कहानी बेटियां July 22, 2020 / July 22, 2020 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment मां की मुस्कान है बेटियां,पिता की शान है बेटियां।ससुराल की बहु है बेटियां,मायके की मेहमान है बेटियां।। बेटों से कम नहीं है बेटियां,हर क्षेत्र में आगे है बेटियां।बेटे खाना बनाते है होटलों में,अब खाती है होटल में बेटियां।। अब जहाज उड़ाती है बेटियां,रेल बस मैट्रो चलाती बेटियां।इससे ज्यादा क्या कहे हम ,अंतरिक्ष में पहुंच गई […] Read more » बेटियां
कहानी साँप May 31, 2020 / May 31, 2020 by आलोक कौशिक | Leave a Comment शाम के सात बज रहे थे। पटना के ईकलॉजिकल पार्क में अविनाश अपनी गर्लफ़्रेंड अनामिका की गोद में सिर रखकर लेटा हुआ था और अनामिका उसके घुंघराले बालों में अपनी उँगलियाँ फेर रही थी। तभी अविनाश के मोबाइल फोन का रिंगटोन बजा। फोन पर बात करने के बाद अविनाश ने अनामिका से कहा – “चलो […] Read more » साँप
कहानी चुहिया माँ May 22, 2020 / May 22, 2020 by डॉ. सदानंद पॉल | Leave a Comment खेतों में मकई न केवल पक चुका था, बल्कि खमार-खलिहान में थ्रेसिंग के लिए आ चुका था । बारिश का मौसम तो नहीं था, किन्तु 5-6 दिनों में एकाध घंटा के लिए बारिश हो ही जाती ! इसलिए किसानों को थ्रेसिंग द्वारा भुट्टा से मकई निकालने का अवसर नहीं मिल रहा था । इन्हीं कारणों […] Read more » चुहिया माँ
कहानी अंधविश्वास April 30, 2020 / April 30, 2020 by आलोक कौशिक | 1 Comment on अंधविश्वास प्रत्येक दिन किसी न किसी व्यक्ति की मौत हो रही थी। पिछले दस दिनों में पंद्रह लोगों की जानें जा चुकी थीं। पूरे गांव में दहशत का माहौल था। “कोई नहीं बचेगा इस गांव में। अगले महीने तक सब मर जाएंगे। इस गांव को उस फ़क़ीर की बद्दुआ लग गई है, जिसके साथ दीपक ने गाली-गलौज […] Read more » अंधविश्वास
कहानी क्या भगवान है ? April 27, 2020 / April 27, 2020 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment देश में लॉक डाउन व कोरोना काल चल रहा था | सभी लोग अपने अपने घरो में बंद थे | सारी सडके सुनसान पड़ी थी | केवल पुलिस वाले ही दिखाई दे रहे थे या इक्का दुक्का आवश्यक चीजो को सप्लाई करने वाले वाहन दिखाई दे रहे थे | भोपाल शहर के टी टी नगर […] Read more » gods help in corona कोरोना क्या भगवा है ?
कहानी राम की अदालत में कुत्ते की फरियाद । April 27, 2020 / April 27, 2020 by आत्माराम यादव पीव | Leave a Comment Read more » राम की अदालत राम की अदालत में कुत्ते की फरियाद
कहानी जानकी का घर April 21, 2020 / April 21, 2020 by आलोक कौशिक | Leave a Comment कई वर्ष पश्चात दूरदर्शन पर धारावाहिक ‘रामायण’ के पुनः प्रसारण से कौशल्या देवी बहुत खुश थीं। सुबह के नौ बजते ही टेलीविजन के सामने हाथ जोड़ कर बैठ जाती थीं। आज रामायण देखते हुए वह अत्यंत भावविभोर हो रही थीं। सीता एवं लक्ष्मण को राम के संग वन जाते हुए देखकर कौशल्या देवी की आंखों […] Read more » जानकी का घर
कहानी आपदा और मध्यमवर्गीय परिवार का दर्द April 20, 2020 / April 20, 2020 by दीपक कुमार त्यागी | Leave a Comment देश में आपदा के हालात चल रहे है, इस स्थिति में लोग ना जाने कैसे-कैसे अपने व अपने परिवार का पेट भर रहे है, उस स्थिति पर एक बहुत ही मार्मिक कहानी प्रस्तुत है।राजू – नमस्कार जी क्या आप आपदा कंट्रोल रूम से बोल रहे हैं।ऑफिसर – हां जी बोलिए आपदा कंट्रोल रूम से ही […] Read more » corona crisis crisis to middle caste in corona Disaster and middle-class family pain middle-class family hungry in corona आपदा और मध्यमवर्गीय परिवार का दर्द
कहानी बेइंतहा प्यार April 17, 2020 / April 17, 2020 by आलोक कौशिक | 1 Comment on बेइंतहा प्यार डीएम ऑफिस से आने के बाद से ही दीपमाला बहुत दुखी और परेशान थी। वह आईने के सामने खड़ी होकर अपने ढलते यौवन और मुरझाए सौंदर्य को देखकर बेतहाशा रोए जा रही थी। ऐसा लग रहा था मानो वह आईने से कह रही हो कि तुम भी लोगों की तरह झूठे हो। आज तक मुझे […] Read more » story on immens love बेइंतहा प्यार
कहानी एक सत्य लघु कथा April 1, 2020 / April 1, 2020 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment गुरुग्राम शहर के डी एल फेस वन में एक दम्पति रहते है | जिनकी उम्र लगभग 65 तथा 70 के बीच है उनके दो पुत्र जिनके नाम अरुण व वरुण तथा एक पुत्री है जिसका नाम रेणुका है पर वे उनके पास नहीं रहते | आजकल दोनों पुत्र यु एस के कैलफोर्निया स्टेट में सेटल […] Read more » एक सत्य लघु कथा
कहानी सदमा February 25, 2020 / February 25, 2020 by आलोक कौशिक | Leave a Comment *दो महीने हो गये। शांति देवी की हालत में कुछ भी सुधार ना हुआ। पुरुषोत्तम बाबू को उनके मित्रों और रिश्तेदारों ने सुझाव दिया कि एक बार अपनी पत्नी को मनोचिकित्सक से दिखवा लें। पुरुषोत्तम बाबू को सुझाव सही लगा। अगले ही दिन अपने बड़े पुत्र सौरभ एवं पुत्रवधू संध्या के साथ अपनी पत्नी को […] Read more » सदमा
कहानी हमशक्ल January 14, 2020 / January 14, 2020 by रवि श्रीवास्तव | Leave a Comment हे ईश्वर किस मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया। कटक के बाद जिस चेहरे को बामुश्किल से भूल पाया था, आज फिर से हूबहू मेरे सामने था। लेकिन मुझसे अंजान, क्यों कि सिर्फ चेहरा मिलता था? जिसने घाव को कुरेद दिया। मुझे उसकी बिसरी यादों की झलक दिखने लगी।वर्षों पहले लगे जख़्म भर गए थे। […] Read more » हमशक्ल