राजनीति जाट आरक्षण : आंदोलन का नया अल्टीमेटम March 27, 2016 / March 27, 2016 by जावेद अनीस | Leave a Comment जावेद अनीस जाट आरक्षण आंदोलन फिलहाल आगामी तीन अप्रैल तक के लिए टल गयी है, इसी के साथ ही जाट नेताओं ने हरियाणा सरकार को एक नयी डेडलाइन देते हुए कहा है कि वह 31 मार्च तक चलने वाले विधानसभा के मौजूदा सत्र में आरक्षण विधेयक पारित कराये । अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति […] Read more » Featured जाट आरक्षण जाट आरक्षण आंदोलन
समाज बाल सुरक्षा की चुनोतियाँ March 27, 2016 by उपासना बेहार | Leave a Comment उपासना बेहार देश में बच्चों की सुरक्षा एक बहुत गंभीर मसला बन कर उभर रहा है। कमजोर, लाचार और वंचित बच्चों को शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का सामना आये दिन करना पड़ रहा है। आज बच्चे कही भी सुरक्षित नही हैं। पहले माना जाता था कि बच्चों के लिए सबसे सुरक्षित जगह उनका घर होता […] Read more » Featured घरेलू काम नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो पोर्नग्राफी बच्चों के साथ अपराध और हिंसा बच्चों को सुरक्षा बंधुआ मजदूरी बाल तस्करी बाल विवाह बाल सुरक्षा बाल सुरक्षा की चुनोतियाँ भिक्षावृति
विविधा जब मौत ”मजहबी” होने लगे तो क्या होता है ? March 27, 2016 / March 27, 2016 by हिमांशु तिवारी आत्मीय | Leave a Comment बदलते भारत का मतलब कभी कोई आजादी की खातिर अचानक ही सक्रिय हो जाता है तो कोई हत्याओं को मजहबी चश्मे से देखने लगता है। मौत में इंसानियत की हत्या नहीं बल्कि दलित की हत्या के तौर पर सुराग जुटाए जाते हैं। आंदोलन होता है, तख्तियां बनती हैं, मरने वाले व्यक्ति के चित्र के […] Read more » Featured
विविधा लेबर कोर्ट में मनोरंजन वस्तु बना लेबर March 27, 2016 by अरूण पाण्डेय | Leave a Comment अरूण पाण्डेय क्या है गरीब, कैसे चलता है उसका जीवन , कैसे पालता है अपने बच्चों को ,जिन्हें सरकारी में बैठे अधिकारी कैसे निगल जाते है इसका ताजा उदाहरण है दिल्ली का लेबर विभाग। इन्हें बाल मजूदर काम करते नही दिखते, लडकियांे का शोषण नही दिखता और यदा कदा अगर कोई इनके पास पगार न […] Read more » Featured लेबर लेबर कोर्ट लेबर कोर्ट में मनोरंजन वस्तु बना लेबर सरकार मौन
आलोचना साहित्य रिश्ता: ‘आधुनिक अध्यात्म’ और व्यवसाय का ? March 26, 2016 by निर्मल रानी | 2 Comments on रिश्ता: ‘आधुनिक अध्यात्म’ और व्यवसाय का ? निर्मल रानी भारतवर्ष को अध्यात्म के क्षेत्र में विश्व का सबसे बड़ा देश माना जाता है। हमारे देश में अनेक ऐसे तपस्वी व त्यागी,महान अध्यात्मवादी,पीर-फ़क़ीर, सूफ़ी-संत गुज़रे हैं जिन्होंने नि:स्वार्थ रूप से समाज में मानवता के परोपकार हेतु तमाम ऐसे कार्य किए जिसकी बदौलत उनके अनुयाईयों की संख्या तथा उनके प्रति श्रद्धा इस हद तक […] Read more » Featured आधुनिक अध्यात्म व्यवसाय
विश्ववार्ता आतंक की दवा इस्लाम ही करे March 26, 2016 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिक बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में हुए आतंकी हमले से सारी दुनिया में कंपकंपी दौड़ गई है। लोग यह समझ नहीं पा रहे हैं कि यूरोप-जैसे सुशिक्षित, मालदार और सुरक्षित राष्ट्रों में ऐसे भयंकर आतंकी हमले क्यों होते रहते हैं? जहां तक बेल्जियम का प्रश्न है, वह देश छोटा जरुर है लेकिन वह […] Read more » Featured आतंक की दवा इस्लाम ही करे
महत्वपूर्ण लेख राजनीति समाज देश का वास्तविक गद्दार कौन? गांधी-नेहरू या सावरकर ? भाग 1 March 26, 2016 / March 30, 2016 by राकेश कुमार आर्य | 2 Comments on देश का वास्तविक गद्दार कौन? गांधी-नेहरू या सावरकर ? भाग 1 कांग्रेस ने स्वात्रय वीर सावरकर ‘गद्दार’ कहकर राष्ट्रीय भावनाओं के साथ एक बार पुन: ‘गद्दारी’ की है। वीर सावरकर एक ऐसे व्यक्तित्व का नाम है जिनका समकालीन राजनीति में हर मुद्दे पर अपना ऐसा स्पष्ट चिंतन रहा जो कालातीत बन गया, और आज तक नवीन बना हुआ है। उनकी स्पष्टवादिता और शुद्घ राष्ट्रवादी दृष्टिकोण कांग्रेस […] Read more » Featured गांधी देश का वास्तविक गद्दार नेहरू वीर सावरकर सावरकर
समाज गाली मत देना March 26, 2016 by संजय चाणक्य | 1 Comment on गाली मत देना संजय चाणक्य ‘‘राजनीति घर-घर घुसी,कर डाला विखराव। टुकड़ों में आगंन बटा, किए दिलों में घांव।।’’ आप सबसे माफी का तलबगार हू। सोचता हू अपने कटु शब्दों से आपके दिल पर चोट नही पहुंचाए। पर क्या करे, मन-मस्तिष्क में तैर रहे शब्द को रोक नही पाता हू और दिल की भड़ास खुद-ब-खुद कलम के माध्यम से […] Read more » Featured
समाज डा. नारंग : इतने गुस्से में क्यों हैं लोग? March 26, 2016 by संजय द्विवेदी | 3 Comments on डा. नारंग : इतने गुस्से में क्यों हैं लोग? संजय द्विवेदी यह कितना निर्मम समय है कि लोग इतने गुस्से से भरे हुए हैं। दिल्ली में डा. पंकज नारंग की जिस तरह पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी,वह बात बताती है कि हम कैसा समाज बना रहे हैं। साधारण से वाद-विवाद का ऐसा रूप धारण कर लेना चिंता में डालता है। लोगों में जैसी […] Read more » death of Dr.narang Featured the dentist dr. narang Vikaspuri dentist's murder इतने गुस्से में क्यों हैं लोग? डा. नारंग की हत्या
पर्यावरण शख्सियत चिपको आंदोलन के 46 साल March 25, 2016 by पंकज कुमार नैथानी | 1 Comment on चिपको आंदोलन के 46 साल 26 मार्च 1974 की सर्द सुबह…सूरज पहाड़ पर चढ़ रहा था…चमोली जिले के रैणी गांव में भले ही सूरज की तपिश कम थी लेकिन यहा के जंगलों एक क्रांति धधकने को तैयार थी…रैणी गांव में उस वक्त पुरुष अपने कामकाजड के लिए घरो से निकल चुके थे..घरो में बची थी तो बस महिलाएं…वो भी किसी […] Read more » Chipko Aandolan Featured Gaura Devi of Chipko Aandolan गौरा देवी चिपको आंदोलन चिपको आंदोलन के 46 साल
विविधा राष्ट्र के भीतर एक देश उगने के मायनें March 25, 2016 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment संदर्भ: श्री श्री के आयोजन में सेना का सहयोग अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम के अगुआ, अमेरिका के प्रथम उप राष्ट्रपति और दि्वतीय राष्ट्रपति एडम स्मिथ ने कहा था “ध्यान रहे लोकतंत्र चिरायु नहीं होता,यह शीघ्र चूक जाता है , थक जाता है और ख़ुद को क़त्ल कर लेता है. ऐसा कोई अब तक लोकतंत्र नहीं जिसने ख़ुदकुशी न की […] Read more » Featured use of army in art of living programme श्री श्री के आयोजन सेना का सहयोग
राजनीति मैं भी हूँ, तुम भी हो, यह राष्ट्रवाद है। March 25, 2016 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment भारत का आम आदमी आज जिस दौर से गुजर रहा है, वह अचम्भित है कि इतनी विविध प्रकार की जो घटनाएँ घटित हो रही हैं उन्हें वह किस रूप में देखे क्योंकि अचानक आज देश में विवादों की बाढ़ सी आ गई है ।एक ओर विश्व में भारत एक उभरती हुई अर्थव्यवस्था के रूप में […] Read more » Featured Nationalism राष्ट्रवाद