राजनीति माननीयों के ‘ क्षमा -पर्व ‘ के मायने……!! December 14, 2014 / December 14, 2014 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment तारकेश कुमार ओझा झारखंड की सीमा से लगते पश्चिम बंगाल के वन क्षेत्रों में माओवादी गतिविधियां तब सिर उठा ही रही थी। इस बीच जिले में एक एेसा युवा आइपीएस अधिकारी आया जो कुछ ज्यादा ही जोशीला था। वह हर किसी को चोर – बेईमान समझ लेता था। माओवादियों के मददगारों की तलाश में राजधानी […] Read more » क्षमा -पर्व
राजनीति भारतीय विपक्ष नकारात्मकता और हिंदुत्व विरोध की जुड़वाँ राजनीति का शिकार हो रहा है ! December 14, 2014 / December 14, 2014 by श्रीराम तिवारी | 1 Comment on भारतीय विपक्ष नकारात्मकता और हिंदुत्व विरोध की जुड़वाँ राजनीति का शिकार हो रहा है ! संसद में कालधन,धर्मांतरण और रेप की घटनाओं पर वामपंथी सांसदों की विद्व्त्ता पूर्ण तार्किक – तकरीरें, मुलायमसिंह की पैंतरेबाजी , ममता गैंग की हुल्लड़बाजी , शरद यादव , रामगोपाल यादव की यथार्थ युक्तियाँ , मायावती का लिखित स्यापा और सत्तापक्ष के जड़मति मंत्रियों-नेताओं की क्षमा याचना से देश की आवाम को लगता है कोई खास लेना देना नहीं है। विपक्ष की इतनी मशक्क़त के वावजूद कोई आदमजात तो […] Read more » Indian opposition is victim of negativity and anti Hinduism हिंदुत्व विरोध की जुड़वाँ राजनीति
टॉप स्टोरी राजनीति राजनीति के चंगुल में अयोध्या विवाद December 8, 2014 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on राजनीति के चंगुल में अयोध्या विवाद संदर्भःराम जम्म-भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद में हाशिम अंसारी के बयान से आया नया मोड़ प्रमोद भार्गव राम जन्म-भूमि बाबरी मस्जिद विवाद में आए नए मोड़ से साफ हुआ है कि राजनीतिकों की चंगुल में होने की वजह से यह मुद्दा सुलझ नहीं पा रहा है। अयोध्या में विवादित ढ़ांचा ढहाए जाने के 22 साल बाद मुस्लिम […] Read more » अयोध्या विवाद
राजनीति संसद में हंगामे के बीच पारित होते विधेयक December 8, 2014 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment प्रमोद भार्गव संसद में हंगामें के बीच बिना किसी चर्चा के महत्वपूर्ण विधेयकों के पारित होने का सिलसिला शुरू हो गया है। जल्दबाजी में ध्वनिमत से इस तरह से विधेयकों का पास होना लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं है। तृणमूल कांग्रेस समेत कुछ अन्य राजनीतिक दल कालेधन के मुद्दे पर हंगामा खड़ा करके […] Read more » पारित होते विधेयक
राजनीति विपक्ष थोड़ा बड़प्पन दिखाए.. December 8, 2014 by सिद्धार्थ शंकर गौतम | Leave a Comment २४ नवम्बर से शुरू हुआ संसद का शीतकालीन सत्र आने वाले सोमवार को अपना आधा पड़ाव पूर्ण कर लेगा| इस एक पखवाड़े में कई बिल पेश होने के साथ ही कई संशोधन भी हुए| जब ऐसा लगने लगा था कि संसद सुचारू रूप से चलने लगी है तभी तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने राजनीतिक […] Read more » opposition should show some resect विपक्ष
राजनीति रामज़ादों के ऐसे बोल? December 7, 2014 / December 7, 2014 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment तनवीर जाफ़री भारतीय राजनीति में मर्यादा,विवेक तथा सद्भावना को तिलांजलि देने का एक और उदाहरण पिछले दिनों दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनावों के दौरान हो रही भारतीय जनता पार्टी की एक जनसभा में उस समय देखने को मिला जबकि स्वयं को साध्वी कहने वाली तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल के दूसरे विस्तार में […] Read more » रामज़ादों
राजनीति क्या एफडीआई के भरोसे भाजपा चलाएगी देश ? December 5, 2014 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को इन दिनों जिस तरह केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार हवा दे रही है, उसने देश की आम जनता के मन में आज अनेक प्रश्न खड़े कर दिए हैं। आखिर हर चीज के लिए एफडीआई का भारत में प्रवेश कराना कितना और किस सीमा तक औचित्यपूर्ण […] Read more » एफडीआई के भरोसे भाजपा
राजनीति पूर्वोत्तर भारत को लेकर नरेन्द्र मोदी की सार्थक सोच December 5, 2014 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | Leave a Comment डा० कुलदीप चन्द अग्निहोत्री पिछले मास के अन्तिम दिनों में नरेन्द्र मोदी गुवाहाटी में थे । उन्होंने गुवाहाटी को मेघालय से जोड़ने वाली रेल पटडी का उद्घाटन किया । मेघालय में मैंदीपत्थर से असम में गुवाहाटी तक यह गाड़ी चलेगी । यह रेल पटडी चाहे लगभग बीस बीस किलोमीटर ही है लेकिन इसका प्रतीकात्मक […] Read more » positive attitude of Narendra Modi for north east नरेन्द्र मोदी की सार्थक सोच
राजनीति एक ही मांद में आखिर कितने ‘स्वयंभु-शेर’ ? December 5, 2014 by आलोक कुमार | Leave a Comment ये ज्ञातव्य है कि बिना किसी स्पष्ट विजन के दो बार संसदीय राजनीति में कथित तीसरे मोर्चे की सरकार तो बनी लेकिन स्वहित व जोड़ –तोड़ की राजनीति के परिणामस्वरूप आपस में हुई राजनीतिक वर्चस्व की टकराहट के कारण कोई भी सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सकी l सवाल ये है कि वर्तमान परिदृश्य में जिस तरह […] Read more » tisre morche ka gathan स्वयंभु-शेर
राजनीति सत्ता के लिए कांगे्रस की तड़पन December 3, 2014 / December 3, 2014 by सुरेश हिन्दुस्थानी | Leave a Comment सुरेश हिन्दुस्थानी भारत की सत्ता एक अथाह सागर की तरह है, जिसमें कोई भी दल एक बार डुबकी लगा ले तब उसे छोटे छोटे तालाबों की डुबकी में वैसा आनंद कदापि नहीं मिलता। जबकि हर बार समय एक जैसा तो नहीं रहता, समय बहुत ही बलवान होता है, समय से आज तक न तो कोई […] Read more » Congress jactitation for the power कांगे्रस की तड़पन
राजनीति ममता बनर्जी का अराजक राजनैतिक आचरण November 30, 2014 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment मृत्युंजय दीक्षित पश्चिम बंगाल की राजनैतिक हवा का रूख अब काफी तेजी से लग रहा है कि बदल रहा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अब पहली बार अपने आप को असुरखित महसूस करने लग गयी हैं। शारदा चिटफंड घोटाले और बर्दमान विसफोट की जांच का काम जैसे- जैसे आगे बझ़ रहा है ममता […] Read more » अराजक राजनैतिक आचरण
राजनीति छह माह में आशाओं के नये दीप जले November 29, 2014 by मृत्युंजय दीक्षित | 2 Comments on छह माह में आशाओं के नये दीप जले मृत्युंजय दीक्षित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत वाली भाजपा गठबंधन सरकार के अब छह माह पूर्ण हो गये हैं। इन छह माह में मोदी सरकार जिस प्रकार से आगे बढ़ रही है उससे देश की जनता में आशा की नयी उम्मीद जगी हैं नये दीप जले हैं। विगत छह माह में काफी […] Read more » आशाओं के नये दीप