
जम्मू-कश्मीर की मूल समस्या और उसका संवैधानिक समाधान
Updated: December 22, 2011
– धाराराम यादव देश की स्वतंत्रता ब्रिटिश संसद द्वारा पारित भारतीय स्वातंत्र्य अधिनियम के प्रावधानों के अन्तर्गत प्राप्त हुई जिसके अनुसार तत्कालीन ब्रिटिश सत्ता के…
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जैविक कृषि और ग्रामीण स्वावलंबन
Updated: December 22, 2011
– डॉ. मनोज चतुर्वेदी भारत गांवों का देश है जहां कि 70 प्रतिशत जनसंख्या आज भी गांवों में रहती है। यह ठीक है कि भूमंडलीकरण…
Read moreबीमा क्षेत्रों में भ्रष्टाचार के नए रूप
Updated: December 22, 2011
– हरिकृष्ण निगम सच देखा जाए तो हम आज अपराधों की एक नई प्रकृति की दुनियां में जी रहे हैं। यह वे सफेदपोश अपराध हैं…
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ईश्वर या ब्रह्म होना सबकी संभावना है
Updated: December 22, 2011
– हृदयनारायण दीक्षित ऋग्वेद के ऋषि संसार में उल्लास देखते थे। तब संसार में उल्लास था भी। तब धन और संपदा जीवन निर्वाह के साधन…
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रुद्र शिव अखिल विश्व की महादेव प्रतीति
Updated: December 22, 2011
– हृदयनारायण दीक्षित शिव सत्य हैं, सुन्दरतम् हैं। वे देवाधिदेव महादेव हैं, वे रुद्र हैं। वे परम हैं, लेकिन भोलेशंकर भी हैं। शिव हिन्दू दर्शन…
Read moreपुरुष से ऊंचा स्थान है नारी का हिंदू परंपरा में ? – दीपा शर्मा
Updated: December 22, 2011
दीपा शर्मा जी का यह आलेख प्रवक्ता.कॉम ने उनके “पुरुष से ऊंचा स्थान है नारी का हिंदू परंपरा में” URL : https://www.pravakta.com/?p=12298 में किये गए…
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सेक्स की तलाश में नहीं रहती मेरे उपन्यासों की स्त्री : मैत्रेयी पुष्पा
Updated: December 22, 2011
साल-2007 के आख़िरी दिनों या फिर 08 के शुरुआती महीनों में कभी, दिन-तारीख़ तो अब याद नहीं…दैनिक जागरण के अपने स्तंभ बेबाक बातचीत के लिए…
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खुली फ़िज़ां में सांस लेंगी बुर्क़े में क़ैद ‘हव्वा’ की बेटियां
Updated: December 22, 2011
-फ़िरदौस ख़ान यूरोपीय देशों ने बुर्क़े को ‘अमानवीय’ क़रार देते हुए मुस्लिम महिलाओं को इससे निजात दिलाने की मुहिम छेड़ी है। ब्रिटेन के कंजरवेटिव सांसद…
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भगवान राम की अयोध्या पर फिर से आधुनिक बाबरों का आक्रमण?
Updated: December 22, 2011
-डॉ. प्रवीण तोगड़िया गत कुछ वर्षों से भारत पर, भारत के तीर्थस्थानों पर इस्लामी आक्रामणकारियों द्वारा किये विकृत आक्रमणों का इतिहास दोहराने का घिनौना षड्यंत्र…
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आखिर क्यों?
Updated: December 22, 2011
50 हजार माहवार फिर भी कम? -राजेश त्रिपाठी हमारा देश कई मामले में महान है। यहां सरकार को चुननेवाली जनता का बड़ा हिस्सा फटेहाल, बदहाल…
Read moreघर के लड़का गौहीं चूसें, मामा खाए अमावट
Updated: December 22, 2011
-लिमटी खरे बुंदेल खण्ड की एक मशहूर कहावत है- ‘‘घर के लड़का गोहीं (आम की गुठली) चूसें, मामा खाएं अमावट (आम के रस से तैयार…
Read moreहिन्दू क्यों नहीं चाहते, हिन्दूवादी सरकार!
Updated: December 22, 2011
डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश‘ (ऐसे 21 सुधार जो भारत को फिर से सोने की चिडि़या बना सकते हैं।) मेरी छोटी सी पृष्ठभूमि : मैं मीणा…
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