आर्थिकी दरकती अर्थव्यवस्था और गिरती साख June 17, 2012 / June 17, 2012 by प्रणय विक्रम सिंह | 1 Comment on दरकती अर्थव्यवस्था और गिरती साख प्रणय विक्रम सिंह प्रख्यात रेटिंग एजेंसी एस.एंड.पी ने भारत की गिरती अर्थव्यवस्था की अत्यंत निराशाजनक समीक्षा की है। रेटिंग एजेंसी ने आशंका व्यä करते हुए कहा है कि यदि भारत ने अर्थव्यवस्था सुधार के मद्देनजर शीघ्र ही परिणामदायक कदम नहीं उठाये तो वह अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग घटा देगी। ऐसा होने से विदेशी निवेश की स्थिति पर […] Read more » गिरती साख दरकती अर्थव्यवस्था
आर्थिकी अनाज का आपराधिक कुप्रबंधन और भारतीय किसान June 16, 2012 / June 16, 2012 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment रणबीर सिंह विश्व की 2.3 प्रतिशत भूमि और उससे विश्व की 17.5 प्रतिशत जनसंख्या का पेट भरना भारत के लिए हमेशा एक चूनौती रहा है। लेकिन भारतीय किसानों के अथक प्रयासों के बाद आज भारत खाघान्नों में केवल आत्मनिर्भर ही नहीं रहा बलिक जरूरत से कहीं ज्यादा उत्पादन कर रहा है । दूसरी और ग्लोबल […] Read more » mismanagement of food grains अनाज का आपराधिक कुप्रब्न्धन भारतीय किसान
आर्थिकी अर्थव्यवस्थाः बज चुकी खतरे की घंटी ! June 13, 2012 / June 13, 2012 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव विकास और आर्थिक सुधार के जिस नव उदारवादी पश्चिमी दर्शन का महिमामंडन करने से हम अघाया नहीं करते थे, आज उसने हमें संकटो के ऐसे भंवर में डाल दिया है, जिससे पार पाना मनमोहन सिंह सरकार के लिए एकदम नामुमकिन है। दरअसल सरकार बढ़ती मंहगाई को रोकने के लिए जो टोटके अपनाने की […] Read more » अर्थव्यवस्था
आर्थिकी राजनीति मंहगाई डायन ‘निगले’ जात है June 9, 2012 / June 9, 2012 by निर्मल रानी | 1 Comment on मंहगाई डायन ‘निगले’ जात है निर्मल रानी भारतवर्ष में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में इस बात की चर्चा है कि भारत की बागडोर इस समय विश्व के प्रसिद्ध एवं प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह के हाथों में हैं। दूसरी ओर उनका साथ दे रहे हैं विश्व के एक और प्रमुख अर्थशास्त्री डॉ. मोंटेक सिंह आहलूवालिया। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने […] Read more » manmohan singh and inflation मंहगाई
आर्थिकी मंहगार्इ को लेकर भारत बंद के संदर्भ में June 1, 2012 / June 1, 2012 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव विदेशी निवेश को आमंत्रित करती मंहगार्इ मंहगार्इ के परिप्रेक्ष्य में भारत बंद कमोवेश पूरे देश में सफल रहा। राजग व बामदलों समेत अनेक व्यावारी संगठनों ने भी स्वेच्छा से बंद का समर्थन किया। करीब पांच हजार वाणिज्य संगठनों ने पेटोल की बड़ी हुर्इ कीमतें वापिस लेने के लिए धरणा एवं प्रदर्षनों में भागीदारी […] Read more » congress and inflation Inflation inflation responsible for foreign investment मंहगार्इ विदेशी निवेश
आर्थिकी जनता अधीर, वाहन सुख में हैं वजीर ! May 31, 2012 / May 31, 2012 by वीरभान सिंह | 1 Comment on जनता अधीर, वाहन सुख में हैं वजीर ! वीरभान सिंह तेल का खेल और सरकारी आंकडे़बाजी वीरभान सिंह तेल के खेल में सरकारी आंकडों की बाजागरी में फंसी जनता मंहगाई की मार से बेमौत मर रही है। इधर बढती मंहगाई के दंश से जनमानस कराह रहा है और उधर सरकार के वजीर वाहन और सत्ता सुख भोग रहे हैं। आम आदमी के न […] Read more » जनता अधीर तेल का खेल वाहन सुख में हैं वजीर सरकारी आंकडे़बाजी
आर्थिकी भारतीय चिकित्सा क्षेत्र को कलंकित करते यह ‘धन लोभी’ May 31, 2012 / May 31, 2012 by निर्मल रानी | 1 Comment on भारतीय चिकित्सा क्षेत्र को कलंकित करते यह ‘धन लोभी’ निर्मल रानी टेलीविज़न पर प्रसारित होने वाले तमाम टीवी सीरियल व रियलिटी शो किसी न किसी कारणवश लोकप्रियता की अपनी तमाम हदों को पार कर चुके हैं। परंतु आमिर खान द्वारा प्रस्तुत किया जाने वाला सामाजिक समस्याओं से जुड़ा हुआ सत्यमेव जयते संभवतः पहला ऐसा टीवी रियलिटी शो है जो इस समय लोकप्रियता के चरम […] Read more » scandal in medical lne भारतीय चिकित्सा क्षेत्र
आर्थिकी वैश्विक मंदी के दौर में गांधी का चरखा May 30, 2012 / May 30, 2012 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव वैश्वीकरण के दौर में चरखे के व्यवसाय में उछाल के आंकड़े अविश्वसनीय एवं हास्यापद लगते हैं। लेकिन हकीकत को झुठलाया नहीं जा सकता। महात्मा गांधी के स्वरोजगार और स्वावलंबन के विचार का प्रतीक चरखा प्रौद्योगीकीय तकनीक और पाश्चात्य जीवनशैली अपनाने की होड़ में हस्क्षेप कर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है, यह हैरानी […] Read more » चरखा महात्मा गांधी
आर्थिकी आर्थिक मंदी के च्रकव्यूह में सरकार May 29, 2012 / May 29, 2012 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव आर्थिक विकास की छदम दौड़ में शामिल संप्रग द्धितिय बुरी तरह आर्थिक मंदी के च्रकव्यूह में उलझ गर्इ है। इसलिए उसे सबसे ज्यादा चिंता खुदरा व्यापार में प्रत्यक्ष पूंजी निवेश की है। हालांकि इस हकीकत को झुठलाते हुए सरकार ने अपने रिपोर्ट कार्ड में दावा किया है कि उसकी नीतियों की अनुकूलता की […] Read more » आर्थिक मंदी आर्थिक मंदी के च्रकव्यूह
आर्थिकी भूअधिग्रहण पर संसदीय समिति की सिफारिशें May 28, 2012 / May 28, 2012 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment भूमि अधिग्रहण पर संसदीय समिति ने सिफारिश की है कि किसी भी प्रकार की कृषि योग्य भूमि चाहे वह सिंचित हो या असिंचित के अधिग्रहण पर सरकार पूरी तरह रोक लगाये। संसदीय समिति का मानना है कि जब अमेरिका, इंग्लैंड, जापान, कनाडा जैसे विकसित राष्ट्रों में सरकारें निजी क्षेत्र के लिए जमीन अधिग्रहीत नहीं कर […] Read more » land aquisition भूअधिग्रहण संसदीय समिति
आर्थिकी ४० का तेल ८० में बेच रही हैं देश की कल्याणकारी सरकारें May 26, 2012 / May 26, 2012 by विनायक शर्मा | 2 Comments on ४० का तेल ८० में बेच रही हैं देश की कल्याणकारी सरकारें विनायक शर्मा कांग्रेस के मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्रीत्व में चल रही यूपीऐ की सरकार के दूसरे कार्यकाल की गलत नीतियों के कारण देश की आम जनता का जीना दुश्वार हो गया है. . अपनी हठधर्मी के चलते अब केंद्र सरकार ने पेट्रोल के दामों में ७.५० रुपयों की यकायक और बेतहाशा वृद्धि कर जनता और […] Read more » raised prices of petrol कांग्रेस मनमोहन सिंह मनमोहन सिंह सरकार-2
आर्थिकी तीन साल के जश्न का यह सिला दिया सरकार ने जनता को May 25, 2012 / May 25, 2012 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | Leave a Comment सिद्धार्थ शंकर गौतम जैसा अंदेशा था आखिरकार वही हुआ| डॉलर के मुकाबले गिरते रुपये की वजह से पेट्रोलियम कंपनियों ने आम आदमी की जेब को हलाकान करते हुए पेट्रोल में ६.२८ (वैट एवं कर सहित ७.५४) रुपये की एकमुश्त वृद्धि कर दी| यह देश के इतिहास का पहला मौका है जब पेट्रोल पर एकमुश्त इतनी […] Read more » raised prices of petrol पेट्रोल के दामों में वृद्धि