लेख हिंदी दिवस हिन्दीः विश्व में प्रतिष्ठा, देश में उपेक्षा क्यों? December 14, 2020 / December 14, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment – ललित गर्ग- हाल ही में एथनोलॉग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार हिंदी विश्व में तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा बन गयी है। वर्तमान में 637 मिलियन लोग हिंदी भाषा का उपयोग करते हैं। हिंदी भारत की राजभाषा है। सांस्कृतिक और पारंपरिक महत्व को समेट हिंदी अब विश्व में लगातार अपना फैलाव कर […] Read more » hindi Hindi: Reputation in the world why hindi is neglected in the country हिन्दी विश्व में प्रतिष्ठा
लेख हिंद स्वराज पारंपरिक औषधि का वैश्विक-केंद्र बनता भारत December 11, 2020 / December 11, 2020 by इ. राजेश पाठक | Leave a Comment ‘दुनिया की फार्मेसी’ के बाद भारत ‘वैश्विक आरोग्य’ का केंद्र भी बनकर दिखा सकता है ये कल्पना मात्र नहीं, बल्कि अब ये घोषित सत्य बन चुका है . पारंपरिक औषधि का वैश्विक-केंद्र के रूप में भारत के चुनाव की ये घोषणा विश्व स्वास्थ्य संगठन के डायरेक्टर जनरल टेडरोज़ ऐडहानाम नें भारत को विडियो के माध्यम से […] Read more » ‘वैश्विक आरोग्य आयुर्वेदिक दिवस दुनिया की फार्मेसी पारंपरिक औषधि का वैश्विक-केंद्र
लेख शख्सियत समाज बियोंड द चाक- रणजीत सर December 11, 2020 / December 11, 2020 by श्याम सुंदर भाटिया | Leave a Comment फर्स्ट बेस्ट इंडियन टीचर ऑफ़ द वर्ल्ड- 2020 श्याम सुंदर भाटिया महाराष्ट्र एक बार फिर सुर्ख़ियों में है, लेकिन इस दफा टेक्नोलॉजी के क्रांतिकारी उपयोग, नवाचार के संकल्प, शिक्षा के प्रति समर्पण और गर्ल्स एजुकेशन के प्रति सेवा भाव का अनूठा समन्वय है। इस सूबे की महक दुनिया शिद्द्त से महसूस कर रही है। सोलापुर […] Read more » First Best Indian Teacher of the World First Best Indian Teacher of the World - 2020 ग्लोबल टीचर प्राइज- 2020 फर्स्ट बेस्ट इंडियन टीचर ऑफ़ द वर्ल्ड- 2020 रणजीत सिंह डिसले वार्की फाउंडेशन सोलापुर के प्राइमरी टीचर रणजीत सिंह महादेव डिसले
लेख समाज विविधता की उपलब्धि December 9, 2020 / December 9, 2020 by गंगानन्द झा | Leave a Comment मैं अपने जीवनकाल में कई प्रकार की सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के समाजों से प्रभावित होता रहा हूँ। पूर्वी भारत के झारखण्ड राज्य का देवघर नामक तीर्थस्थान मेरा गृह नगर है। स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उच्च शिक्षा, के लिए घर छूटा तो फिर आजीविका के क्रम में बिहार, बंगाल और असम में रहने के अवसर […] Read more » विविधता की उपलब्धि
कला-संस्कृति लेख मन की भावना और परिस्थितियों की अभिव्यक्ति है “सुवा नृत्य” December 7, 2020 / December 7, 2020 by अनिल अनूप | Leave a Comment अनिल अनूप सुआ नृत्य छत्तीसगढ़ राज्य की स्त्रियों का एक प्रमुख है, जो कि समूह में किया जाता है। स्त्री मन की भावना, उनके सुख-दुख की अभिव्यक्ति और उनके अंगों का लावण्य ‘सुवा नृत्य’ या ‘सुवना’ में देखने को मिलता है। ‘सुआ नृत्य’ का आरंभ दीपावली के दिन से ही हो जाता है। इसके बाद […] Read more » expression of the spirit and circumstances of the mind Suva dance सुवा नृत्य
लेख उच्च शिक्षा स्वभाषाओं में ? December 4, 2020 / December 4, 2020 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिकशिक्षा मंत्री डाॅ. रमेश पोखरियाल निशंक ने आज घोषणा की है कि उनका मंत्रालय उच्च शिक्षा में भारतीय भाषा के माध्यम को लाने की कोशिश करेगा। बच्चों की शिक्षा भारतीय भाषाओं या मातृभाषाओं के माध्यम से हो, यह तो नई शिक्षा-नीति में कहा गया है और कोठारी आयोग की रपट में भी इस […] Read more » उच्च शिक्षा स्वभाषाओं में
खेत-खलिहान टॉप स्टोरी लेख कृषि कानूनों का भ्रम December 4, 2020 / December 4, 2020 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव तीन नए कृषि कानूनों के विरोध को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष को आईना दिखाया है। उन्होंने कहा, ‘जिनका इतिहास छल का रहा है, वे किसानों में नए कानून को लेकर भ्रम फैला रहे हैं।’ कृषि एवं किसान की हालत सुधारने वाले विधेयकों का विरोध व दुष्प्रचार समझ से परे है। दरअसल […] Read more » Confusion of agricultural laws New agricultural laws कृषि कानून कृषि कानूनों का भ्रम
लेख सार्थक पहल सकारात्मक सोच एवं संकल्पों को बुनें December 3, 2020 / December 3, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment – ललित गर्ग –कोरोना महासंकट से उबरते हुए हमें एक नयी जीवनशैली विकसित करनी होगी, जिसमें नकारात्मकता, अवसाद और तनाव के अंधेरों को हटाकर जीवन को खुशियों के संकल्पों से भरना होगा। ऐसा करना कोई बहुत कठिन काम नहीं, बशर्ते कि हम जिंदगी की ओर एक विश्वास भरा कदम उठाने के लिए तैयार हों। डेन […] Read more » positive thoughts and resolutions सकारात्मक सोच
लेख बुढ़ापा नहीं है ‘अंत’ December 3, 2020 / December 3, 2020 by हिमांशु प्रभाकर | Leave a Comment हिमांशु प्रभाकर अक्सर लोग बूढ़े व्यक्ति की अवस्था देखकर उसे इच्छा विहीन समझ लेते हैं और ऐसी व्यवस्था बनाते हैं जिनकी खुशियों के उत्सव में उसकी भागीदारी का कोई अर्थ नहीं बचता । वैसे देखे तो हमारी प्राचीन परंपरा भी इसी दिशा की ओर इशारा करती है जो बूढ़े को गृह-त्याग और सन्यास जैसी अवस्था […] Read more » Old age is not the end बुढापा
लेख शख्सियत शून्य से शिखर के धनी भामाशाह: महाशय धर्मपाल आर्य December 3, 2020 / December 3, 2020 by विनोद बंसल | Leave a Comment -विनोद बंसल “जब हम जन्मे जगत में, जग हंसा हम रोये। ऐसी करनी कर चलें, हम हंसें, जग रोय।। Read more » death of mahashay shri dharampal aarya ji महाशय श्री धर्मपाल आर्य जी
लेख अनियोजित शहरीकरण एवं गांवों की उपेक्षा के खतरे December 2, 2020 / December 2, 2020 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ः ललित गर्ग:-कोरोना की उत्तरकालीन व्यवस्थाओं पर चिन्तन करते हुए बढ़ते पर्यावरण एवं प्रकृति विनाश को नियंत्रित करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए, इसके लिये बढ़ते शहरीकरण को रोकना एवं गांव आधारित जीवनशैली को बल देना होगा। भले ही शहरीकरण को आर्थिक और सामाजिक वृद्धि का सूचक माना जाता है। लेकिन अनियंत्रित शहरीकरण बड़ी समस्या बन […] Read more » Dangers of unplanned urbanization neglect of villages अनियोजित शहरीकरण गांवों की उपेक्षा के खतरे
राजनीति लेख व्यापक बदलाव आया है हिन्दू धर्म में December 1, 2020 / December 1, 2020 by अशोक “प्रवृद्ध” | Leave a Comment -अशोक “प्रवृद्ध” वर्तमान में मांसाहारी होना, राम, कृष्ण, साईं जैसे मनुष्यों को भगवान मानकर पूजन करना, जाति, घूंघट व पर्दा प्रथा का प्रचलन आदि को सनातन वैदिक हिन्दू धर्म का वास्तविक स्वरूप माना जाने लगा है, जो कि हिन्दू धर्म का वास्तविक सनातन स्वरूप नहीं है। आदि काल में सनातन धर्म का ऐसा स्वरूप कदापि […] Read more » big change in Hinduism There has been a big change in Hinduism हिन्दू धर्म