साक्षात्कार केरल का कन्नूर – एक इंटरव्यू जो छपा नहीं ! April 29, 2016 by हरिहर शर्मा | Leave a Comment केरल का कन्नूर एक ऐसा जिला है, जो संघस्वयंसेवकों पर हुए अत्याचारों की अनेकों अनकही कहानियाँ अपने अन्दर छुपाये हुए हैं ! यह दुर्भाग्यपूर्ण तथ्य है कि पुराने मीडिया की नजरे इनायत इधर नहीं है ! क्योंकि उसकी व्यस्तता और रूचि संघ परिवार के सकारात्मक सेवा कार्यों को विध्वंसक बताकर उसे अकारण बदनाम करने में […] Read more » attack on RSS workers in Kunnoor Featured केरल का कन्नूर
विविधा पारंपरिक मई दिवस या अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस April 29, 2016 / April 30, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा- राधेश्याम द्विवेदी मई दिवस 1 मई को होता है और कई सार्वजनिक अवकाशों को संदर्भित करता है। कई देशों में मई दिवस अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस या श्रम दिवस का पर्यायवाची है, तथा राजनीतिक प्रदर्शनों और यूनियनों व समाजवादी समूहों द्वारा आयोजित समारोह का एक दिन मई दिवस, बेलटेन के केल्टिक त्योहार और वालपुर्गिस नाईट […] Read more » 1st May Featured International Labour Day अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस पारंपरिक मई दिवस
समाज बिना गाय के मानव का भविष्य धूमिल है April 28, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment किसी छोटे से छोटे कार्यक्रम का आयोजन भी बिना उसकी योजना के अपूर्ण ही रहता है। यदि कार्यक्रम की पूर्ण रूपरेखा बना ली गयी है और उसके एक-एक पहलू पर पूर्ण चिंतन-मनन कर लिया गया है तो फिर उसके संपन्न होने में किसी प्रकार की बाधा नही आ सकती। पूर्ण मनोयोग से किये गये कार्य […] Read more » Featured गाय मानव का भविष्य
ज्योतिष धर्म-अध्यात्म वर्त-त्यौहार जानिए अक्षय तृतीया 2016 का महत्त्व…जानिए क्यों नहीं होंगे विवाह इस बार अक्षय तृतीया पर।। April 28, 2016 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment अक्षय तृतीया पर्व को कई नामों से जाना जाता है।। इसे अखतीज और वैशाख तीज भी कहा जाता है।। ‘न क्षयः इति अक्षयः’ अर्थात- जिसका क्षय नहीं होता वह अक्षय। मुहूर्त ज्योतिष के अनुसार चंद्रमास और सौरमास के अनुसार तिथियों का घटना-बढ़ना, क्षय होना तय होता है, लेकिन ‘अक्षय’ तृतीया का कभी भी क्षय नहीं […] Read more » Akshay Tritiya 2016 Featured अक्षय तृतीया 2016
विधि-कानून विविधा जजों की कमी के इतर भी हैं कारण April 28, 2016 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव यह कुछ अनूठा, अकल्पनीय और अप्रत्यक्षित था कि न्यायपालिका की मजबूरियों का रोना रोते हुए देश के प्रधान न्यायाधीश की आंखों से वाकई आंसू छलक आए। मुख्यमंत्रियों और उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों के संयुक्त सम्मेलन को संबोधित करते हुए सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश तीरथ सिंह ठाकुर की जजों की संख्या बढ़ाने […] Read more » deficit of judges in the court Featured जजों की कमी
समाज चुल्लू भर पानी का सवाल है भई ! April 27, 2016 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment अशोक “प्रवृद्ध” जीव-जन्तु हो या पेड़-पौधे,सबो के जीवन के लिए अत्यन्त ही महत्व की चीज है-जल। जल के अभाव में जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है।इसीलिए कहा गया हैकि जल ही जीवन है।वेद,पुराण,उपनिषद,इतिहासादि ग्रन्थों में सर्वत्र जल की महिमा गायी गई है।ग्रीष्म काल में तो जल की महता और भी बढ़ जाती […] Read more » Featured need to conserve water save water water चुल्लू भर पानी चुल्लू भर पानी का सवाल पानी
राजनीति भगवा आतंकवाद के झूठ का शिकार बनी साध्वी April 27, 2016 by प्रवीण दुबे | 2 Comments on भगवा आतंकवाद के झूठ का शिकार बनी साध्वी प्रवीण दुबे क्या उसका कसूर केवल यह था कि वह भगवा वस्त्र पहनती थी, उसका अपराध यह था कि वह प्रबल राष्ट्रवादी थी, उसका दोष यह था कि उसने संन्यासिनी बनकर धर्म जागरण के रास्ते हिन्दुत्व जागरण का व्रत लिया। हम बात कर रहे हैं उस साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की जो लगभग 8 वर्ष से […] Read more » Featured झूठ का शिकार बनी साध्वी भगवा आतंकवाद साध्वी प्रज्ञा
विविधा शराबबंदीः सवाल, नीयत और नैतिकता का April 27, 2016 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment जिसके पक्ष में एक भी तर्क नहीं, उसे भी बंद करते हुए क्यों कांप रहे हैं हाथ -संजय द्विवेदी शराबबंदी इस तरह राजनीति का एक बड़ा मुद्दा बन जाएगी किसने सोचा था। भ्रष्टाचार के बाद शायद अगला राजनीतिक विमर्श, शराब पर ही होना है। बिहार के मुख्यमंत्री के इस साहसिक निर्णय ने कई नेताओं को […] Read more » ban on alcohol Featured शराबबंदी
आर्थिकी समाज रामदेव के स्वदेशी मॉडल से पेट में मरोड़ क्यों? April 27, 2016 by प्रवीण दुबे | 2 Comments on रामदेव के स्वदेशी मॉडल से पेट में मरोड़ क्यों? प्रवीण दुबे बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद ने वित्त वर्ष 2015-16 के दौरान अपनी बिक्री 5,000 करोड़ रुपये के पार जाने तथा इस वर्ष का लक्ष्य 10,000 करने की घोषणा क्या की कुछ लोगों के पेट में मरोड़ उठने लगी। आश्चर्य की बात यह है कि बाबा रामदेव की इस उपलब्धि पर कपड़े फाडऩे वालों […] Read more » Featured पेट में मरोड़ रामदेव रामदेव के स्वदेशी मॉडल स्वदेशी मॉडल
विविधा 29 अप्रैल : अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस April 27, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा- राधेश्याम द्विवेदी भगवान की आराधना नृत्य है। नृत्य एक सशक्त अभिव्यक्ति व आकर्षक होती है। भरतनाट्यम नृत्य ईसा पूर्व 10वीं से 7वीं शताब्दी के बीच रचित चीनी कविताओं के संकलन ‘द बुक ऑफ़ सोंग्स’ के प्राक्कथन में कहा गया है- “भावनाएं द्रवित हो बनते शब्द जब शब्द नहीं होते अभिव्यक्त हम आहों से कुछ […] Read more » 29 अप्रैल Featured International Dance Day अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस
समाज नये दौर की नयी सोच : स्टार्टअप इंडिया April 26, 2016 / April 29, 2016 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग स्टार्टअप इंडिया-भारत के युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की एक नई सुबह की आहट है। बिजनेस के नए आयडियाज तलाशना और दुनिया में भारत के व्यापार को नई पहचान देना ही स्टार्टअप की ओर पहला कदम है। ये स्टार्टअप ही टेक्नोलॉजी और बड़े निवेशक के आयडिया को बड़े स्तर पर ले सकते हैं। भारत […] Read more » Featured Start Up India नये दौर की नयी सोच स्टार्टअप इंडिया
विधि-कानून विविधा लंबित मामलों के निष्पादन में गति जरूरी April 26, 2016 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment सुरेश हिंदुस्थानी लोकतंत्र की मजबूती के लिए प्राय: तीन आधार स्तंभों की चर्चा की जाती रही है। इसमें विधायिका, न्यायपालिका और कार्यपालिका हैं। हालांकि मीडिया भी वर्तमान में चौथा स्तंभ बनकर हमारे सामने है। लेकिन सबसे पहले लोकतंत्र के तीन स्तंभों का ही प्रचलन था। संवैधानिक व्याख्या भी इन्हीं तीन स्तंभों का चित्र प्रस्तुत […] Read more » Featured