राजनीति शख्सियत राजनीति के कुशल रणनीतिकार और ज्ञान के महासागर : अरुण जेटली August 23, 2020 / August 23, 2020 by हर्षवर्धन पान्डे | Leave a Comment हर्षवर्धन पाण्डेभाजपा नेता अरुण जेटली की जिंदगी से जुड़ा हर पहलू और राजनीतिक करियर बेहतरीन था । यूँ ही उन्हें भाजपा का संकटमोचक नहीं कहा जाता था । जेटली का जन्म 28 दिसंबर 1952 को नई दिल्ली के नारायणा विहार इलाके के मशहूर वकील महाराज किशन जेटली के घर हुआ। उनकी प्रारंभिक शिक्षा नई […] Read more » अरुण जेटली ज्ञान के महासागर अरुण जेटली
शख्सियत समाज हिंद स्वराज झंडेवाला पार्क के नायक थे अमर शहीद गुलाब सिंह लोधी August 23, 2020 / August 23, 2020 by ब्रह्मानंद राजपूत | Leave a Comment 85वें बलिदान दिवस 23 अगस्त 2020 पर विशेष भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन का इतिहास ऐसे वीर वीरांगनाओं की कहानियों से भरा पड़ा है जिनके योगदान को कोई मान्यता नहीं मिली है। ऐसे ही हमारे अमर शहीद गुलाब सिंह लोधी हैं जिनका योगदान भी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी रहा है। लेकिन दुर्भाग्य यह रहा है कि अमर शहीद गुलाब सिंह लोधी को इतिहासकारों ने पूरी तरह से उपेक्षित रखा है। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अनेक वीर वीरांगनाओं ने अपने प्राणों की बाजी लगाकर अंग्रेजी हुकूमत के विरुद्ध खुला विद्रोह किया और स्वतंत्रता की खातिर शहीद हो गये। इन्हीं शहीदों में क्रांतिवीर गुलाब सिंह लोधी का नाम भी शामिल है। जिन्होंने अपने प्राणों की बाजी भारत माँ को आजादी दिलाने के लिए लगा दी। उनका जन्म एक किसान परिवार में उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के ग्राम चन्दीकाखेड़ा (फतेहपुर चौरासी) के लोधी परिवार में सन् 1903 में श्रीराम रतनसिंह लोधी के यहां हुआ था। लखनऊ के अमीनाबाद पार्क में झण्डा सत्याग्रह आन्दोलन में भाग लेने उन्नाव जिले के कई सत्याग्रही जत्थे गये थे, परन्तु सिपाहियों ने उन्हें खदेड़ दिया और ये जत्थे तिरंगा झंडा फहराने में कामयाब नहीं हो सके। इन्हीं सत्याग्रही जत्थों में शामिल वीर गुलाब सिंह लोधी किसी तरह फौजी सिपाहियों की टुकड़ियों के घेरे की नजर से बचकर आमीनाबाद पार्क में घुस गये और चुपचाप वहां खड़े एक पेड़ पर चढ़ने में सफल हो गये। क्रांतिवीर गुलाब सिंह लोधी के हाथ में डंडा जैसा बैलों को हांकने वाला पैना था। उसी पैना में तिरंगा झंडा लगा लिया, जिसे उन्होंने अपने कपड़ों में छिपाकर रख लिया था। क्रांतिवीर गुलाब सिंह ने तिरंगा फहराया और जोर-जोर से नारे लगाने लगे- तिरंगे झंडे की जय, महात्मा गांधी की जय, भारत माता की जय। अमीनाबाद पार्क के अन्दर पर तिरंगे झंडे को फहरते देखकर पार्क के चारों ओर एकत्र हजारों लोग एक साथ गरज उठे और तिरंगे झंडे की जय, महात्मा गांधी की जय, भारत माता की जय। झंडा सत्याग्रह आन्दोलन के दौरान देश की हर गली और गांव शहर में सत्याग्रहियों के जत्थे आजादी का अलख जगाते हुए घूम रहे थे। झंडा गीत गाकर, झंडा ऊंचा रहे हमारा, विजय विश्व तिरंगा प्यारा, इसकी शान न जाने पावे, चाहे जान भले ही जाये, देश के कोटि कोटि लोग तिरंगे झंडे की शान की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व बलिदान करने के लिए दीवाने हो उठे थे। समय का चक्र देखिए कि क्रांतिवीर गुलाब सिंह लोधी के झंडा फहराते ही सिपाहियों की आंख फिरी और अंग्रेजी साहब का हुकुम हुआ, गोली चलाओ, कई बन्दूकें एक साथ ऊपर उठीं और धांय-धांय कर फायर होने लगे, गोलियां क्रांतिवीर सत्याग्रही गुलाबसिंह लोधी को जा लगीं। जिसके फलस्वरूप वह घायल होकर पेड़ से जमीन पर गिर पड़े। रक्त रंजित वह वीर धरती पर ऐसे पड़े थे, मानो वह भारत माता की गोद में सो गये हों। इस प्रकार वह आजादी की बलिवेदी पर अपने प्राणों को न्यौछावर कर 23 अगस्त 1935 को शहीद हो गये। क्रांतिवीर गुलाबसिंह लोधी के तिरंगा फहराने की इस क्रांतिकारी घटना के बाद ही अमीनाबाद पार्क को लोग झंडा वाला पार्क के नाम से पुकारने लगे और वह आजादी के आन्दोलन के दौरान राष्ट्रीय नेताओं की सभाओं का प्रमुख केन्द्र बन गया, जो आज शहीद गुलाब सिंह लोधी के बलिदान के स्मारक के रूप में हमारे सामने है। मानो वह आजादी के आन्दोलन की रोमांचकारी कहानी कह रहा है। क्रांतिवीर गुलाब सिंह लोधी ने जिस प्रकार अदम्य साहस का परिचय दिया और अंग्रेज सिपाहियों की आँख में धूल झोंककर बड़ी चतुराई तथा दूरदर्शिता के साथ अपने लक्ष्य को प्राप्त किया, ऐसे उदाहरण इतिहास में बिरले ही मिलते हैं। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के समय अग्रणी भूमिका निभाने के लिए उनकी याद में केंद्र सरकार द्वारा जनपद उन्नाव में 23 दिसंबर 2013 को डाक टिकट जारी किया गया। एक सच्चा वीर ही देश और तिरंगे के लिये अपने प्राण न्यौछावर कर सकता है। ऐसे ही अमर शहीद गुलाब सिंह लोधी एक सच्चे वीर थे जिन्होंने अपने देश और तिरंगे की खातिर अपना बलिदान दे दिया और तिरंगे को झुकने नहीं दिया। अमर शहीद गुलाब सिंह लोधी का बलिदान देशवासियों को देशभक्ति और परमार्थ के लिये जीने की प्रेरणा देता रहेगा। आज हम वीर शहीद गुलाब सिंह लोधी को उनके 85वें बलिदान दिवस पर नमन करते हुए यही कह सकते हैं कि- ‘‘शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर वर्ष मेले। वतन पर मरने वालों का यह बाकी निशां होगा।’’ जय हिंद, जय भारत Read more » Gulab singh lodhi अमर शहीद गुलाब सिंह लोधी गुलाब सिंह लोधी
लेख शख्सियत पागलों की रांची बनी, धोनी की रांची August 21, 2020 / August 21, 2020 by नवेन्दु उन्मेष | Leave a Comment नवेन्दु उन्मेष एक जमाने में रांची को पागलों की रांची के नाम से जाना जाता था। शहर मेंअगर किसी दुकानदार या ग्राहक के बीच खरीदारी को लेकर विवाद छिड़ जाता तोवे एक-दूसरे को कहते-तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है। कांके में जाकर इलाजकराओ। रांची का मतलब कांके पागलखाना हुआ करता था। रांची के सबसे बड़ेमनोरोग […] Read more » धोनी की रांची
लेख शख्सियत हर पात में जस नाम की सम्मोहित झंकार August 18, 2020 / August 18, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग- हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत का दुनिया में विशिष्ट स्थान है, क्योंकि यह सत्यं, शिवं और सौन्दर्य की युगपत् उपासना की सिद्ध एवं चमत्कारी अभिव्यक्ति है। हमने इतिहास में पढ़ा है कि जब तानसेन ने दीपक राग गाया तो दीप स्वतः जलने लगे, हमारे शास़्त्रीय संगीत के सिद्ध गायक जब मेघ मल्हार गाते तो वर्षा […] Read more » पंडित जसराज पुत्र सारंग देव पुत्री दुर्गा मधु जसराज
लेख शख्सियत बग़ावत और मुहब्बत का सागर थे राहत इंदौरी August 12, 2020 / August 12, 2020 by केवल कृष्ण पनगोत्रा | Leave a Comment केवल कृष्ण पनगोत्राबग़ावत और मुहब्बत का एक सागर देखते ही नजरों से दूर हो गया! मुहब्बत वालों से मुहब्बत, मगर फिरका परस्तों से बग़ावत सिखा गया!!(के के पनगोत्रा)मरहूम राहत इंदोरी साहिब के लिए मेरे पास इससे माकूल अल्फाज नहीं हो सकते। 11 अगस्त 2020, मंगल का रोज़ एक ऐसी खबर लेकर आया जिसने पूरी दुनिया में […] Read more » rahat Indori was a sea of rebellion and love राहत इंदौरी
लेख शख्सियत समाज रवीन्द्रनाथ की स्मृति में उम्मीद के उजाले August 6, 2020 / August 6, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment रवीन्द्रनाथ ठाकुर स्मृति दिवस- 7 अगस्त, 2020 पर विशेष-ललित गर्ग-महापुरुषों की कीर्ति त्रैकालिक, सार्वदैशिक एवं सार्वभौमिक होती है। उनके महान् योगदान एवं उनका यश किसी एक युग तक सीमित नहीं रहता। ऐसे गुरुदेव के नाम से विश्वविख्यात रवींद्रनाथ ठाकुर महान कवि, साहित्यकार, दार्शनिक और नोबल पुरस्कार से सम्मानित होने वाले एकमात्र भारतीय साहित्यकार हैं, जिन्होंने […] Read more » रवीन्द्रनाथ ठाकुर स्मृति दिवस
लेख शख्सियत प्रेमचन्द का पोएटिक जस्टिस August 2, 2020 / August 2, 2020 by दिलीप कुमार सिंह | Leave a Comment प्रेमचन्द हिंदी साहित्य के एक ऐसे वट वृक्ष हैं जिनकी छाया में साहित्य का हर पल्लव पल्लवित होता है ,उनकी रचनाओं की छाँह में एक सुख है ,एक सुकून है ।उनके पुत्र अमृतराय ने भी एक बार कहा था कि “प्रेमचन्द सिर्फ उनके नहीं,बल्कि सभी के हैं “।अब ये बात और भी समीचीन मालूम पड़ती है […] Read more » प्रेमचन्द
जन-जागरण शख्सियत सीरत के धनकुबेर : श्री रतन नवल टाटा July 30, 2020 / July 30, 2020 by श्याम सुंदर भाटिया | Leave a Comment श्याम सुंदर भाटिया जिंदगी भर कारोबार… कारोबार… बस कारोबार… जिद, जुनून और लगन के चलते बिज़नेस के सिवाय कुछ नहीं किया. ठोस फैसले लेते गए.. सही साबित भी करते गए… दुनिया इन्हें श्री रतन नवल टाटा के नाम से जानती और पहचानती है. भारत के सबसे बड़े और बेहद ईमानदार उद्योगपतियों में से एक रतन […] Read more » श्री रतन नवल टाटा
लेख शख्सियत आज भी तुलसी दास एक पहेली हैं July 28, 2020 / July 28, 2020 by प्रेमकुमार मणि | Leave a Comment प्रेमकुमार मणि कवि तुलसीदास का जन्म,जीवन,जन्मस्थान,वय और यहां तक कि उनकी जाति आज भी एक पहेली है. पहेली बने रहने के कुछ लाभ हैं. और ये लाभ उस निहित स्वार्थ वाले तबके को ही मिल सकते हैं, जो तुलसी और उनके साहित्य के मनमाने अर्थ सम्प्रेषित करता आ रहा है. तुलसी -विषयक वैज्ञानिक अध्ययन की […] Read more » Tulsidas तुलसी दास
शख्सियत कब तक सामने आते रहेंगे प्यारेमियाँ जैसे चरित्र ? July 23, 2020 / July 23, 2020 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment “हर चेहरे पर नकाब है यहाँ बेनकाब कोई चेहरा नहीं हर दामन में दाग है यहाँ बेदाग कोई दामन नहीं। यह अजीब शहर है जहाँ औरत बेपर्दा कर दी जाती है लेकिन सफेदपोशों के नकाब कायम हैं यहाँ” मध्यप्रदेश की राजधानी एक बार फिर कलंकित हुई। एक बार फिर साबित हुआ कि हम एक सभ्य समाज होने का कितना भी ढोंग करें लेकिन सत्य बेहद कड़वा है। प्यारेमियाँ तो केवल वो नाम है जो सामने आया है ऐसे कितने ही नाम अभी भी गुमनाम हैं। प्यारेमियाँ तो […] Read more » How long will a character like Pyaremi continue to appear? प्यारेमियाँ
शख्सियत समाज लालजी टंडन जुझारू एवं जीवट वाले नेता थे July 22, 2020 / July 22, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment – ललित गर्ग –उत्तरप्रदेश की राजनीति के शीर्ष व्यक्तित्व एवं मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का 85 वर्ष की उम्र में मंगलवार सुबह 5.35 बजे निधन हो गया, उनका मेदांता लखनऊ में कई दिनों इलाज चल रहा था। उनका निधन न केवल उत्तर प्रदेश, देश की राजनीति बल्कि भाजपा के लिये एक बड़ा आघात है, […] Read more » लालजी टंडन
राजनीति शख्सियत लोकल थे… वोकल थे July 22, 2020 / July 22, 2020 by श्याम सुंदर भाटिया | Leave a Comment विनम्र श्रद्धांजलि श्याम सुंदर भाटिया यूपी की सियासत के कद्दावर नेता श्री लालजी टंडन ने महज बारह वर्ष की उम्र में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का दामन पकड़ा तो तप-त्याग, राष्ट्र कल्याण और मानव सेवा को ही आजीवन समर्पित रहे। पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी उनके सियासी गुरु थे। संस्कारों का क, ख, ग […] Read more » लालजी टंडन