खेत-खलिहान सहकारी आंदोलन : छत्तीसगढ में सहकारिता के माध्यम से चमका किसानों का भाग्य October 23, 2010 / December 20, 2011 by अशोक बजाज | 4 Comments on सहकारी आंदोलन : छत्तीसगढ में सहकारिता के माध्यम से चमका किसानों का भाग्य -अशोक बजाज छत्तीसगढ़ राज्य का गठन सहकारिता के लिए वरदान सिद्ध हुआ है। इन 10 वर्षों में सहकारी आंदोलन के स्वरूप में काफी विस्तार हुआ है। प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के माध्यम से फसल ऋण लेने वाले किसानों की संख्या जो वर्ष 2000-01 में 3,95,672 थी,जो वर्ष 2009-10 में बढ़कर 7,85,693 हो गई है। […] Read more » Chattishgarh सहकारी आंदोलन
खेत-खलिहान राष्ट्रमंडल खेल घोटाला: भाजपाई नेता पर हुआ पहला संदेह October 21, 2010 / December 20, 2011 by निर्मल रानी | 13 Comments on राष्ट्रमंडल खेल घोटाला: भाजपाई नेता पर हुआ पहला संदेह -निर्मल रानी भारत में पहली बार आयोजित हुए राष्ट्रमंडल खेल पूरी सफलता के साथ समाप्त हो गए। नि:संदेह कार्यक्रम के शानदार उद्धाटन तथा समापन समारोहों ने पूरी दुनिया का ध्यान भारत की ओर खींचा। क्या राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ी तो क्या इन खेलों के साक्षी बनने आऐ विदेशी सैलानी, सभी ने इस […] Read more » Commonwealth Games Scam राष्ट्रमंडल खेल घोटाला सुधांशु मित्तल
खेत-खलिहान किसान आत्महत्या के निहितार्थ October 21, 2010 / December 20, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 3 Comments on किसान आत्महत्या के निहितार्थ – मुलखराज विरमानी भारत के छोटे किसानों का बुरा हाल है। हमारी सरकार ने आत्महत्या करने वाले किसानों के परिवारों को राहत देने के लिए कानून तो बनाया परंतु उस कानून का पालन न करने के लिए सरकार के ही अधिकारी ऐसी दलीलें देते हैं कि जिससे आत्महत्या करनेवाले किसान के परिवार को क्षति की […] Read more » Farmer Suicide किसान आत्महत्या
खेत-खलिहान भारत को पहले विकास की अवधारणा पर करना होगा विचार October 20, 2010 / December 20, 2011 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | 4 Comments on भारत को पहले विकास की अवधारणा पर करना होगा विचार – डा. कुलदीप चंद अग्निहोत्री भारत में विकास की बहुत चर्चा हो रही है। कई बार अमेरिका के कुछ अखबार पत्र पत्रिकाएं या अर्थशास्त्री यह आकलन कर देते हैं आने वाले वर्षों में भारत विकास की दृष्टि से बडे-बडे देशों को पराजित कर देगा। अपने इधर के कुछ लोग जब ऐसा सुनते हैं तो नाच-गाना […] Read more » Developement विकास की अवधारणा
खेत-खलिहान हरियाणा के किसान ने बनाई बहु उद्देशीय प्रसंस्करण मशीन October 20, 2010 / December 20, 2011 by फ़िरदौस ख़ान | 6 Comments on हरियाणा के किसान ने बनाई बहु उद्देशीय प्रसंस्करण मशीन -फ़िरदौस ख़ान हरित क्रांति के लिए अग्रणी हरियाणा को कृषि के क्षेत्र में सिरमौर बनाने में यहां के किसानों की अहम भूमिका है। यहां के किसानों ने न केवल खेतीबाड़ी में नित नए प्रयोग किए हैं, बल्कि तकनीकी क्षेत्र में भी अपनी योग्यता का परचम लहराया है। ऐसे ही एक किसान हैं यमुनानगर ज़िले के […] Read more » Hariyana किसान हरियाणा
खेत-खलिहान आजाद भारत में किसान आज भी गुलाम October 19, 2010 / December 20, 2011 by रामदास सोनी | 3 Comments on आजाद भारत में किसान आज भी गुलाम सरकारी नीतियों के कारण कृषि पर गहराया संकट – रामदास सोनी कहने को तो भारत 15 अगस्त 1947 को विदेशी दासता की बेड़ियों से मुक्त हो गया था किंतु वास्तव में नीतियों में कोई परिवर्तन नहीं हुआ जिससे कहा जा सकता है कि मात्र सत्ता का हस्तांतरण हुआ था यानि मात्र तंत्र हमारा था किंतु […] Read more » Farmer किसान
खेत-खलिहान ग्रामीण क्षेत्रों में शहरी सुविधाओं के माध्यम से शहरी-ग्रामीण अंतर को दूर करने का प्रयास October 17, 2010 / December 21, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on ग्रामीण क्षेत्रों में शहरी सुविधाओं के माध्यम से शहरी-ग्रामीण अंतर को दूर करने का प्रयास -अतुल कुमार तिवारी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था कि वास्तविक भारत गांवों में बसता है। सभी प्रयासों के बावजूद आजादी के छह दशक बाद भी देश के आश्चर्यजनक पहलुओं में एक है- सुविधाओं के दृष्टि से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत बड़ा अंतर। शहरी भारत और ग्रामीण भारत के बीच के इस अंतर […] Read more » village ग्रामीण क्षेत्र
खेत-खलिहान जैविक का व्यापार-एन.जी.ओ. और सरकार October 8, 2010 / December 21, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 7 Comments on जैविक का व्यापार-एन.जी.ओ. और सरकार -योगेश दीवान कितना आष्चर्यजनक है कि अचानक मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री पानी बाबा की तर्ज पर ”जैविक बाबा” हो जाते हैं और मुख्यमंत्री जैविक प्रदेश घोषित करने के लिये धन्यवाद के पात्र। ये वहीं मुख्मंत्री और कृषि मंत्री हैं जो कुछ दिन पहले तक और अभी भी प्रदेश की खेतिहर जमीन को बड़ी ही सामंती […] Read more » Government जैविक
खेत-खलिहान विविधतापूर्ण खेती से कम हो सकती है मंहगाई September 29, 2010 / December 22, 2011 by सतीश सिंह | 1 Comment on विविधतापूर्ण खेती से कम हो सकती है मंहगाई -सतीश सिंह सुशासन बाबू के नाम से विख्यात बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा के हिलसा प्रखंड के गांवों में आजकल पारंपरिक पद्धति की जगह अधतन एवं विविधतापूर्ण तरीके से खेती करने का चलन जोर पकड़ता चला जा रहा है। आय में वृध्दि के लिए इस प्रखंड के किसान पारंपरिक फसलों धान […] Read more » Inflation मंहगाई
खेत-खलिहान जैविक कृषि और ग्रामीण स्वावलंबन August 23, 2010 / December 22, 2011 by डॉ. मनोज चतुर्वेदी | 1 Comment on जैविक कृषि और ग्रामीण स्वावलंबन – डॉ. मनोज चतुर्वेदी भारत गांवों का देश है जहां कि 70 प्रतिशत जनसंख्या आज भी गांवों में रहती है। यह ठीक है कि भूमंडलीकरण तथा उदारीकरण अर्थव्यवस्था में ग्रामीण जनता का शहरों की तरफ बहुत तेजी से पलायन हो रहा है तथा हो चुका है। इसका मतलब यह नहीं है कि देश की छह […] Read more » Organic Farming जैविक कृषि
खेत-खलिहान जीन संवर्धित खाद्य पदार्थों पर क्यों मचा है बवाल August 11, 2010 / December 22, 2011 by सतीश सिंह | 1 Comment on जीन संवर्धित खाद्य पदार्थों पर क्यों मचा है बवाल -सतीश सिंह जीन संवर्धित खाद्य पदार्थ (जी एम फूड) से जुड़ा हुआ बिल ‘भारतीय जैव प्रौद्यौगिकी नियामक प्राधिकरण विधेयक-2009’ (बीआरएआई) को मानसून सत्र में पेश करने का मन सरकार बना रही है। बवाल इस बिल के पास के होने के बाद भारत में जी एम फूड के उपभोग से होने वाले खतरों को दृष्टिगत करके […] Read more » Food items जीन संवर्धित खाद्य पदार्थ
खेत-खलिहान गाँव खुशहाल हों तो देश की अर्थव्यवस्था सुधरे July 22, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 6 Comments on गाँव खुशहाल हों तो देश की अर्थव्यवस्था सुधरे – मुलखराज विरमानी स्वयंसेवी संस्थाएं और जागरूक जनता इस बात से चिंतित है कि हमारे गाँव, 63 वर्ष स्वतंत्रता के पश्चात् भी, गरीब और असहाय क्यों हैं? माना कि खेती की उपज की वस्तुओं की कीमतों में काफी उछाल आया है परंतु इस उछाल का लाभ बीच-विचोले व्यापारियों और फुटकर विक्रेताओं ने अधिक उठाया। किसानों […] Read more » village अर्थव्यवस्था गांव