लेख कोरोना से कराह रहे गांव May 15, 2021 / May 15, 2021 by चरखा फिचर्स | Leave a Comment मदन कोथुनियां जयपुर, राजस्थान आजकल कोरोना महामारी का कहर ग्रामीण इलाकों में तेजी से बढ़ रहा है। चाहे वह उत्तरप्रदेश हो, बिहार, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश हो या फिर कोई अन्य राज्य। जबकि राज्य सरकारों का दावा है कि कोरोना महामारी का संक्रमण गांवों में बढ़ने से रोकने के लिए ट्रैकिंग, टेस्टिंग और […] Read more » Villagers moaning from Corona कोरोना से कराह रहे गांव
पुस्तक समीक्षा काव्य प्रेमियों के लिए बेशकीमती उपहार है मार्गेश राय(मार्गदर्शन) की खुशबू बिखेरती पगडंडियाँ May 15, 2021 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment मोबाइल और टीवी के बढ़ते चलन की वजह से कहानी और कविता पढ़ने के प्रति लोगों का रुझान ख़त्म हो गया था। पिछले वर्ष कोरोना लॉकडाउन के बाद एक बार फिर से पढ़ने वालों की तादाद बढ़ी है। अपने ख़्यालात, अपने जज़्बात को पेश करने का सर्वश्रेष्ठ माध्यम होती हैं कविताएं।कविताओं के माध्यम से कवि […] Read more » खुशबू बिखेरती पगडंडियाँ
कहानी आपदा में अवसर May 13, 2021 / May 13, 2021 by दिलीप कुमार सिंह | Leave a Comment वो एक बड़े अखबार में काम करता था । लेकिन रहता छोटे से कस्बेनुमा शहर में था। कहने को पत्रकार था ,मगर बिल्कुल वन मैन शो था ।इश्तहार, खबर , वितरण , कम्पोजिंग सब कुछ उसका ही काम था । एक छोटे से शहर तुलसीपुर में वो रहता था । जयंत की नौकरी लगभग साल […] Read more » आपदा में अवसर
लेख परशुराम व सहस्त्रार्जुन: कथ्य, तथ्य, सत्य और मिथक May 13, 2021 / May 13, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | 1 Comment on परशुराम व सहस्त्रार्जुन: कथ्य, तथ्य, सत्य और मिथक —-विनय कुमार विनायकहे परशुराम! आप वैशाख शुक्ल अक्षय तृतीया को जन्मे थे,किन्तु आपकी कृति मानवोचित गौरवशाली व अक्षय कहां?क्षय-विनाश के सिवा,आपका कौन सा कर्म है भला अच्छा? आप घोषित मातृहत्यारा और मातृकुल के संहारक भी थे,जाति पूछकर वरदान व अभिशाप देने की प्रथा आपसे चली,आपकी शिक्षा संहारक, जातिवादी और अर्थवाद से दूषित थी,जिससे द्रोणाचार्य जैसी […] Read more » Parashurama and Sahastrajun Parashurama and Sahastrajun: Story Truths and Myths about parshuram ji अक्षय तृतीया परशुराम व सहस्त्रार्जुन
लेख परशुरामजी : राष्ट्र और समाज निर्माण का अवतार May 13, 2021 / May 13, 2021 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment झूठा है क्षत्रिय विनाश का प्रसंग — रमेश शर्मा सृष्टि निर्माण में अवतारों के क्रम में परशुराम जी का अवतार छठें क्रम पर है । सभी अवतारों में परशुराम जी अवतार अकेला ऐसा अवतार है जो अक्षय है, अमर है, वैश्विक है और सर्व व्यापक भी । वे अपने बाद के सभी अवतारों में निमित्त […] Read more » Parshuramji The incarnation of nation and society building परशुरामजी
लेख जीवन का सौन्दर्य एवं शक्ति है परिवार May 13, 2021 / May 13, 2021 by ललित गर्ग | Leave a Comment अन्तर्राष्ट्रीय परिवार दिवस, 15 मई 2021 पर विशेष ललित गर्ग अन्तर्राष्ट्रीय परिवार दिवस हर साल 15 मई को मनाया जाता है। देश एवं दुनिया को परिवार के महत्व को बताने के लिए यह दिवस मनाया जाता हैं। प्राणी जगत एवं सामाजिक संगठन में परिवार सबसे छोटी इकाई है। परिवार के अभाव में मानव समाज के […] Read more » Family is the beauty and power of life International Family Day 15 May अन्तर्राष्ट्रीय परिवार दिवस 15 मई
लेख भारतीयता का मूल हैं हमारे परिवार जहां मिलती है सुरक्षा, संरक्षण और आत्मविश्वास May 13, 2021 / May 13, 2021 by संजय द्विवेदी | Leave a Comment -प्रो.संजय द्विवेदी न बढ़ाएं फासले, रहिए कनेक्टः आमतौर सोशल मीडिया के आने के बाद हम और ‘अनसोशल’ हो गए हैं। संवाद के बजाए कुछ ट्वीट करके ही बधाई दे देते हैं। होना यह चाहिए कि हम फोन उठाएं और कानोंकान बात करें। उससे जो खुशी और स्पंदन होगा, उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। […] Read more » International Family Day 15 May protection and confidence from family The origin of Indianness is where our families get safety अन्तर्राष्ट्रीय परिवार दिवस 15 मई
कविता कभी न कभी तो वो सुबह आयेगी May 13, 2021 / May 13, 2021 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment कभी न कभी तो वो सुबह आयेगीपनहारिन जब पनघट पर जायेगीपानी भरकर घड़े सिर पर लायेगी,गीत सहेलियों के संग वह गायेगी। खुल जाएंगे, बन्द मंदिर मस्जिदघंटे अजान की आवाजे आयेगी,लग जाएंगे लंगर सब गुरुद्वारों मे,जनता लंगर छक कर खायेगी।। खुल जाएंगे सब स्कूल कॉलेज,बिटिया बस्ता लेकर जाएगीमौज मस्ती सहेलियों संग करेगीचेहरो पर उनके रंगत आयेगी।। […] Read more » कभी न कभी तो वो सुबह आयेगी
कविता ‘सर्व शुक्ला सरस्वती’ एनी बीसेंट और थियोसोफिकल सोसाइटी May 12, 2021 / May 12, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकमां एनी बीसेंट जन्म से एक ईसाई थीमगर कर्म से गुलाम भारत में हिन्दुत्व कोजगाने वाली पूर्व जन्म की हिन्दू थी! एनी बीसेंट एक प्रेत विद्या की जानकाररुसी महिला हेलेना पेत्रोवना ब्लेवास्कीलिखित पुस्तक ‘द सीक्रेट डॉक्ट्रिन’ पढ़करथियोसोफिकल सोसाइटी में दीक्षित हुई! थियोसोफिकल सोसाइटी की स्थापनारुसी हेलेना और अमेरिकी कर्नल आलकाट ने7 सितंबर 1875 […] Read more » Annie Besant Annie Besant and Theosophical Society Sarva Shukla Saraswati एनी बीसेंट और थियोसोफिकल सोसाइटी सर्व शुक्ला सरस्वती
कविता भारत की खासियत है ऐसी May 12, 2021 / May 12, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकभारत की खासियत है ऐसीकि अनेक जातियों को मिलाकरएक जाति बना देती भारत की अच्छाई है ऐसीकि अनेक धर्म को घोंटकरसर्वग्राह्य एक धर्म खड़ा कर देती! भारत की प्रवृत्ति है ऐसीकि अनेक संस्कृतियों को मिश्रितकरएक समेकित संस्कृति बना देती! ऐसे ही नीग्रो,औष्ट्रिक,द्रविड़,आर्य मिलकरएक महान संस्कृति हिन्दू का बन जाना! कभी कोई जाति नाम […] Read more » भारत की खासियत है ऐसी
लेख चलो अब घर चलें….. मरेंगे तो वहीं जाकर जहां पर जिन्दगी है’’ May 12, 2021 / May 12, 2021 by अनिल अनूप | Leave a Comment अनिल अनूप कोरोना के महप्रलयंकारी लहर के दौरान पूरे देश में फिर से प्रवासी मजदूरों के पलायन की लगातार तस्वीरें सामने आ रही हैं. चंडीगढ़ और पंजाब भी इससे अछूता नहीं है. चंडीगढ़ और उससे सटे पंजाब के कई इलाकों से लगातार प्रवासी मजदूर प्राइवेट बसों को मोटा किराया देकर यूपी और बिहार में अपने […] Read more » migrant labourers चलो अब घर चलें
कविता कोरोना त्रासदी : अपनों को खोने का गम May 12, 2021 / May 12, 2021 by प्रभात पाण्डेय | Leave a Comment अंधेरे में डूबा है यादों का गुलशनकहीं टूट जाता है जैसे कोई दर्पणकई दर्द सीने में अब जग रहे हैंहमारे अपने ,हमसे बिछड़ रहे हैंन जाने ये कैसी हवा बह रही हैज़िन्दगी भी थोड़ी सहम सी गई हैहवाओं में आजकल ,कुछ तल्खियां हैंराहों में आजकल ,कुछ पाबंदियां लग गई हैं ||आंखों का है धोखा या […] Read more » Corona tragedy कोरोना त्रासदी