लेख ईश्वर कराए भक्तों के बीच झगड़े ? February 16, 2022 / February 16, 2022 by डॉ. वेदप्रताप वैदिक | Leave a Comment डॉ. वेदप्रताप वैदिक हिजाब को लेकर कर्नाटक में जबर्दस्त खट-पट चल पड़ी है। यदि मुस्लिम लड़कियां हिजाब पहनने को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं तो हिंदू लड़के भगवा दुपट्टा लगाकर नारे जड़ रहे हैं। उन्हें देख-देखकर दलित लड़के नीले गुलूबंद डटाकर नारे लगा रहे हैं। अच्छा है कि वहां समाजवादी नहीं हैं। वरना वे लाल […] Read more » हिजाब
लेख शहरीकरण से पर्यावरण को हानि February 15, 2022 / February 15, 2022 by अरुण जायसवाल | Leave a Comment मनुष्य के जीवन यापन में पर्यावरण का अपना एक अहम योगदान होता है | एक बेहतर और स्वस्थ्य जीवन के लिए हमारे पर्यावरण का भी शुद्ध व साफ़ होना जरूरी है लेकिन आधुनिकीकरण के दौर में इंसान अपने मूल जरूरत और साथी पर्यावरण को दरकिनार करते हुए आधुनिकीकरण की रेस में अंधा दौड़ का हिस्सा […] Read more » environmental damage due to urbanization शहरीकरण से पर्यावरण को हानि
लेख डेयरी विकास और पशुधन, गरीबों के लिए आय का साधन। February 15, 2022 / February 15, 2022 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment -सत्यवान ‘सौरभ’ देश के लाखों ग्रामीण परिवारों के लिए डेयरी आय का (पशुपालन के जरिये दूध व्यवसाय) एक महत्वपूर्ण माध्यमिक स्रोत बन गया है और विशेष रूप से छोटे और महिला किसानों के लिए रोजगार और आय पैदा करने के अवसर प्रदान करने में इसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आज देश में अधिकांश दूध का […] Read more » a means of income for the poor in villages Dairy development and livestock डेयरी विकास और पशुधन
कविता ये कहानी है तीन तीन अर्जुन की February 15, 2022 / February 15, 2022 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकये कहानी है तीन तीन अर्जुन की,ये जवांदानी तीन तीन अर्जुन की! पहले अर्जुन थे हैहय राज वंश के,विष्णु शक्ति सुदर्शनचक्र अंश से! रामपूर्व दशानन विजेता स्वामी थे,सप्तद्वीप नौखण्ड भूमि भारत के! परम तपस्वी योगी प्रजावत्सल वे,दान पुण्य सभी सद्गुण युक्त थे! पचासी सतयुग वर्ष तक शासक थे,विलीन हुए महाकाल के ज्योति में! […] Read more » This is the story of three three Arjun ये कहानी है तीन तीन अर्जुन की
कविता ऋतुराज बसंत February 15, 2022 / February 15, 2022 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment होली मांगे लकड़ी,दिवाली मांगे तेल।बसंत मांगता आटा,छटाक सवा सेर।। बसन्त के आते ही,उड़ने लगी रंग बिरंगी पतंग।कृषक के खेत झूमने लगे पीली सरसों के संग।। बागों में आने लगे हैं आमो पर अब बौर।काली कोयल कूक रही भौरे मचावे शोर।। आ गई ऋतु बसंत की,उठने लगी उमंग।मौज मस्ती मना रहे,एक दूजे के सब संग।। गगन […] Read more » poem on basant ऋतुराज बसंत
कविता पुलवामा शहीद दिवस February 14, 2022 / February 14, 2022 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment प्रेम दिवस कैसे मनाये आज हम,जब इस दिन गम के बादल छाए थे।पुलवामा में 42 वीर शहीद हुए थेजब वे तिरंगा ओढ़कर घर आए थे।। पुलवामा के वीरो ने इस दिन,जो जान देश पर वारी थी।दुश्मन की औकात नही थी,कुछ अपनो की ही गद्दारी थी।। छोड़ श्रद्धांजलि दिवस को हमवेलेंटाईन डे हम क्यो मनाते है।स्वतंत्र […] Read more » पुलवामा शहीद दिवस
लेख महंगी चिकित्सा के अनुदान की रोशनी के दीप February 11, 2022 / February 11, 2022 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग-भारत में क्राउडफंडिंग को प्रचलित करने एवं इसके माध्यम से दान को प्रोत्साहन देने के लिये इम्पैक्टगुरु डॉट कॉम का प्रयास विलक्षण है। भारत के लिये यह तकनीक एवं प्रक्रिया नई है, चंदे का नया स्वरूप है जिसके अन्तर्गत जरूरतमन्द अपने महंगे इलाज के लिये इसके माध्यम से धन जुटाने में इसका सहारा ले […] Read more » The lamp of light of the grant of expensive medical भारत में क्राउडफंडिंग
कविता हिन्दुत्व सदियों से सिखाता प्रीत रीत को February 9, 2022 / February 9, 2022 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकहिन्दू तन है, हिन्दू मन है, मैं हिन्दू हूं,हिन्दू आनन, गेरुआ वसन, मैं हिन्दू हूं! मैं हिन्दू हिंसा-दूषण, इंसा-पूजन करता हूं,मैं हिन्दू हूं,अहिंसा का गुणगान करता हूं! मैं हिन्दू हूं ईश्वर में आस्थावान रहता हूं,मैं हिन्दू हूं, मानवता का गान सुनाता हूं! मैं सनातनी हिन्दू, ना किसी से तनातनी,मैं बात करुं वेद-पुराण आगम-निगम […] Read more » Hindutva teaches Preet Rit for centuries
लेख जाति व्यवस्था को नकारती नई पीढ़ी February 9, 2022 / February 9, 2022 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment अलका गाडगिल महाराष्ट्र “जब मैं बड़ी हो रही थी, मुझे जाति व्यवस्था के बारे में कुछ भी नहीं पता था. मैं लोगों के नाम से उनकी जाति को पहचान भी नहीं पाती थी. मुझे जाति पदानुक्रम का कोई ज्ञान नहीं था और न ही आदिवासी एवं दलितों के साथ होने वाली हिंसा और शोषण के […] Read more » New generation rejecting caste system जाति व्यवस्था को नकारती नई पीढ़ी
कविता आ तुझ को तुझ से चुरा लू February 8, 2022 / February 8, 2022 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment आ तुझ को तुझ से चुरा लू,प्यार से तुझे दिल में बसा लू।ख्वासिश है यह आखरी मेरी,तुझ को मै अपना बना लू।। कजरे की जगह तुझे लगा लू,बंद नयनों में मै तुझे बसा लू।तुम मेरे श्याम हो मै राधा तेरी,यह मोहनी सूरत तेरी बसा लू।। गजरे की जगह तुझे लगा लू,बालो में तुझ को मै […] Read more » come steal you from you आ तुझ को तुझ से चुरा लू
कविता अफगान विजेता: सरदार हरि सिंह नलवा का जलवा February 8, 2022 / February 8, 2022 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकअफगान विजेता सरदार हरि सिंह नलवा का जलवा,कुछ ऐसा कि बाघ का जबड़ा दो फाड़कर चीर दिया! महाराजा रणजीत सिंह ने उन्हें ‘बाघमार’ उपाधि दी,हरिसिंह को सम्मान में कहा था वीर राजा नल सा! तबसे महाराजा रणजीत सिंह की सेना खालसा का,वो सर्वोच्च कमांडर हरि सिंह कहलाने लगे नलवा! अठाईस अप्रैल सत्रह सौ […] Read more » Afghan Conqueror: Sardar Hari Singh Nalwa Sardar Hari Singh Nalwa सरदार हरि सिंह नलवा सरदार हरि सिंह नलवा का जलवा
कविता यहाँ नहीं कुछ तेरा जोगी February 8, 2022 / February 8, 2022 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a Comment Read more » nothing here is your jogi यहाँ नहीं कुछ तेरा जोगी