महिला-जगत विविधा शख्सियत समाज महाराष्ट्र की महानायिका सावित्रीबाई फुले January 3, 2016 / January 3, 2016 by शैलेन्द्र चौहान | Leave a Comment शैलेन्द्र चौहान महाराष्ट्र के लोकसमाज में सावित्रीबाई फुले का जीवन स्त्रियों के लिए सदैव प्रेरणास्पद रहा है। उनका जीवन एक ऐसी अद्वितीय मशाल है, जिसने स्वयं प्रज्वलित होकर भारतीय नारी को पहली बार सम्मान के साथ जीना सिखाया। सावित्रीबाई ने समय के उस कठिनतम दौर में काम शुरू किया था जब धार्मिक अंधविश्वास, रूढ़िवाद, अस्पृश्यता, […] Read more » Featured savitribai Phule महाराष्ट्र की महानायिका सावित्रीबाई फुले
शख्सियत साहित्य हिन्दी साहित्याकाश का सूर्य दुष्यन्त कुमार December 29, 2015 by प्रतिमा शुक्ला | 3 Comments on हिन्दी साहित्याकाश का सूर्य दुष्यन्त कुमार हिन्दी साहित्याकाश में दुष्यन्त सूर्य की तरह देदीप्यमान हैं द्यसमकालीन हिन्दी कविता विशेषकर हिन्दी गजल के क्षेत्र में जो लोकप्रियता दुष्यन्त कुमार को मिली वो दशकों बाद विरले किसी कवि को नसीब होती है दुष्यन्त एक कालजयी कवि हैं और ऐसे कवि समय काल में परिवर्तन हो जाने के बाद भी प्रासंगिक रहते हैं. दुष्यन्त […] Read more » Dushyant Kumar the great poet दुष्यन्त कुमार हिन्दी साहित्याकाश का सूर्य
विविधा शख्सियत प्रकृति एवं सौन्दर्य के रमणीय चित्रण में माहिर सुमित्रानंदन पंत December 27, 2015 by प्रतिमा शुक्ला | 1 Comment on प्रकृति एवं सौन्दर्य के रमणीय चित्रण में माहिर सुमित्रानंदन पंत छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में एक, सुमित्रानंदन पंत का साहित्य को योगदान अविस्मरणीय है। आपका जन्म 20 मई 1900 को अल्मोड़ा जिले के कौसानी ग्राम में हुआ। आप स्वीकार करते हैं कि जन्म-भूमि के नैसर्गिक सौन्दर्य नें ही आपके भीतर के कवि को बाहर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। यही कारण है […] Read more » Featured Sumitranandan Pant प्रकृति एवं सौन्दर्य के रमणीय चित्रण में माहिर सुमित्रानंदन पंत
शख्सियत शहीद ऊधम सिंह जी की जयंती पर उनकी देशभक्ति के जज्बे को प्रणाम December 26, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment आज देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले देशभक्त अमर शहीद श्री ऊधम सिंह जी की 116 वीं जयन्ती है। शहीद ऊधम सिंह जी ने मानवता के इतिहास की एक निकृष्टतम नरसंहार की घटना जलियावाला बाग नरसंहार काण्ड के मुख्य दोषी पजांब के तत्कालीन गर्वनर माइकेल ओडायर को लन्दन में जाकर 13 […] Read more » Featured देशभक्ति के जज्बे को प्रणाम शहीद ऊधम सिंह जी
विविधा शख्सियत सिनेमा लग जा गले कि हंसी रात हो न हो… December 26, 2015 by हिमांशु तिवारी आत्मीय | 1 Comment on लग जा गले कि हंसी रात हो न हो… जमाना गुजर गया या कहें कि एक पूरा का पूरा दौर अलविदा कह गया लेकिन आधुनिकता के साथ हम सभी अपने भूत को सलामी देकर बीत जाने की इजाजत देते रहे. जिंदगी बड़ी होनी चाहिए….लंबी नहीं जी हां काका की विदाई ने हमारी आंखों से आंसुओं के दरिया को बहने की इजाजत दे दी. फिर […] Read more » Actress Sadhana Featured Sadhana लग जा गले कि हंसी रात हो न हो…
विविधा शख्सियत हिंदी, हिंदुस्थान स्वदेशी शिक्षा के महानायक मालवीय जी December 24, 2015 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment 25 दिसम्बर विशेष:- मृत्युंजय दीक्षित आधुनिक भारत में प्रथम शिक्षा नीति के जनक, शिक्षा के विशाल व लोकप्रिय केंद्र काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक सांस्कृतिक नवजागरण एवं स्वदेशी हिंदी आंदोलनों के प्रवर्तक राष्ट्रभक्त महान समाज सुधारक भरतीय काया में पुनः नयी चेतना एवं ऊर्जा का संचार करने वाले महामना मदन मोहन मालवीय का जन्म 25 […] Read more » birth anniversary of pandit madan mohan malviya ji Featured Madan Mohan Malviya महानायक मालवीय जी हिंदी हिंदुस्थान स्वदेशी शिक्षा
विविधा शख्सियत अटलजी, जिन्होंने कभी हार नहीं मानी December 24, 2015 by डॉ. सौरभ मालवीय | 1 Comment on अटलजी, जिन्होंने कभी हार नहीं मानी भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर विशेष डॉ. सौरभ मालवीय टूटे हुए तारों से फूटे वासंती स्वर पत्थर की छाती में उग आया नव अंकुर झरे सब पीले पात कोयल की कुहुक रात प्राची में अरुणिमा की रेख देख पाता हूं गीत नया गाता हूं टूटे हुए सपने की सुने कौन सिसकी अंतर […] Read more » Atal Bihari Bajpai birthday of atal ji Featured अटलजी
जन-जागरण शख्सियत समाज गांधी के राम December 22, 2015 by गुलशन कुमार गुप्ता | 2 Comments on गांधी के राम यूं ही गांधी के आदर्श राम नहीं थे। जीवन की जटिलताओं को सहजता से स्वीकार करने के लिये हम किसी जीवित व्यक्ति को गुरू तो मान सकते हैं किन्तु भारत में उन्हें आदर्श मानने की परंपरा नहीं रही है। उसके पीछे कारण यह है कि जीवन की ऊहापोह में व्यक्ति का स्वयं सदैव आदर्शवादी बने […] Read more » Featured Gandhi s Ram गांधी के राम
धर्म-अध्यात्म शख्सियत पंडित सत्यानन्द शास्त्री का परिचय और उनकी साहित्य साधना December 13, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment एक दिन प्रा. राजेन्द्र जिज्ञासु जी की मेहता जैमिनी पर पुस्तक में स्वामी वेदानन्द तीर्थ जी पर कुछ शब्द पढ़े जिसमें कहा गया था कि आर्य संन्यासी विज्ञानानन्द जी ने उनसे एक बार स्वामी वेदानन्द जी का जीवनचरित लिखने का आग्रह किया था। वह भी इसे तैयार करना चाहते थे परन्तु अपनी व्यस्तताओं के कारण […] Read more » ‘पंडित सत्यानन्द शास्त्री साहित्य साधना
धर्म-अध्यात्म शख्सियत पं. गणपति शर्मा का वैदिक धर्म December 10, 2015 by मनमोहन आर्य | 2 Comments on पं. गणपति शर्मा का वैदिक धर्म पं. गणपति शर्मा का वैदिक धर्म व महर्षि दयानन्द के प्रति श्रद्धा से पूर्ण प्रेरणादायक जीवन प्राचीनकाल में धर्म विषयक सत्य-असत्य के निणर्यार्थ शास्त्रार्थ किया जाता था। अद्वैतमत के प्रचारक स्वामी शंकराचार्य के बाद विलुप्त हुई इस प्रथा का उन्नीसवीं सदी के उत्तरार्ध में महर्षि दयानन्द ने पुनः प्रचलित किया। इसी शास्त्रार्थ परम्परा को पं. […] Read more » Featured पं. गणपति शर्मा का वैदिक धर्म
प्रवक्ता न्यूज़ शख्सियत अब आसमान तुम्हारा है, भगवान तुम्हारा है December 10, 2015 / December 10, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment न धान होगा, न आसमान होगा, नभ पर धान बोने वाला न वो किसान होगा क्योंकि विद्रोही पंक्तियों में, रिकॉर्डेड आवाजों में सीमित हो गया है…….लेकिन शब्दों के साथ किरदार लंबा है…. आवाजें तमाम थीं, सुबकियों की, श्रद्धांजलि की, ऊं शांति की. साथ ही उनकी रचना मैं भी मरूंगा और भारत के भाग्य विधाता भी […] Read more » rama shankar vidrihi ji अब आसमान तुम्हारा है भगवान तुम्हारा है
विविधा शख्सियत स्वदेशी हेतु प्रथम बलिदानी बाबू गेनू December 9, 2015 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment अशोक “प्रवृद्ध” हजारों वर्षों की परतन्त्रता के पश्चात महर्षि दयानन्द सरस्वती ने देश को सर्वप्रथम स्वदेशी, स्वराज्य व स्वतन्त्रता का मन्त्र देते हुए कहा कि कोई कितना ही करे, परन्तु जो स्वदेशीय राज्य होता है वह सर्वोपरि उत्तम होता है। स्वदेश में स्वदेशी लोगों का व्यवहार अथवा शासन उत्तम होता है और परदेशी स्वदेश में […] Read more » Babu Genu प्रथम बलिदानी बाबू गेनू बाबू गेनू स्वदेशी