विधि-कानून छत्तीसगढ़ को लग रहा है पुलिसिया ग्रहण? February 10, 2011 / December 15, 2011 by गिरीश पंकज | 2 Comments on छत्तीसगढ़ को लग रहा है पुलिसिया ग्रहण? गिरीश पंकज देश के अनेक शहरों की तरह छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों में भी इन दिनों पुलिसिया ग्रहण-सा लग गया है. एक पुलिस अधिकारी कोहराम मचा कर जाता है और दूसरा आता है, तो वह भी कम गुल नहीं खिलाता. शहर कोई भी हो, पुलिस की दबंगई (गुंडई का कुछ सौम्य शब्द-रूप है दबंगई) की […] Read more » Chattishgarh छत्तीसगढ़
विधि-कानून ग्राहम स्टेन्स और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मायने January 26, 2011 / December 15, 2011 by आर.एल. फ्रांसिस | 3 Comments on ग्राहम स्टेन्स और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मायने आर.एल.फ्रांसिस जस्टिस नियोगी की रिर्पोट को हम नहीं मानते, धर्मांतरण विरोधी कानून हमारी धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला हैं। डीपी वाधवा आयोग की रिर्पोट झूठ बोलती है। कंधमाल में हुए साप्रदायिक दंगों के बाद बनाए गए जस्टिस एससी मोहपात्रा आयोग की रिर्पोट दक्षिणपंथी संगठनों के प्रभाव में बनाई गई लगती है इसलिए यह विचार करने योग्य […] Read more » Supreme Court ग्राहम स्टेन्स सुप्रीम कोर्ट
विधि-कानून मानवाधिकारवादी न्यायाधीश की तलाश में December 26, 2010 / December 18, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 6 Comments on मानवाधिकारवादी न्यायाधीश की तलाश में जगदीश्वर चतुर्वेदी मानवाधिकार कार्यकर्ता विनायक सेन सहित 3 लोगों को छत्तीसगढ़ के रायपुर सत्र न्यायाधीश ने आजन्म कैद की सजा सुनाई है। न्याय के द्वारा मानवाधिकारों के हनन के सवाल पर इस तरह के जनविरोधी फैसले की जितनी भी आलोचना की जाए कम है। विनायक सेन और 2 अन्य को देशद्रोह के नाम पर आजन्म […] Read more » Vinayak Sen न्यायाधीश विनायक सेन
विधि-कानून परीक्षण के दौर से गुजरती न्यायपालिका December 16, 2010 / December 18, 2011 by अनिल त्यागी | 6 Comments on परीक्षण के दौर से गुजरती न्यायपालिका अनिल त्यागी देश की अदालतें जो अभी तक अखबारी खबरों से दूर रहती थी आज कल मीडिया की सुर्खियों में है। माननीय न्यायधीश एक दूसरे पर लगभग आरोप लगाने के करीब है। मद्रास उच्च न्यायालय के एक पूर्व न्यायाधीश के एक पत्र को लेकर सवाल उछाले जा रहे हैं। जस्टिस एच.एम. गोखले ने खुल कर […] Read more » Court न्यायाधीश न्यायालय
विधि-कानून सूचनाधिकार बदलेगा भारत की सूरत: आरएस टोलिया October 12, 2010 / December 21, 2011 by धीरेन्द्र प्रताप सिंह | 2 Comments on सूचनाधिकार बदलेगा भारत की सूरत: आरएस टोलिया भारत में सूचना क्रांति के साथ आये राइट टू इनफॉर्मेशन आरटीआई यानि सूचना अधिकार अधिनियम 2005 को लागू हुए आगामी 12 अक्टूबर 2010 को पूरे पांच साल हो जाएगें। इन पांच सालों में इस कानून ने क्या उपलब्धियां हासिल की, इसके सामने क्या समस्याएं आई और इसका भविष्य के भारत पर क्या प्रभाव पड़ेगा। इन्हीं […] Read more » Right to Information आरएस टोलिया सूचना का अधिकार
विधि-कानून अयोध्या मामलाः इतिहास रचने और बदलने का अवसर October 9, 2010 / December 21, 2011 by धीरेन्द्र प्रताप सिंह | Leave a Comment कई सौं बर्षो से देश में अमानत में खयानत बने अयोध्या विवाद पर 30 सितंबर को आए इलाहाबाद उच्च न्यायालय के लखनउ बेंच के फैसले ने देश की प्रगति और समाज में एकता की पैरोकारी करने वालों लोगों को इतिहास रचने और बदलने का अवसर दिया है। शायद यही कारण है िक इस मामले के […] Read more » Dheerendra Pratap Singh अयोध्या मामला
विधि-कानून दबाव की राजनीति में इतिहास और तथ्य की विदाई / जगदीश्वर चतुर्वेदी October 1, 2010 / June 6, 2012 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | 55 Comments on दबाव की राजनीति में इतिहास और तथ्य की विदाई / जगदीश्वर चतुर्वेदी समझौते , समाधान या न्याय के नाम पर इतिहास और तथ्यों की अनदेखी करने, इतिहास और तथ्य की बलि चढ़ाने का अधिकार किसी भी व्यक्ति या संस्थान को नहीं दिया जा सकता। चाहे वह जज ही क्यों न हों। लखनऊ बैंच ने कई मुद्दों पर इतिहास और तथ्यों की अनदेखी की है। आधुनिककाल में इतिहास […] Read more » Ayodhya Movement रामजन्मभूमि
विधि-कानून एक संविधान, फिर दो विधान क्यों? July 28, 2010 / December 23, 2011 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 8 Comments on एक संविधान, फिर दो विधान क्यों? -डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ भारतीय संविधान का अनुच्छेद 14 चीख चीख कर कहता है कि भारत में सभी लोगों को कानून के समझ समान समझा जायेगा और सभी लोगों को कानून का समान संरक्षण प्राप्त होगा। अनुच्छेद13 में यह भी कहा गया है कि यदि उक्त प्रावधान का उल्लंघन करने वाला या कम करने वाला […] Read more » Constitution संविधान
विधि-कानून प्लेगिएरिज्म व कॉपीराईट कानून की उलझन June 29, 2010 / December 23, 2011 by सतीश सिंह | Leave a Comment -सतीश सिंह 27 जून के दैनिक हिन्दुस्तान में ‘शब्द’ पृष्ठ के अंतगर्त युवा स्वर स्तंभ में एक स्पष्टीकरण प्रकाशित की गई है कि 20 जून के अंक में युवा स्वर के तहत प्रकाशित कविता ‘खूंटी में टंगी जिंदगी’ पूर्व में सितंबर 2001 की कादंबिनी पत्रिका में प्रकाशित हो चुकी थी। दैनिक हिन्दुस्तान को यह सूचना […] Read more » Copyright Law कॉपीराईट कानून प्लेगिएरिज्म
विधि-कानून आरटीआई : भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ मुहिम May 29, 2010 / December 23, 2011 by फ़िरदौस ख़ान | 1 Comment on आरटीआई : भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ मुहिम -फ़िरदौस ख़ान देश की जनता को क़रीब साढ़े चार साल पहले मिले सूचना के अधिकार ने काफ़ी राहत दी है। इस सुविधा के चलते जहां लोगों के कामकाज होने लगे हैं, वहीं ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जहां सूचना के अधिकार के तहत लोगों को सूचना न मांगने या मांगी गई सूचना का आवेदन […] Read more » Corruption आरटीआई भ्रष्टाचार
विधि-कानून हृदय प्रदेश में फिर दागदार हुई वर्दी May 28, 2010 / December 23, 2011 by लिमटी खरे | 2 Comments on हृदय प्रदेश में फिर दागदार हुई वर्दी -लिमटी खरे हरियाणा प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक एसपीएस राठौर के द्वारा रूचिका गहरोत्रा के साथ की गई ज्यादती, रूचिका का काल कलवित होना और इंसाफ के लिए बीस साल तक रगडना, यह सब अभी लोगों की स्मृति से विस्मृत नहीं हुआ है, कि अचानक ही देश के हृदय प्रदेश के छतरपुर जिले में दो […] Read more » Dress वर्दी
विधि-कानून जनहित याचिकाओं की राह में यूपी हाईकोर्ट का रोड़ा! May 21, 2010 / December 23, 2011 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 1 Comment on जनहित याचिकाओं की राह में यूपी हाईकोर्ट का रोड़ा! -डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ भारत के न्यायिक इतिहास में उत्तरप्रदेश हाईकोर्ट ऐसा पहला हाई कोर्ट हो गया है, जिसमें अब किसी गरीब और आम व्यक्ति या किसी भी संस्था की ओर से आसानी से जनहित याचिका दायर नहीं की जा सकेगी। हाई कोर्ट की प्रशासनिक कार्यवाही के तहत जारी किये गये उक्त आदेश को देखने […] Read more » RTI आरटीआई जनहित याचिका