शख्सियत समाज अविश्रांत कार्यकर्ता लक्ष्मणराव पार्डीकर January 6, 2016 by विजय कुमार | Leave a Comment संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता श्री लक्ष्मण शामराव पार्डिकर का जन्म एक जनवरी, 1946 को नागपुर के एक जनजातीय बुनकर परिवार में हुआ था। उनके पिता हथकरघे पर साड़ी बनाते थे। उनसे छोटे दो भाई और एक बहिन हैं। तीसरे भाई गंगाधर जी 1983 से प्रचारक हैं। गरीबी के कारण लक्ष्मणराव की पढ़ाई मैट्रिक तक ही […] Read more » Featured karyakarta laxmanrao pardikar अविश्रांत कार्यकर्ता लक्ष्मणराव पार्डीकर
शख्सियत महर्षि दयानन्द का आदर्श एवं प्रेरक जीवन January 4, 2016 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment महर्षि दयानन्द वैदिक विचारधारा के ऋषि, विद्वान, आप्तपुरुष, सन्त, महात्मा सहित देश व समाज के हितैषी अपूर्व महापुरुष थे। उनका जीवन सारी मनुष्य जाति के लिए आदर्श, प्रेरणादायक एवं अनुकरणीय है। आज के लेख में हम उनके जीवन की कुछ महत्वपूर्ण प्रेरणादायक घटनाओं को प्रस्तुत कर रहे हैं। हम आशा करते हैं कि इनके अध्ययन […] Read more » Featured महर्षि दयानन्द का आदर्श जीवन महर्षि दयानन्द का प्रेरक जीवन
विविधा शख्सियत समाज सावित्रीबाई फुले जिन्होंने भारतीय स्त्रियों को शिक्षा की राह दिखाई January 3, 2016 by उपासना बेहार | Leave a Comment उपासना बेहार “…..ज्ञान बिना सब कुछ खो जावे, बुद्धि बिना हम पशु हो जावें, अपना वक्त न करो बर्बाद, जाओ, जाकर शिक्षा पाओ……” सावित्रीबाई फुले की कविता का अंश अगर सावित्रीबाई फुले को प्रथम महिला शिक्षिका, प्रथम शिक्षाविद् और महिलाओं की मुक्तिदाता कहें तो कोई भी अतिशयोक्ति नही होगी, वो कवयित्री, अध्यापिका, समाजसेविका थीं. […] Read more » Featured savitribai Phule भारतीय स्त्रियों को शिक्षा सावित्रीबाई फुले
महिला-जगत विविधा शख्सियत समाज महाराष्ट्र की महानायिका सावित्रीबाई फुले January 3, 2016 / January 3, 2016 by शैलेन्द्र चौहान | Leave a Comment शैलेन्द्र चौहान महाराष्ट्र के लोकसमाज में सावित्रीबाई फुले का जीवन स्त्रियों के लिए सदैव प्रेरणास्पद रहा है। उनका जीवन एक ऐसी अद्वितीय मशाल है, जिसने स्वयं प्रज्वलित होकर भारतीय नारी को पहली बार सम्मान के साथ जीना सिखाया। सावित्रीबाई ने समय के उस कठिनतम दौर में काम शुरू किया था जब धार्मिक अंधविश्वास, रूढ़िवाद, अस्पृश्यता, […] Read more » Featured savitribai Phule महाराष्ट्र की महानायिका सावित्रीबाई फुले
शख्सियत साहित्य हिन्दी साहित्याकाश का सूर्य दुष्यन्त कुमार December 29, 2015 by प्रतिमा शुक्ला | 3 Comments on हिन्दी साहित्याकाश का सूर्य दुष्यन्त कुमार हिन्दी साहित्याकाश में दुष्यन्त सूर्य की तरह देदीप्यमान हैं द्यसमकालीन हिन्दी कविता विशेषकर हिन्दी गजल के क्षेत्र में जो लोकप्रियता दुष्यन्त कुमार को मिली वो दशकों बाद विरले किसी कवि को नसीब होती है दुष्यन्त एक कालजयी कवि हैं और ऐसे कवि समय काल में परिवर्तन हो जाने के बाद भी प्रासंगिक रहते हैं. दुष्यन्त […] Read more » Dushyant Kumar the great poet दुष्यन्त कुमार हिन्दी साहित्याकाश का सूर्य
विविधा शख्सियत प्रकृति एवं सौन्दर्य के रमणीय चित्रण में माहिर सुमित्रानंदन पंत December 27, 2015 by प्रतिमा शुक्ला | 1 Comment on प्रकृति एवं सौन्दर्य के रमणीय चित्रण में माहिर सुमित्रानंदन पंत छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में एक, सुमित्रानंदन पंत का साहित्य को योगदान अविस्मरणीय है। आपका जन्म 20 मई 1900 को अल्मोड़ा जिले के कौसानी ग्राम में हुआ। आप स्वीकार करते हैं कि जन्म-भूमि के नैसर्गिक सौन्दर्य नें ही आपके भीतर के कवि को बाहर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। यही कारण है […] Read more » Featured Sumitranandan Pant प्रकृति एवं सौन्दर्य के रमणीय चित्रण में माहिर सुमित्रानंदन पंत
शख्सियत शहीद ऊधम सिंह जी की जयंती पर उनकी देशभक्ति के जज्बे को प्रणाम December 26, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment आज देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले देशभक्त अमर शहीद श्री ऊधम सिंह जी की 116 वीं जयन्ती है। शहीद ऊधम सिंह जी ने मानवता के इतिहास की एक निकृष्टतम नरसंहार की घटना जलियावाला बाग नरसंहार काण्ड के मुख्य दोषी पजांब के तत्कालीन गर्वनर माइकेल ओडायर को लन्दन में जाकर 13 […] Read more » Featured देशभक्ति के जज्बे को प्रणाम शहीद ऊधम सिंह जी
विविधा शख्सियत सिनेमा लग जा गले कि हंसी रात हो न हो… December 26, 2015 by हिमांशु तिवारी आत्मीय | 1 Comment on लग जा गले कि हंसी रात हो न हो… जमाना गुजर गया या कहें कि एक पूरा का पूरा दौर अलविदा कह गया लेकिन आधुनिकता के साथ हम सभी अपने भूत को सलामी देकर बीत जाने की इजाजत देते रहे. जिंदगी बड़ी होनी चाहिए….लंबी नहीं जी हां काका की विदाई ने हमारी आंखों से आंसुओं के दरिया को बहने की इजाजत दे दी. फिर […] Read more » Actress Sadhana Featured Sadhana लग जा गले कि हंसी रात हो न हो…
विविधा शख्सियत हिंदी, हिंदुस्थान स्वदेशी शिक्षा के महानायक मालवीय जी December 24, 2015 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment 25 दिसम्बर विशेष:- मृत्युंजय दीक्षित आधुनिक भारत में प्रथम शिक्षा नीति के जनक, शिक्षा के विशाल व लोकप्रिय केंद्र काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक सांस्कृतिक नवजागरण एवं स्वदेशी हिंदी आंदोलनों के प्रवर्तक राष्ट्रभक्त महान समाज सुधारक भरतीय काया में पुनः नयी चेतना एवं ऊर्जा का संचार करने वाले महामना मदन मोहन मालवीय का जन्म 25 […] Read more » birth anniversary of pandit madan mohan malviya ji Featured Madan Mohan Malviya महानायक मालवीय जी हिंदी हिंदुस्थान स्वदेशी शिक्षा
विविधा शख्सियत अटलजी, जिन्होंने कभी हार नहीं मानी December 24, 2015 by डॉ. सौरभ मालवीय | 1 Comment on अटलजी, जिन्होंने कभी हार नहीं मानी भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर विशेष डॉ. सौरभ मालवीय टूटे हुए तारों से फूटे वासंती स्वर पत्थर की छाती में उग आया नव अंकुर झरे सब पीले पात कोयल की कुहुक रात प्राची में अरुणिमा की रेख देख पाता हूं गीत नया गाता हूं टूटे हुए सपने की सुने कौन सिसकी अंतर […] Read more » Atal Bihari Bajpai birthday of atal ji Featured अटलजी
जन-जागरण शख्सियत समाज गांधी के राम December 22, 2015 by गुलशन कुमार गुप्ता | 2 Comments on गांधी के राम यूं ही गांधी के आदर्श राम नहीं थे। जीवन की जटिलताओं को सहजता से स्वीकार करने के लिये हम किसी जीवित व्यक्ति को गुरू तो मान सकते हैं किन्तु भारत में उन्हें आदर्श मानने की परंपरा नहीं रही है। उसके पीछे कारण यह है कि जीवन की ऊहापोह में व्यक्ति का स्वयं सदैव आदर्शवादी बने […] Read more » Featured Gandhi s Ram गांधी के राम
धर्म-अध्यात्म शख्सियत पंडित सत्यानन्द शास्त्री का परिचय और उनकी साहित्य साधना December 13, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment एक दिन प्रा. राजेन्द्र जिज्ञासु जी की मेहता जैमिनी पर पुस्तक में स्वामी वेदानन्द तीर्थ जी पर कुछ शब्द पढ़े जिसमें कहा गया था कि आर्य संन्यासी विज्ञानानन्द जी ने उनसे एक बार स्वामी वेदानन्द जी का जीवनचरित लिखने का आग्रह किया था। वह भी इसे तैयार करना चाहते थे परन्तु अपनी व्यस्तताओं के कारण […] Read more » ‘पंडित सत्यानन्द शास्त्री साहित्य साधना