व्यंग्य पति, पत्नी और वो का चक्कर September 29, 2020 / September 29, 2020 by नवेन्दु उन्मेष | Leave a Comment नवेन्दु उन्मेष पति, पत्नी और वो का चक्कर हमेशा बुरा होता है और अब उसमें सीसीटीवीकैमरा भी शामिल हो गया है। इसके बाद वीडियो वायरल होने से इज्जत पर पलीतालगता है सो अलग। यह बात मुझे कल पत्नी समझा रही थी। कह रही थी तुम जोमुझसे लड़ते हो उसे मैं घर में लगे सीसीटीवी कैमरे […] Read more » Husband wife and affair
व्यंग्य कहीं बड़े पर भारी न पड़ जाए छोटे की चतुराई ! September 29, 2020 / September 29, 2020 by सुशील कुमार नवीन | Leave a Comment सामयिक व्यंग्य: टू टेक राइट डिसीजन एक पुरानी कहानी है। आप भी सुनें और मजे लें। वर्तमान सन्दर्भ में कहीं इसका जोड़ बनता हो तो वो भी महसूस कर लीजिए। मुझे इसमें जरा भी एतराज नहीं होगा। और हो भी, तो हो। मैं आपका कुछ बिगाड़ थोड़े ही सकता हूं। आप आजाद भारत के नागरिक […] Read more » feedback on agriculture bill from farmers krishi bill कृषि विधेयक
व्यंग्य सबकुछ नम्बर वन तो जीरो नम्बर क्यों लें जनाब! September 27, 2020 / September 27, 2020 by सुशील कुमार नवीन | Leave a Comment सुशील कुमार ‘नवीन’ राजा नम्बर वन, मंत्री-सभासद नम्बर वन। प्रजा नम्बर वन,प्रजातन्त्र नम्बर वन। प्रचार नम्बर वन, प्रचारक नम्बर वन। प्रोजेक्ट नम्बर वन, प्रोजेक्टर नम्बर वन। मोटिव नम्बर वन, मोटिवेटर नम्बर वन। ज्ञान नम्बर वन, ज्ञानी नम्बर वन। राग नम्बर वन, रागी नम्बर वन। व्यापार नम्बर वन, व्यापारी नम्बर वन। किसान नम्बर वन ,किसानी नम्बर […] Read more » जीरो नम्बर क्यों लें जनाब
व्यंग्य स्वच्छ भारत अभियान की ऐसी – तैसी September 24, 2020 / September 24, 2020 by वीरेन्द्र परमार | Leave a Comment भारत के थूकप्रेमी बंधु – बांधव स्वच्छता अभियान की ऐसी – तैसी कर रहे हैं I इनके लिए देश एक थूकदान है और येलोग देशरत्न I थूकना इनका मौलिक अधिकार है, कोई इन्हें रोक नहीं सकता I यहाँ थूको, वहाँ थूको, जहाँ मन तहाँ थूको I भला थूकने से तुम्हें कौन रोक सकता है ! […] Read more » स्वच्छ भारत अभियान स्वच्छ भारत अभियान की ऐसी – तैसी
राजनीति व्यंग्य चतुरी चाची और पगला राजकुमार September 24, 2020 / September 24, 2020 by वीरेन्द्र परमार | Leave a Comment आर्यावर्त नामक एक लोकतांत्रिक चरागाह थी I वहाँ खूब हरी- हरी घास उगती थी I इस चरागाह में अभिव्यक्ति की आज़ादी थी जिसका उपयोग करते हुए कोई भी पागल, दिवालिया अथवा बौद्धिक कब्ज का मरीज किसी को गाली दे सकता था, बिना साक्ष्य के किसी पर भी कोई आरोप लगाया सकता था, कींचड़ उछालकर किसी […] Read more » sattirical article on sonia gandhi चतुरी चाची और पगला राजकुमार
व्यंग्य ‘माल’ से मालामाल सिनेमा की थाली! September 23, 2020 / September 23, 2020 by निरंजन परिहार | 1 Comment on ‘माल’ से मालामाल सिनेमा की थाली! सिनेमावालों की इज्जत की पूंजी चौराहों पर नीलामी के इंतजार में है। क्योंकि उनकी दमित कामनाएं दुर्गंध की नई सड़ांध रच रही है। चेहरों से नकाब उतर रहे हैं। सिनेमा की सारी सच्चाई समझने के बावजूद जया बच्चन सिनेमा को चरित्र प्रमाणपत्र बांट रही हैं। भुक्तभोगियों में भन्नाहट है। गटर की सफाई इसीलिए जरूरी है। […] Read more » thali mein ched माल से मालामाल सिनेमा की थाली सिनेमा की थाली
व्यंग्य सिनेमा बॉलीवुड की नयी थाली नीति September 23, 2020 / September 23, 2020 by नवेन्दु उन्मेष | Leave a Comment नवेन्दु उन्मेष बॉलीवुड विश्वविद्यालय का वेबिनार आयोजित था। विश्वविद्यालय के कुलपति औरसभी विभागाध्यक्ष बॉलीवुड की नयी शिक्षा नीति से लेकर थाली नीति पर अपनेविचार व्यक्त कर रहे थे। वेबिनार में वे बतला रहे थे कि अब विश्वविद्यालयमें थाली नीति को भी शामिल कर लिया गया है। थाली नीति के आने से यहांपढ़ने-वाले सभी अभिनेता-अभिनेत्रियों के […] Read more » बॉलीवुड की नयी थाली नीति
व्यंग्य दिल ने कहा दिल से September 19, 2020 / September 19, 2020 by आत्माराम यादव पीव | Leave a Comment आदमी के दिल को समझ पाना मुश्किल है। मेरे बचपन के मित्र सुनील मालवीय के पास जब भी बैठता हूँ तो वे बचपन की यादों के साथ सुख-दुख की बाते करते हुये आध्यात्म की चर्मोत्कृष्टता तक बात ले जाने का अवसर नही खोते है। गरीबी ओर मुफ़लिसी में बचपन गुजारने के कारण उन्हे ज़िंदगी […] Read more » दिल ने कहा दिल से
व्यंग्य ससुराल हेल्प लाइन September 14, 2020 / September 14, 2020 by नवेन्दु उन्मेष | Leave a Comment नवेन्दु उन्मेष इनदिनों खबर आ रही है कि देश के कई इलाके में लोग घर में बैठे-बैठे पत्नीसे लड़ रहे हैं। इसलिए देश के गृहस्थी मंत्रालय ने पति हित में एक निर्देशजारी किया कि पत्नी से लड़ों, मगर पत्नी वायरस के योद्धाओं से नहीं। पत्नीकी ढाल के लिए उनके मायके वालों को पत्नी योद्धा के […] Read more » sasural help line ससुराल हेल्प लाइन
व्यंग्य ड्रामेबाजी छोड़ें, मन से स्वीकारें हिंदी… September 13, 2020 / September 13, 2020 by सुशील कुमार नवीन | Leave a Comment सुशील कुमार ‘नवीन’ रात से सोच रहा था कि आज क्या लिखूं। कंगना-रिया प्रकरण ‘ पानी के बुलबुले’ ज्यों अब शून्यता की ओर हैं। चीन विवाद ‘ जो होगा सो देखा जाएगा’ की सीमा रेखा के पार होने को है। कोरोना ‘तेरा मुझसे पहले का नाता है कोई’ की तरह माहौल में ऐसा रम सा […] Read more » accept Hindi from your heart मन से स्वीकारें हिंदी
राजनीति व्यंग्य भेड़तंत्र September 13, 2020 / September 13, 2020 by वीरेन्द्र परमार | Leave a Comment प्राचीनकाल में चंपतपुर नामक एक राज्य था I जनता की मांग पर वहाँ भेड़तंत्र की स्थापना की गई I भेड़तंत्र अर्थात भेड़ों के लिए भेड़ियानुमा भेड़ों द्वारा संचालित ऐसी शासन – व्यवस्था जिसे भीड़तंत्र, वोटतंत्र और भेड़ियातंत्र भी कहा जाता है I उस तंत्र में वोट की नदी को पारकर लंपट, लफंगा, अपराधी, भ्रष्ट और […] Read more »
व्यंग्य भ्रष्टाचार अमर रहे ….. September 13, 2020 / September 13, 2020 by वीरेन्द्र परमार | Leave a Comment वीरेंद्र परमार आजकल सभी लोग भ्रष्टाचार का उन्मूलन करने के लिए प्राणपण से जुटे हुए हैं I देश की एक सौ तीस करोड़ जनता भ्रष्टाचार का समूल नाश करना चाहती है, लेकिन इसका नाश ही नहीं हो पा रहा है I जिसे देखो वह भ्रष्टाचार के पीछे पड़ा है, उसे मिटाने पर आमादा है I […] Read more » भ्रष्टाचार अमर रहे