरी तरह भद्द पिटने पर भले ही दीक्षित ने माफी मांग ली पर खुद को, कांग्रेस को जितना नुकसान पहुंचना था वो तो उन्होने पहुंचा ही दिया। कोई भी यह नहीं समझ पा रहा है कि आखिर कांग्रेस के रणनीतिकार कांग्रेस को किस दिशा में ले जाना चाहते है। राहुल गांधी की राजनीतिक अपरिपक्वता समझ में आती है पर सोनिया गांधी का मौन समझ से परे है। Read more » Featured अन्नदाता
चिंतन धर्म-अध्यात्म जानिए वास्तु अनुसार आदर्श घर कैसा होना चाहिए? June 14, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | 17 Comments on जानिए वास्तु अनुसार आदर्श घर कैसा होना चाहिए? वास्तु कुछ नियमों का पालन का विकास करने,इमारतों और हमारे आसपास के प्राकृतिक सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखने के लिए एक बहुत पुरानी प्रथा है। भारतीय सभ्यता की यह सदियों पुरानी प्रथा अद्भुत परिणाम देती है और इसके चिकित्सकों का जीवन सफल, समृद्ध और शांतिपूर्ण बनाती है |बढ़ती हुई आबादी और जगह की कमी की […] Read more » Featured वास्तु अनुसार आदर्श घर
समाज बारिश और बचपन June 14, 2017 by मिलन सिन्हा | Leave a Comment बचपन में बारिश हो और हम जैसे बच्चे घर में बैठे रहें, नामुमकिन था. किसी न किसी बहाने बाहर जाना था, बारिश की ठंडी फुहारों का आनन्द लेते हुए न जाने क्या-क्या करना था. हां, पहले से बना कर रक्खे विभिन्न साइज के कागज़ के नाव को बारिश के बहते पानी में चलाना और पानी में छप-छपाक करना सभी बच्चों का पसंदीदा शगल था. Read more » Featured बचपन बारिश
समाज किसान-आंदोलन: कुछ अच्छी पहल June 13, 2017 / June 13, 2017 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment कर्ज माफी का एक नुकसान यह भी है कि कहीं यह किसानों की एक लत ही न बन जाए लेकिन फिर भी कम से कम एक बार तो किसानों को यह तात्कालिक राहत मिलनी ही चाहिए। किसानों को स्थायी राहत मिले, इस दिशा में मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कुछ अच्छे कदमों की घोषणा की है। जैसे हर गांव और शहर में किसान बाजार बनाए जाएंगे, जहां किसान सीधे स्वयं अपनी चीजें बेच सकेंगे। अगर बिचौलिए नहीं होंगे तो जो प्याज़ उसे 5 रु. किलो बेचनी पड़ती है, उसके उसे 15 से 20 रु. किलो तक मिलेंगे। Read more » Featured किसान आंदोलन
व्यंग्य साहित्य यह आंदोलन , वह आंदोलन ….!! June 13, 2017 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment बेशक अपराधी के गांव वाले या परिजनों के लिए यह मामूली बात थी। क्योंकि उसका जेल आना – जाना लगा रहता था। अपराधी को जीप में बिठाने के दौरान परिजनों ने पुलिस वालों से कहा भी कि ले तो जा रहे हैं ... लेकिन ऐसी व्यवस्था कीजिएगा कि बंदे को आसानी से जमानत मिल जाए। पुलिस ने केस फारवर्ड किया तो अदालत ने उसकी जमानत याचिका नामंजूर करते हुए आरोपी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। बस फिर क्या था। आरोपी के गांव में कोहराम मच गया। लोगों ने पास स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग पर पथावरोध कर ट्रैफिक जाम कर दिया। सूचना पर पुलिस पहुंची तो उन्हें दौड़ा – दौड़ा कर पीटा। Read more » Featured आंदोलन
राजनीति शंघाई के अखाड़े में भारत-पाक June 13, 2017 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में पाकिस्तान का नाम लिए बिना आतंकवाद और चीन का नाम लिए बिना ‘ओबोर’ के द्वारा भारतीय संप्रभुता के उल्लंघन की बात कही। बहुत अच्छा किया। यह विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को बीजिंग में हुए ‘ओबोर’ सम्मेलन में जाकर कहना था। अब भूल-सुधार हो गया लेकिन शंघाई सहयोग संगठन से बहुत ज्यादा उम्मीद करना ठीक नहीं होगा, क्योंकि इसके छह सदस्यों में चीन और रुस के अलावा मध्य एशिया के वे चार मुस्लिम राष्ट्र हैं, जो 20 साल पहले तक रुस के प्रांत रहे हैं। Read more » Featured शंघाई शांघाई सहयोग संगठन