राजनीति हिंसक होती आरक्षण की मांग February 12, 2016 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment संदर्भः-आंध्र प्रदेश के कापू समाज की ओबीसी कोटे में आरक्षण की मांग प्रमोद भार्गव हमारे देश में आरक्षण एक ऐसा नाजुक मुद्दा है,जिसे चिंगारी दिखाना आसान होता है। यही कारण है कि हर साल इस मुद्दे की दबी चिंगारी सुलगकर हिंसक और विस्फोटक रूप ले लेती है। पिछले साल पटेल समुदाय के लोग आरक्षण की […] Read more » demand of kapu in andhra pradesh demand of reservation Featured आंध्र प्रदेश के कापू समाज की ओबीसी कोटे में आरक्षण की मांग आरक्षण की मांग कापू समाज की ओबीसी कोटे में आरक्षण हिंसक होती आरक्षण की मांग
राजनीति राजनीति में नौतिकता का अधःपतन February 12, 2016 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राघेश्याम द्विवेदी वर्ष 2014 में एन डी ए ने जो ऐतिहासिक सफलता प्राप्त की हैं, उससे देेश के सारे राजनीतिक समीकरण धराशायी हो गये हैं। कांग्रेस की नांव तो वैसे ही डूबती जा रही थी। उसे पुनः संभलना इतना आसान दिखलाई नहीं पड़ा रहा है। और ना ही इसकी आगे कोई संभावना ही दिख […] Read more » deterioting values of indian politics Featured राजनीति में नौतिकता राजनीति में नौतिकता का अधःपतन
मीडिया राजनीति सवाल से कैसा डर कलक्टर साहिबा ?? February 11, 2016 by अनिल द्विवेदी | 1 Comment on सवाल से कैसा डर कलक्टर साहिबा ?? अनिल द्विवेदी प्रशासन का अहंकारी दुरूपयोग करके यदि कुछ लोग मीडिया पर नकेल कसना चाहते हैं तो उन्हें आपातकाल के बाद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का हश्र याद रखना चाहिए। जवाबदेह प्रशासन की उम्मीद के बीच एक महिला आइएएस यदि सेल्फी लेने के आरोप में नौजवान को जेल भेज देती है तो इस पर जवाब […] Read more » Featured यूपी के बुलंदशहर की कलेक्टर बी. चंद्रकला
राजनीति विधि-कानून अब आतंकवाद के विरुद्ध निर्णायक कदम उठाए जाएं February 10, 2016 by नरेश भारतीय | Leave a Comment नरेश भारतीय पठानकोट में वायुसेना के अड्डे पर पाकिस्तान में प्रायोजित बड़े आतंकवादी हमले के बाद भारत एक बार फिर पाकिस्तान की सरकार से यह उम्मीद लगाए प्रतीक्षा में रहा कि इस बार दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी. लेकिन हमेशा की तरह इस बार भी निराशा ही हाथ आई. उम्मीद उसी देश की सरकार […] Read more » decisive steps towards terrorism Featured terrorism अब आतंकवाद के विरुद्ध निर्णायक कदम
राजनीति शख्सियत एकात्म मानववाद: मानव के विकास, विवेक व वेदना का सूचकांक February 10, 2016 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment भारत को देश से बहुत अधिक आगे बढ़कर एक राष्ट्र के रूप में और इसके अंश के रूप में इस देश के निवासियों को नागरिक नहीं अपितु परिवार सदस्य के रूप में माननें के विस्तृत दृष्टिकोण का अर्थ स्थापन यदि किसी राजनैतिक भाव या सिद्धांत में हो पाया है तो वह है पंडित दीनदयाल उपाध्याय […] Read more » Featured एकात्म मानववाद एकात्म मानववाद: मानव के विकास विवेक व वेदना का सूचकांक
राजनीति संघ, संघ परिवार और भाजपा के मूल में ही दलितोन्मुखी विचारधारा का प्रतिक्रियावादी विरोध February 9, 2016 / February 10, 2016 by आलोक कुमार | 21 Comments on संघ, संघ परिवार और भाजपा के मूल में ही दलितोन्मुखी विचारधारा का प्रतिक्रियावादी विरोध अजीब विडम्बना है …. आजादी के लगभग सात दशकों के बाद भी, सामाजिक कुरीतियों और विषमताओं के उन्मूलन के अनेकों अभियानों के पश्चात भी, कड़े क़ानूनों की मौजूदगी के बावजूद भी देश में दलित उत्पीड़न की घटनाएँ बदस्तूर जारी हैं l विकासोन्मुखी समाज के तमाम उपरनिष्ठ दावों के बावजूद अगर २१वीं सदी में भी ऐसा हो रहा है तो […] Read more » Featured विचारधारा का प्रतिक्रियावादी विरोध संघ संघ परिवार और भाजपा के मूल में ही दलितोन्मुखी
राजनीति शख्सियत बुद्ध के ज्ञान व भारत विरोधी हैं दलाई लामा February 9, 2016 / February 10, 2016 by डा. संतोष राय | Leave a Comment जानिये दलाईलामा की सच्चाई डॉ संतोष राय दलाई लामा जिन्हें बौद्ध सम्प्रदाय का एक धड़ा अपना गुरु या लामा मानता है और उन्हें शान्ति के प्रयासों के लिए पश्चिमी देशों के समर्थन से नोबल पुरस्कार भी मिल चुका है । दलाई लामा को आज पूरे जगत में एक विशेष सम्मान भी प्राप्त हो चुका […] Read more » Featured दलाई लामा बुद्ध के ज्ञान व भारत विरोधी हैं
राजनीति बिल्ली काली हो या सफेद यदि चूहों को मारती है तो हमारे काम की है ”-माओत्से तुंग ! February 8, 2016 / February 8, 2016 by श्रीराम तिवारी | Leave a Comment किसी भी आदर्श लोकतान्त्रिक व्यवस्था में विपक्ष और आम जनता द्वारा ‘सत्ता पक्ष ‘की स्वस्थ आलोचना जायज है। सिर्फ जायज ही नहीं बल्कि देशभक्तिपूर्ण कर्तव्य और उत्तरदायित्व भी है।किन्तु सिर्फ आलोचना ही करते रहें और आलोचकगण कोई विकल्प भी पेश न करें तो यह अनैतिक कृत्य कहा जा सकता है । कोई और विकल्प पेश […] Read more » Featured बिल्ली काली हो या सफेद यदि चूहों को मारती है तो हमारे काम की है ''-माओत्से तुंग !
राजनीति राष्ट्रहित में विपक्ष का रचनात्मक होना जरूरी February 8, 2016 / February 8, 2016 by सुरेश हिन्दुस्थानी | 1 Comment on राष्ट्रहित में विपक्ष का रचनात्मक होना जरूरी सुरेश हिंदुस्थानी भारत एक लोकतांत्रिक देश होने के नाते आवश्यक है कि सत्ता पक्ष और विपक्ष को जनता की भावनाओं को ध्यान में रखकर ही काम करें। स्वस्थ लोकतंत्र के लिए कार्य करने की शैली ही भारत को उच्चतम आयाम देने की दिशा दिखा सकता है। कहने को देश में लोकतंत्र है, लेकिन ऐसा लगता […] Read more » Featured role of opposition is important for country betterment राष्ट्रहित में विपक्ष राष्ट्रहित में विपक्ष का रचनात्मक होना जरूरी
राजनीति अस्तित्व में आते स्मार्ट शहर February 7, 2016 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment देश में स्मार्ट शहर गति पकड़ने वाले हैं। फिलहाल 20 शहरों को स्मार्ट शहर के रूप में विकसित करने का लक्ष्य सामने आ गया है। संघ शासित दिल्ली समेत 11 राज्यों से इन शहरों को चुना गया है। ये शहर नई दिल्ली,लुधियाना,जयपुर,उदयपुर,अहमदाबाद,सूरत,इंदौर,भोपाल,जबलपुर,पुणे,सोलापुर,वेलगम,दावणगेरे,चौन्नई,कोयम्बटूर,कोच्चि,काकीनाड़ा,विशाखापट्टनम,भुवनेश्वर और गुवाहाटी हैं। उत्तर प्रदेश ,पश्चिम बंगाल,बिहार जैसे बड़े राज्यों का इस सूचि […] Read more » अस्तित्व में आते स्मार्ट शहर शहर
राजनीति मुलायम की बदली सियासतःनजर हिन्दू वोट बैंक पर February 5, 2016 by संजय सक्सेना | 1 Comment on मुलायम की बदली सियासतःनजर हिन्दू वोट बैंक पर यूपी में मुस्लिम वोटरों के सौदागरों ने उड़ाई सपा की नींद संजय सक्सेना सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव 2017 के विधान सभा चुनाव जीत कर सपा की पुनःवापसी का सपना सजोये हुए है, लेकिन उन्हें यह डर भी सता रहा है कि कहीं एम-वाई (मुस्लिम-यादव) के सहारे चुनावी बैतरणी पार करने […] Read more » Featured नजर हिन्दू वोट बैंक पर मुलायम की बदली सियासत
राजनीति अरुणाचल में मची जनता की सेवा की होड़! February 5, 2016 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment अरुणाचल प्रदेश की जनता के लिए ये सौभाग्य का विषय है या दुर्भाग्य का कि करोड़ों रूपये चुनावों में खर्च करने वाले राजनैतिक दलों में जनता की सेवा की तत्परता देखते ही बन रही है। ईटानगर की यह सेवाभाव की लड़ाई जब दिल्ली सुप्रीम कोर्ट पहुंची तो पांच जजों वाली पीठ ने कहा कि “लोकतन्त्र […] Read more » Featured अरुणाचल में मची जनता की सेवा की होड़!