हिंदी दिवस अब लडाई अंग्रेजी को हटाने की नहीं हिंदी को बचाने की है September 12, 2016 by संजय द्विवेदी | 1 Comment on अब लडाई अंग्रेजी को हटाने की नहीं हिंदी को बचाने की है युवा ही लाएंगे हिंदी समय ! संजय द्विवेदी सरकारों के भरोसे हिंदी का विकास और विस्तार सोचने वालों को अब मान लेना चाहिए कि राजनीति और सत्ता से हिंदी का भला नहीं हो सकता। हिंदी एक ऐसी सूली पर चढ़ा दी गयी है, जहां उसे रहना तो अंग्रेजी की अनुगामी ही है। आत्मदैन्य से घिरा […] Read more » Featured save hindi हिंदी
लेख हिंदी दिवस उनकी नजर में शायद हिंदी शासितों की भाषा है,और अंग्रेजी शासकों की भाषा है। September 10, 2016 by श्रीराम तिवारी | Leave a Comment श्रीराम तिवारी वेशक दुनिया के अधिकांस प्राच्य भाषा विशारद ,व्याकरणवेत्ता ,अध्यात्म -दर्शन के अध्येता और भाषा रिसर्च- स्कालर समवेत स्वर में उत्तर वैदिक संस्कृत वांग्मय के ही मुरीद रहे हैं। जिसका वैचारिक चरमोत्कर्ष उस वेदांत दर्शन में झलकता है,जिसके प्रतिवाद स्वरूप अनेक ‘अवैदिक’ भारतीय दर्शनों का यहाँ निरंतर उदभव होता रहा है। जिसका भाषाई चरमोत्कर्ष […] Read more » Featured अंग्रेजी शासकों की भाषा हिंदी हिंदी शासितों की भाषा है
विविधा हिंदी दिवस हिन्दी का वैश्विक फलक September 9, 2016 by पवन तिवारी | Leave a Comment पवन तिवारी हिन्दी आज भारत में ही नहीं बल्कि विश्व के विराट फलक पर अपने अस्तित्व को आकार दे रही है। आज हिन्दी विश्व भाषा के रूप में मान्यता प्राप्त करने की ओर अग्रसर है। अब तक भारत और भारत के बाहर सात विश्व हिन्दी सम्मेलन आयोजित हो चुके हैं। पिछले सात सम्मेलन क्रमश: नागपुर […] Read more » Featured वैश्विक फलक हिन्दी हिन्दी का वैश्विक फलक
विविधा हिंद स्वराज हिंदी दिवस हिंदी का अलख कैसे जगाएं ? August 15, 2016 / August 15, 2016 by सपना मांगलिक | 1 Comment on हिंदी का अलख कैसे जगाएं ? हम अपनी मातृभाषा बोलने में ठीक वैसे ही शर्माते हैं जैसे कि एक मजदूर औरत के खून पसीने कि कमाई से पढ़ लिखकर बाबू बना बेटा अपनी उसी मजदूर माँ को, माँ कहते हुए शर्माता है ।हिंदी उस रानी की तरह है जिसे बाहर के राष्ट्र अपनी पटरानी बनाना चाहते हैं और उसका अपना राज्य […] Read more » Featured हिंदी हिंदी का अलख
विविधा हिंदी दिवस विश्व हिन्दी सम्मेलन हुआ भोपाल में September 18, 2015 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | 5 Comments on विश्व हिन्दी सम्मेलन हुआ भोपाल में डा० कुलदीप चन्द अग्निहोत्री मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में विश्व हिन्दी सम्मेलन सम्पन्न हो गया । उसके तुरन्त बाद हिन्दी दिवस, हिन्दी सप्ताह या फिर हिन्दी पखवाड़ा इत्यादि उत्सवों की बहार आ गई है । सरकारी कार्यालयों , ख़ासकर केन्द्रीय सरकार के कार्यालयों के बाहर इसकी सूचना देते हुये रंग विरंगे बैनर दिखाई दे […] Read more » Featured भोपाल विश्व हिन्दी सम्मेलन
हिंदी दिवस विश्व हिन्दी सम्मेलन से क्या पाया हमने September 16, 2015 by मयंक चतुर्वेदी | 1 Comment on विश्व हिन्दी सम्मेलन से क्या पाया हमने डॉ. मयंक चतुर्वेदी हिन्दी भाषा को लेकर मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में विश्व हिन्दी सम्मेलन का सफल समापन हो गया। अब बात इसे लेकर हो रही है कि हमने इस सम्मेलन को लेकर क्या हासिल किया। कमियां ढूंढऩे वालों को इस कार्यक्रम के बहाने सरकार और नेताद्वय में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान […] Read more » Featured
हिंदी दिवस भारत की प्रथम धार्मिक व सामाजिक संस्था जिसने हिन्दी को धर्मभाषा के रूप में अपनाकर प्रचार किया। September 14, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment आर्य समाज की स्थापना गुजरात में जन्में स्वामी दयानन्द सरस्वती जी ने 10 अप्रैल, सन् 1875 को मुम्बई नगरी में की थी। आर्यसमाज क्या है? यह एक धार्मिक संस्था है जिसका उद्देश्य धर्म, समाज व राजनीति के क्षेत्र से असत्य को दूर करना व उसके स्थान पर सत्य को स्थापित करना है। क्या धर्म, समाज […] Read more » Featured हिन्दी
हिंदी दिवस कुछ लोग अपनी आजीविका के लिए ही हिंदी की चिंदी करते रहते हैं । September 14, 2015 by श्रीराम तिवारी | 12 Comments on कुछ लोग अपनी आजीविका के लिए ही हिंदी की चिंदी करते रहते हैं । विगत १० से १२ सितमबर को भोपाल में सम्पन्न ‘विश्व हिंदी सम्मेलन ‘ में हिंदी भाषा विमर्श पर भाषायी प्राथमिकताओं के बरक्स तो कोई चर्चा नहीं हुई।किन्तु सत्तापक्ष के नेताओं और ‘असोसिएट्स’ के वीर रस से ओत -प्रोत हिंदी उदगार जरूर मुखरित हुए। कुछ ने हिंदी भाषा को तकनीकी ज्ञान से जोड़ने और कुछ ने […] Read more » Featured हिंदी की चिंदी
हिंदी दिवस हिन्दी में उज्ज्वल भविष्य September 14, 2015 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on हिन्दी में उज्ज्वल भविष्य भाषा के महत्व को मनुष्य ने हजारों-लाखों बर्ष पूर्व पहचान लिया था.यही कारण है कि वह निरंतर इसके प्रगति के लिये प्रयत्नशील रहा.भाषा भावों -विचारों के आदान -प्रदान का माध्यम है इसलिए जीवन के अनेक क्षेत्रों में इसने अपनी महत्ता स्थापित की .भाषा अपने साथ -साथ वर्ग,लिँगबोध,जातीयता और अस्मिता को जोड़कर समाज में अपनी विशिष्टता […] Read more » Featured हिन्दी में उज्ज्वल भविष्य
हिंदी दिवस भाषा माध्यम है वास्तविक शिक्षा का September 13, 2015 by अशोक “प्रवृद्ध” | 1 Comment on भाषा माध्यम है वास्तविक शिक्षा का अशोक “प्रवृद्ध” बोलने वाली भाषा शब्दों से बनती है । शब्द अर्थ से युक्त हों तो भाषा बन जाती है । अतः बोलने वाली भाषा अर्थयुक्त वाक्य है । भाषा की श्रेष्ठता भावों को सुगमता से व्यक्त करने की सामर्थ्य है । भावों को व्यक्त करने की सामर्थ्य को ही भाषा की शक्ति माना जाता […] Read more » Featured भाषा शिक्षा
हिंदी दिवस दक्षिणी राज्यों में हिंदी की सुदृढ़ होती स्थिति September 13, 2015 by प्रवीण गुगनानी | 2 Comments on दक्षिणी राज्यों में हिंदी की सुदृढ़ होती स्थिति हिंदी दिवस पर विशेष- हिंदी का देश की मातृभाषा के स्थान पर आरूढ़ होना कोई एकाएक नहीं हुआ था. स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान ही समस्त देशभक्तों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों व सामान्य समाज ने औपनिवेशिक आचरण से मुक्ति पानें हेतु अंग्रेजी से मुक्ति और हिंदी को भारतीय भाषाओं की माँ का स्थान देनें के भाव को […] Read more » Featured hindi getting stronger in southern states दक्षिणी राज्यों में हिंदी हिंदी की सुदृढ़ होती स्थिति
विविधा हिंदी दिवस अपना नाम, अपना काम, अपनी भाषा में ही मान September 11, 2015 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिक अपने कामकाज और व्यवहार के लिए हम पराई भाषा पर आश्रित क्यों रहें! हर हिंदीभाषी अपनी जगह पर, अपना काम करते हुए हिंदी का स्वयंसेवक बने… सौ साल पहले तक फिनलैंड के लोग स्वीड भाषा का इस्तेमाल करते थे। उन्होंने एक दिन तय किया कि वे अपनी भाषा चलाएंगे। बस, दूसरे […] Read more » अपना काम अपना नाम अपनी भाषा में ही मान