राजनीति जम्मू-कश्मीर की मूल समस्या और उसका संवैधानिक समाधान

जम्मू-कश्मीर की मूल समस्या और उसका संवैधानिक समाधान

– धाराराम यादव देश की स्वतंत्रता ब्रिटिश संसद द्वारा पारित भारतीय स्वातंत्र्य अधिनियम के प्रावधानों के अन्तर्गत प्राप्त हुई जिसके अनुसार तत्कालीन ब्रिटिश सत्ता के…

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खेत-खलिहान जैविक कृषि और ग्रामीण स्वावलंबन

जैविक कृषि और ग्रामीण स्वावलंबन

– डॉ. मनोज चतुर्वेदी भारत गांवों का देश है जहां कि 70 प्रतिशत जनसंख्या आज भी गांवों में रहती है। यह ठीक है कि भूमंडलीकरण…

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बीमा क्षेत्रों में भ्रष्टाचार के नए रूप

– हरिकृष्ण निगम सच देखा जाए तो हम आज अपराधों की एक नई प्रकृति की दुनियां में जी रहे हैं। यह वे सफेदपोश अपराध हैं…

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धर्म-अध्यात्म ईश्वर या ब्रह्म होना सबकी संभावना है

ईश्वर या ब्रह्म होना सबकी संभावना है

– हृदयनारायण दीक्षित ऋग्वेद के ऋषि संसार में उल्लास देखते थे। तब संसार में उल्लास था भी। तब धन और संपदा जीवन निर्वाह के साधन…

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धर्म-अध्यात्म रुद्र शिव अखिल विश्‍व की महादेव प्रतीति

रुद्र शिव अखिल विश्‍व की महादेव प्रतीति

– हृदयनारायण दीक्षित शिव सत्य हैं, सुन्दरतम् हैं। वे देवाधिदेव महादेव हैं, वे रुद्र हैं। वे परम हैं, लेकिन भोलेशंकर भी हैं। शिव हिन्दू दर्शन…

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पुरुष से ऊंचा स्‍थान है नारी का हिंदू परंपरा में ? – दीपा शर्मा

दीपा शर्मा जी का यह आलेख प्रवक्ता.कॉम ने उनके “पुरुष से ऊंचा स्‍थान है नारी का हिंदू परंपरा में” URL : https://www.pravakta.com/?p=12298 में किये गए…

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साक्षात्‍कार सेक्स की तलाश में नहीं रहती मेरे उपन्यासों की स्त्री : मैत्रेयी पुष्पा

सेक्स की तलाश में नहीं रहती मेरे उपन्यासों की स्त्री : मैत्रेयी पुष्पा

साल-2007 के आख़िरी दिनों या फिर 08 के शुरुआती महीनों में कभी, दिन-तारीख़ तो अब याद नहीं…दैनिक जागरण के अपने स्तंभ बेबाक बातचीत के लिए…

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धर्म-अध्यात्म खुली फ़िज़ां में सांस लेंगी बुर्क़े में क़ैद ‘हव्वा’ की बेटियां

खुली फ़िज़ां में सांस लेंगी बुर्क़े में क़ैद ‘हव्वा’ की बेटियां

-फ़िरदौस ख़ान यूरोपीय देशों ने बुर्क़े को ‘अमानवीय’ क़रार देते हुए मुस्लिम महिलाओं को इससे निजात दिलाने की मुहिम छेड़ी है। ब्रिटेन के कंजरवेटिव सांसद…

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विविधा भगवान राम की अयोध्या पर फिर से आधुनिक बाबरों का आक्रमण?

भगवान राम की अयोध्या पर फिर से आधुनिक बाबरों का आक्रमण?

-डॉ. प्रवीण तोगड़िया गत कुछ वर्षों से भारत पर, भारत के तीर्थस्थानों पर इस्लामी आक्रामणकारियों द्वारा किये विकृत आक्रमणों का इतिहास दोहराने का घिनौना षड्यंत्र…

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विविधा आखिर क्यों?

आखिर क्यों?

50 हजार माहवार फिर भी कम? -राजेश त्रिपाठी हमारा देश कई मामले में महान है। यहां सरकार को चुननेवाली जनता का बड़ा हिस्सा फटेहाल, बदहाल…

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घर के लड़का गौहीं चूसें, मामा खाए अमावट

-लिमटी खरे बुंदेल खण्ड की एक मशहूर कहावत है- ‘‘घर के लड़का गोहीं (आम की गुठली) चूसें, मामा खाएं अमावट (आम के रस से तैयार…

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हिन्दू क्यों नहीं चाहते, हिन्दूवादी सरकार!

डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश‘ (ऐसे 21 सुधार जो भारत को फिर से सोने की चिडि़या बना सकते हैं।) मेरी छोटी सी पृष्ठभूमि : मैं मीणा…

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