शख्सियत समाज पानीदार “”अनुपम” के लिए भीगी आंखें December 20, 2016 by मनोज कुमार | Leave a Comment मनोज कुमार मीठे पानी की तरह अनुपम। अपने नाम को सार्थकता प्रदान करते हुए अनुपम ने 68 वर्ष की जिंदगी में सुप्त और लुप्त होते समाज में पानी के प्रति चेतना जागृत करने की जो कोशिशें की, उन कोशिशों के बीच अनुपम मिश्र नाम का यह व्यक्तित्व हमारे साथ रहेगा, चलेगा और हमें दिशा देता […] Read more » Anupam Mishra death of Anupam Mishra अनुपम मिश्र परंपरागत वर्षा जल-संरक्षण
समाज सिर्फ ३००करोड़ की सहायता पर टिकी बोड़ोलैंड स्वायत्तशासी परिषद December 19, 2016 by अनिल अनूप | Leave a Comment बोड़ो समुदाय की यथावत समस्याएं: -अनिल अनूप क्या अगले कुछ दिनों में बोडो आदिवासियों के जमीन से अवैध कब्जे हट जायेंगे? क्या बोडो आदिवासियों की शिकायतें दूर हो गई हैं या हो जाने वाली हैं? क्या भारत–बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ रोकने की उचित व्यवस्था कर दी गई है? स्पष्ट है कि ऐसा कुछ न हुआ […] Read more » Featured बोड़ोलैंड स्वायत्तशासी परिषद
विविधा समाज भारत में दलित मामलों के पीछे अभारतीय गैर-दलित संगठन सक्रिय December 19, 2016 by मनोज ज्वाला | 1 Comment on भारत में दलित मामलों के पीछे अभारतीय गैर-दलित संगठन सक्रिय मनोज ज्वाला अपने देश में समय-समय पर दलितों के उत्पीडन और धर्मान्तरण के जो मामले सामने आते रहे हैं उनके पीछे विदेशी संगठनों की सक्रियता ध्यान देने योग्य है । भारत की सामाजिक संरचना को विखण्डित करने और विदेशी साम्राज्यवादी शक्तियों के हस्तक्षेप को आमंत्रित करने के लिए अनेक अभारतीय संगठन विभिन्न रूपों में यहां […] Read more » Featured क्रिश्चियन सालिडैरिटी वर्ल्ड वाइल्ड दलित फ्रीडम नेटवर्क पी०आई०एफ०आर०ए०एस०(पालिसी इंस्टिच्युट फार रिलीजन एण्ड स्टेट
शख्सियत समाज वाद विवादों मे रहनेवाले : बाबा रामदेव December 19, 2016 by अनिल अनूप | 1 Comment on वाद विवादों मे रहनेवाले : बाबा रामदेव -अनिल अनूप योग गुरु रामदेव जो 4500 करोड़ रुपये के पतंजलि समूह का प्रमुख चेहरा है, उन्हें एक बार अमेरिका ने उनके कुंवारे होने और बैंक खाता नहीं होने की वजह से वीजा देने से मना कर दिया था. बाद में जब वह संयुक्त राष्ट्र को संबोधित कर रहे थे तो उन्होंने उन्हें बुलावा भेजा […] Read more » Featured बाबा रामदेव
शख्सियत समाज सिनेमा दुनियां को हंसानेवाला जानी लीवर अपने घर में रहता है गंभीर December 18, 2016 by अनिल अनूप | Leave a Comment –अनिल अनूप जॉन प्रकाश राव उर्फ़ जॉनी लीवर एक भारतीय कॉमेडियन अभिनेता हैं। वह हिंदी सिनेमा में अपनी कॉमिक टाइमिंग के लिए प्रसिद्ध हैं। जॉनी लीवर भारत के पहले स्टैंड कॉमेडियन हैं जिन्हें अब तक 13 बार फिल्मफेयर अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। जॉनी बॉलीवुड में अब तक साढ़े तीन सौं से अधिक […] Read more » जानी लीवर
शख्सियत समाज सिनेमा पारिवारिक परम्परा के विरूद्ध फिल्मों में आईं करीना कपूर खान December 18, 2016 by अनिल अनूप | Leave a Comment -अनिल अनूप करीना कपूर को हम लोग “ बेबो “ के नाम से भी जानते है और वो बालीवुड में एक स्थापित अभिनेत्री है और अब लोग शादी के बाद इन्हें इन्हें “करीना कपूर खान” के नाम से भी जानते है | करीना चूँकि एक फिल्म जगत में सक्रिय खानदान से ताल्लुक रखती है लेकिन […] Read more » Featured करीना कपूर
महिला-जगत समाज क्यों न स्त्री होने का उत्सव मनाया जाए December 18, 2016 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment स्त्री ईश्वर की एक खूबसूरत कलाकृति ! यूँ तो समस्त संसार एवं प्रकृति ईश्वर की बेहतरीन रचना है किन्तु स्त्री उसकी अनूठी रचना है , उसके दिल के बेहद करीब । इसीलिए तो उसने उसे उन शक्तियों से लैस करके इस धरती पर भेजा जो स्वयं उसके पास हैं मसलन प्रेम एवं ममता से भरा ह्दय , सहनशीलता एवं धैर्य से भरपूर व्यक्तित्व ,क्षमा करने वाला ह्रदय , बाहर से फूल सी कोमल किन्तु भीतर से चट्टान सी इच्छाशक्ति से परिपूर्ण और सबसे महत्वपूर्ण , वह शक्ति जो एक महिला को ईश्वर ने दी है , वह है उसकी सृजन शक्ति । Read more » Featured lets celebrate for being women स्त्री स्त्री होने का उत्सव
कला-संस्कृति समाज संतकवि नरसी मेहता : ईश्वर से सम्पर्क के सूत्रधार December 18, 2016 / December 18, 2016 by ललित गर्ग | Leave a Comment नरसी मेहता की जन्म जयन्ती- 19 दिसम्बर, 2016 के लिये विशेष ललित गर्ग ‘वैष्णव जन तो तेने कहिए’ भजन में एक बात अच्छी प्रकार से कह दी है। ‘पर दुःखे उपकार करे’ कह कर भजन में रुक गए होते, तो वैष्णव जनों की संख्या बहुत बढ़ जाती है। ‘पर दुःखे उपकार करे तोए मन अभिमान […] Read more » Featured sant kavi narsi mehta संतकवि नरसी मेहता
शख्सियत समाज सिनेमा कामेडी का नया आयाम : सुनील ग्रोवर ‘गुत्थी’ December 16, 2016 by अनिल अनूप | Leave a Comment अनिल अनूप 03 अगस्त 1977 को जन्म लेने वाले सुनील ग्रोवर के बैकग्राउंड के बारे में बात करें तो सुनील मूल रूप से हरियाणा के अंदर आने वाले एक छोटे से शहर डबवाली के रहने वाले हैं और डबवाली कॉमन रूप से हरियाणा और पंजाब के अंदर आता है क्योंकि यह शहर आधा पंजाब के […] Read more » Actor Sunil Grover comedian Sunil Grover gutthi Sunil Grover गुत्थी सुनील ग्रोवर
शख्सियत समाज सिनेमा फिल्मों के सफलता की गारंटी हुआ करते थे जानी वाकर …. December 15, 2016 / December 15, 2016 by अनिल अनूप | Leave a Comment जानी वाकर पहले हास्य कलाकार थे जिनके नाम पर नटराज प्रोडक्शन ने सन 1957 में “जानी वाकर ” नामक फिल्म का निर्माण किया ,जिसके निर्देशक वेद महान थे | इस फिल्म में नायक जानी वाकर और नायिका श्यामा थी | फिल्म की सफलता से उत्साहित वेद मदान ने अपनी अगली फिल्म “मिस्टर कार्टून एम. ” में भी जानी वाकर को शीर्ष भूमिका के लिए चुना | “मिस्टर जॉन ” “नया पैसा ” “जरा बच के ” “रिक्शा वाला” “उडन छु” आदि फिल्मो में भी उन्होंने मुख्य भूमिका निभाई थी | Read more » Featured जानी वाकर .... फिल्मों के सफलता की गारंटी
खान-पान समाज ‘मांसाहार से नाना दुखों, रोग व अल्पायु की प्राप्ती December 13, 2016 by मनमोहन आर्य | 1 Comment on ‘मांसाहार से नाना दुखों, रोग व अल्पायु की प्राप्ती मांसाहार छोड़िये और शाकाहार अपनाईये क्योंकि शाकाहारी भोजन ही सर्वोत्कृष्ट भोजन है। यह बल, आयु और सुखों का वर्धक है। इससे परजन्म में उन्नति होने से इस जन्म से भी अच्छा मनुष्य जीवन मिलने की सम्भावना है। मनुष्य शाकाहारी प्राणी है, इसका एक प्राण भी दे देते हैं। सभी शाकाहारी पशु मांसाहारियों पशुओं की गन्ध व आहट से ही दूर भाग जाते हैं परन्तु वही पशु मनुष्य को देखकर उसके पास आते हैं। Read more » मांसाहार शाकाहार
विधि-कानून विविधा समाज मानव अधिकारों का संरक्षण और भारतीय मीडिया December 11, 2016 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment मानव अधिकारों के संरक्षण की चर्चा आरंभ करने से पहले यह जानना जरूरी है कि आखिर यह मानवाधिकार क्या हैं और इसके बाद यह जानेंगे कि भारतीय मीडिया का इनके विकास में क्या योगदान रहा है। वस्तुतः मानव अधिकारों से अभिप्राय ‘‘मौलिक अधिकारों एवं स्वतंत्रता से है जिसके सभी मानव प्राणी हकदार है। Read more » Featured भारतीय मीडिया मानव अधिकार मानव अधिकारों का संरक्षण मानव अधिकारों के संरक्षण की चर्चा