चुनाव राजनीति सवाल यह भी तो है कि अब उपराष्ट्रपति कौन होगा? July 13, 2017 by निरंजन परिहार | 4 Comments on सवाल यह भी तो है कि अब उपराष्ट्रपति कौन होगा? निरंजन परिहार- राष्ट्रपति तो रामनाथ कोविंद होंगे, लेकिन उपराष्ट्रपति कौन होगा। भैरोंसिंह शेखावत की तरह कोई तेजतर्रार राजनीतिक व्यक्ति उपराष्ट्रपति बना, तो वह राष्ट्रपति पद पर बैठे कोविंद के कद पर भारी पड़ जाएगा। क्योंकि कोविंद पद में भले ही बड़े साहित हो सकते हैं, कद से नहीं। और राजनीति की दिक्कत यही है कि […] Read more » Featured उपराष्ट्रपति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह राज्य सभा के सभापति राष्ट्रपति चुनाव
जन-जागरण विविधा कब पूछेंगे यह बहते आसूं July 12, 2017 by विनोद कुमार सर्वोदय | Leave a Comment कश्मीर की कल की तीन घटनाओं ने हृदय को द्रवित कर दिया है। आखिर कब तक हम यूंही आंसू बहाते रहेंगे ? क्या समस्याओं का बढ़ता सिलसिला कभी थमेगा ? मां भारती का मुकुट कश्मीर आज सार्वधिक उत्पीड़ित हो रहा है । इस भूभाग पर इस्लामिक आतंकियों व उनके गुप्त साथियों ने संभवतः “जिहाद” के […] Read more » Amarnath yatra victims इस्लामिक स्टेट जिहाद बहते आसूं सुरक्षा का महत्व
जन-जागरण समाज सेल्फी की चाहत में मौत को गले लगाते युवा July 12, 2017 by मफतलाल अग्रवाल | Leave a Comment आजकल सेल्फी युवाओं की मौत का सबब बनती जा रही है। महाराष्ट्र के नागपुर में एक बार फिर सेल्फी की चाहत ने आठ युवा दोस्तों की जान लेकर उनके परिवार में ऐसा अंधकार किया कि अब वहां उजाले की किरणें कभी नजर नहीं आयेंगी। लोग कहीं घूमने जाएं या फिर रेस्तरां में खाना खाने बैठें, […] Read more » death during selfie
आर्थिकी चुनाव राजनीति राजनीतिक चंदे के लिए निर्वाचन बाॅन्ड का औचित्य July 8, 2017 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment एक मोटे अनुमान के अनुसार देश के लोकसभा और विधानसभा चुनावों पर 50 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च होते हैं। इस खर्च में बड़ी धनराशि कालाधन और आवारा पूंजी होती है। जो औद्योगिक घरानों और बड़े व्यापारियों से ली जाती है। आर्थिक उदारवाद के बाद यह बीमारी सभी दलों में पनपी है। इस कारण दलों में जनभागीदारी निरंतर घट रही है। अब किसी भी दल के कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को पार्टी का सदस्य नहीं बनाती हैं। मसलन काॅरपोरेट फंडिंग ने ग्रास रूट फंडिंग का काम खत्म कर दिया है। इस कारण अब तक सभी दलों की कोशिश रही है कि चंदे में अपारदर्शिता बनी रहे। Read more » Featured political donation जीएसटी निर्वाचन बाॅन्ड निर्वाचन बाॅन्ड का औचित्य नोटबंदी बेनामी संपत्ति पर अंकुश
जन-जागरण महिला-जगत समाज सार्थक पहल कुछ कर गुजरने के जूनुन ने पहुंचाया जया को इस मुकाम तक June 30, 2017 by कुमार कृष्णन | Leave a Comment जया देवी का सराधी गांव हर साल सूखे के कारण फसलों के बर्बाद होने से परेशान रहता था। ऐसे में जया देवी ने इस समस्या का तोड़ निकालने का फैसला लिया और एक दिन वो एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एजेंसी के गवर्निंग सदस्य किशोर जायसवाल से मिलीं। उन्होने जया को सूखे का कारण और बारिश के पानी को कैसे बचाया जाये? इसके बारे में बताया। किशोर जायसवाल ने उनको बंजर जमीन पर पेड़ लगाने के लिए कहा। Read more » Featured Green Lady Jaya Devi National Leadership award National Leadership award to Jaya Devi ग्रीन लेडी जया देवी मुंगेर की जया देवी राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी
जन-जागरण विविधा पुलिस प्रशासन निष्क्रिय-चोर सक्रिय June 24, 2017 / June 24, 2017 by निर्मल रानी | Leave a Comment निर्मल रानी वैसे तो किसी भी प्रकार की सामाजिक अच्छाई अथवा बुराई के आंकड़ों का सीधा संबंध बढ़ती हुई जनसंख्या की दर से है। जैसे-जैसे जनसंख्या वृद्धि होती जा रही है उसी के अनुसार समाज में जहां अच्छाईयां बढ़ रही हैं वहीं बुराईयां भी उससे अधिक तेज़ अनुपात से बढ़ती जा रही हैं। गरीबी,बेरोज़गारी,मंहगाई,अशिक्षा,अज्ञानता भी […] Read more » Featured चोर सक्रिय पुलिस प्रशासन निष्क्रिय
जन-जागरण समाज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस June 19, 2017 / June 19, 2017 by राजू पाण्डेय | Leave a Comment पतंजलि और उसके संस्थापक श्री रामदेव की जीवनी आज के युवाओं को और प्रेरणास्पद तथा निर्विवाद लगती यदि वे स्टीव जॉब्स या मार्क जुकरबर्ग या रतन टाटा और मुकेश अंबानी जैसे कॉर्पोरेट लीडर होते। एक अतिसामान्य किसान परिवार के युवक का सामान्य आर्थिक-शैक्षिक पृष्ठभूमि को पीछे छोड़कर शिखर पर पहुंचना और उसका बहादुरी से स्वीकारना कि ब्रांडिंग और पैकेजिंग के इस युग में उसने योग की उपयुक्त ब्रांडिंग-पैकेजिंग द्वारा उक्त सफलताएँ प्राप्त की हैं, व्यक्तित्व विकास की पाठ्य पुस्तकों में स्थान पाने योग्य है। Read more » Featured अंतराष्ट्रीय योग दिवस
जन-जागरण समाज मजदूरों के लिए विपरीत समय May 4, 2017 by जावेद अनीस | Leave a Comment पिछले साल अगस्त में लोकसभा में मोदी सरकार ने कारखाना (संशोधन) बिल 2016 पास करा लिया है. यह अधिनियम कारखानों को मज़दूरों से दुगना ओवरटाइम करवाने की छूट देता है. इस संशोधन के मुताबिक पहले के तीन महीने में 50 घंटे के ओवरटाइम के कानून के मुकाबले मज़दूरों से 100 घंटे ओवरटाइम करवाया जा सकेगा, इस तरह से साल भर में मज़दूरों से 400 घंटे का ओवरटाइम करवाया जा सकेगा. इस विधेयक को पेश करते हुए केंद्रीय श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय कहा था कि ‘मोदी सरकार की ‘मेक इन इण्डिया’, ‘स्किल इन्डिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’ जैसी कार्यकर्मों को देखते हुए यह संशोधन बेहद ज़रूरी बन गया है.’ उन्होंने दावा किया था कि ‘कारखाना अधिनियम में यह संशोधन मज़दूरों को अधिक काम करने और अधिक पैसा कमाने का अवसर देगा और इससे व्यापार करने की प्रक्रिया भी आसान बनेगी’. गौरतलब है कि 2014 में मोदी सरकार ने आने कुछ महीनों के अन्दर ही कारखाना (संशोधन) विधेयक लोक सभा में पेश किया था जिसके बाद उसे स्थायी समिति के पास भेजा दिया गया था. Read more » Featured Labour Day majdoor diwas
जन-जागरण विविधा ध्वनि प्रदूषण न हिन्दू न मुस्लिम,केवल हानिकारक April 20, 2017 by निर्मल रानी | Leave a Comment धर्मस्थलों पर नियमित रूप से निर्धारित समय-सारिणी के अनुसार होने वाले इस शोर-शराबे से लगभग पूरा देश दु:खी है। ध्वनि प्रदूषण बच्चों की पढ़ाई खासतौर पर परीक्षा के दिनों में उनकी परीक्षा की तैयारी में अत्यंत बाधक साबित होता है। मरीज़ों तथा वृद्ध लोगों के लिए ध्वनि प्रदूषण किसी मुसीबत से कम नहीं। आए दिन होने वाले जगराते,कव्वालियां या दूसरे शोर-शराबे से परिपूर्ण धार्मिक आयोजन यह सब हमारे समाज के स्वास्थय पर बुरा असर डालते हैं। Read more » Featured noise pollution on Azaan Sonu Nigam
जन-जागरण समाज परिवार को पतन की पराकाष्ठा न बनने दे March 24, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment ललित गर्ग वर्तमान दौर की एक बहुत बड़ी विडम्बना है कि पारिवारिक परिवेश पतन की चरम पराकाष्ठा को छू रहा है। अब तक अनेक नववधुएँ सास की प्रताड़ना एवं हिंसा से तंग आकर भाग जाती थी या आत्महत्याएँ कर बैठती थी वहीं अब नववधुओं की प्रताड़ना एवं हिंसा से सास उत्पीड़ित है, परेशान है। वे […] Read more » Featured पतन की पराकाष्ठा परिवार
जन-जागरण राजनीति ऐतिहासिक है केंद्र सरकार की नई स्वास्थ्य नीति March 18, 2017 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment सरकार ने अपनी नई नीति में कई रोगों के उन्मूलन का भी लक्ष्य रख लिया है। जिसमें 2018 तक देश से कुष्ठ रोग की समाप्ति , वर्ष 2017 तक कालाजार और वर्ष 2017 तक ही लिम्फेटिक फाइलेरियसस का उन्मूलन करने की बात कही गयी है। इसके साथ ही क्षय रोगियों में 85 प्रतिशत से अधिक इलाज दर प्राप्त करने पर जोर दिया गया है। ताकि वर्ष 2025 तक इसका उन्मूलन किया जा सके। Read more » Featured new health policy केंद्र सरकार नई स्वास्थ्य नीति स्वास्थ्य नीति
कला-संस्कृति जन-जागरण धर्म-अध्यात्म आइये जाने होली खेलने के दौरान क्या रखें सावधानी… March 10, 2017 by पंडित दयानंद शास्त्री | Leave a Comment होली रंगों का त्योहार है जो भारत में हिन्दु धर्म के लोग हर साल बड़ी धूमधाम से मनाते है | ये पर्व हर साल वसंत ऋतु के समय फागुन (मार्च) के महीने में आता है | भारत पहले से ही कला और संस्कृति के क्षेत्र में अग्रणी रहा हैं अगर भारतीय समाज के त्यौहार की […] Read more » होली खेलने के दौरान क्या रखें सावधानी