समाज बंधन मुक्त विवाह : डॉ. मधुसूदन January 7, 2012 / January 7, 2012 by डॉ. मधुसूदन | 14 Comments on बंधन मुक्त विवाह : डॉ. मधुसूदन डॉ. मधुसूदन उवाच Wedlock Unlocked An Inside Look at an Open Marriage By Redsy for YourTango49 पर आंशिक रूपसे आधारित काल के गर्भसे ,एक नया आविष्कार जन्म ले चुका है। सारे बन्धनों को तोडने वाले प्रगतिवादियों के लिए शुभ समाचार। ॥ विवाह को बंध मुक्त कर दो॥ An Inside Look at an Open Marriage अंदर […] Read more » An Inside Look at an Open Marriage marriage institution Wedlock Unlocked विवाह संस्था
लेख समाज महिला क्रू मेंबर्स के जीत के मायने(Air India crew members) January 4, 2012 / January 4, 2012 by डॉ.प्रेरणा चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ प्रेरणा दूबे भारतीय समाज में जाति के आधार पर भेदभाव, धर्म के आधार पर भेदभाव, प्रदेश के आधार पर भेदभाव, रूप-रंग के आधार भेदभाव, छोटे-ब़डे के आधार पर भेदभाव और अमीर-गरीब के आधार पर भेदभाव को देखकर लगता है। पता नहीं कि इसके धर्म-दर्शन कहां चले गए? सुना था कि शकों, हुणों, कुशाणों, पहलवों, […] Read more » crew members of AirIndia lady crew menbers in AirIndia महिला क्रू मेंबर्स के जीत
महिला-जगत लेख समाज आखिर कब रुकेंगी औरतों पर होती यातनाएं ? December 11, 2011 / December 15, 2011 by अन्नपूर्णा मित्तल | 12 Comments on आखिर कब रुकेंगी औरतों पर होती यातनाएं ? हमारा समाज पुरुष प्रधान देश है. यहाँ औरतें शुरू से ही जुर्म का शिकार होती रही हैं. शादी के पहले उस पर बेटी, बहन के नाम पर पाबंदी लगाई जाती है. थोड़ी सी आज़ादी पर ही उसके भाई, पिता, नाते रिश्तेदार घर की मर्यादाएं तोड़ने का आरोप लगा डालते हैं. वहीं शादी के बाद उसे […] Read more » torture on woman Woman woman suffering औरत यातनाएं
महत्वपूर्ण लेख समाज सेक्यूलरवाद या जिम्मीवाद : शंकर शरण November 1, 2011 / December 5, 2011 by शंकर शरण | 7 Comments on सेक्यूलरवाद या जिम्मीवाद : शंकर शरण संसद पर आतंकी हमले के मुख्य अपराधी मुहम्मद को फाँसी की सजा से मुक्त करने के लिए जम्मू-कश्मीर विधान सभा प्रस्ताव पास करने वाली थी। अभी भी उस की संभावना बनी हुई है। इस पर भारतीय मीडिया और बुद्धिजीवी वर्ग लगभग मौन रहा। मानो उसे इस से कोई मतलब न हो। कल्पना करें, यदि किसी […] Read more » secularism जिम्मीवाद सेक्यूलरवाद
महत्वपूर्ण लेख समाज मानसिक जातियां -भाग तीन : डॉ. मधुसूदन November 1, 2011 / January 19, 2012 by डॉ. मधुसूदन | Leave a Comment Castes of Mind पर आधारित द्रविडि़यन -आर्यन भेद का धूर्त निर्माता- मिशनरी रॉबर्ट काल्डवेल (१) रॉबर्ट काल्डवेल रॉबर्ट काल्डवेल जब पहले पहल, (१८३८ में ) दक्षिण भारत आया , तब हमारे नये धर्मांतरित ईसाइयों को ”चावल भूखे ख्रिष्टान” (Rice Christians) कहकर शासक (अंग्रेज़ ) भी उनका तिरस्कार किया करते थे। हर वर्ष काल्डवेल अपनी […] Read more » Castes of Mind मानसिक जातियां
धर्म-अध्यात्म समाज करते किस मुँह से हो गुरबत की शिकायत गालिब… October 22, 2011 / December 5, 2011 by शंकर शरण | 14 Comments on करते किस मुँह से हो गुरबत की शिकायत गालिब… शंकर शरण सच्चर समिति, रंगनाथ मिश्र आयोग, आदि से लेकर सोनिया जी के सनकी सलाहकार तक सभी प्रभावशाली लोग भारत में मुसलमानों के प्रति ‘भेद-भाव’ को ही उनके पिछड़ने की वजह मान कर चलते हैं। तदनुरूप आंकड़े ढूँढते और तर्क गढ़ते है। पर जरा पूरी दुनिया पर निगाह डालें। पूरी दुनिया में लगभग 60 इस्लामी […] Read more » Muslim मुसलमान
समाज आदिवासी प्रगति : ग्यारह अवरोधक October 13, 2011 / December 5, 2011 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 17 Comments on आदिवासी प्रगति : ग्यारह अवरोधक डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ आजादी के तत्काल बाद संविधान में सामाजिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक रूप से सर्वाधिक कमजोर जिन दो वर्गों या समूहों को चिह्नत किया गया था, उनमें एक आदिवासी वर्ग है, जिसे संविधान में ‘अनुसूचित जनजाति’ कहा गया था, संविधान में उसे दलित के समकक्ष खड़ा कर दिया था| इसके चलते वर्तमान में […] Read more » आदिवासी
लेख समाज युवा पीढी नही देश का भविष्य बिगड़ रहा है ? October 13, 2011 / December 5, 2011 by शादाब जाफर 'शादाब' | 8 Comments on युवा पीढी नही देश का भविष्य बिगड़ रहा है ? आज हमारी युवा पीढी को न जाने क्या हो रहा है माँ बाप और टीचरों की जरा जरा सी बातो और डाट फटकार पर खुदकुशी और मारपीट की खबरें बहुत तेजी से सुनने को मिल रही हैं। अभी पिछले दिनों ही एक छात्र की करतूत ने गुरू शिष्य परंपरा को ही कलंकित कर के रख […] Read more » Country Future Young Generation देश का भविष्य युवा पीढी
समाज वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं के कारण, समस्याएं एवं समाधान October 12, 2011 / December 5, 2011 by डॉ.रमेश प्रसाद द्विवेदी | 4 Comments on वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं के कारण, समस्याएं एवं समाधान डां. रमेष प्रसाद द्विवेदी इतिहास इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है कि प्राचीन काल में वृद्धों की सिथति अत्यंत उन्नत एवं सम्मानीय रही हैं। उन्हें समाज एवं परिवार में अलग वर्चस्व था। परिवार की समस्त बागडोर उनके हाथों हुआ करती थी। परिवार को कोर्इ फैसला उनकी सलाह व मसविरे के आधार पर होता था। उन्हीं […] Read more » difficulties of old people वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं
समाज मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना October 11, 2011 / December 5, 2011 by निर्मल रानी | 2 Comments on मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना निर्मल रानी भारत वर्ष में सर्वधर्म संभाव व सांप्रदायिक सौहार्द्र जैसी बुनियादी प्रकृति को उजागर करने वाले अल्लामा इकबाल की यह पंक्तियां-मज़हब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना-हिंदी हैं हम वतन हैं हिंदोस्तां हमारा, गत 6 अक्तूबर को हरियाणा के बराड़ा कस्बे में साक्षात रूप से चरितार्थ होते देखी गर्इं। यह अवसर था विश्व के […] Read more » मजहब
समाज आधुनिकता बनाम परिवार September 29, 2011 / December 6, 2011 by गंगानन्द झा | Leave a Comment परिवार की हमारी पारम्परिक अवधारणा और संरचना को आधुनिकता के ज्वार के कारण काफी तनाव का सामना करना पड रहा है । मनुष्य एक ही साथ व्यक्ति तथा समूह के अवयव की सत्ता रखा करता है । हमारी परम्परा में परिवार के सदस्य अपने को प्रथमतः परिवार के अवयव के रूप में पाया करते थे,यह […] Read more » modernism आधुनिकता बनाम परिवार
समाज विद्यालय विकास में अध्यापक का विशेष योगदान September 24, 2011 / December 6, 2011 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment वर्त्तमान में विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों को तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है | जो कि जन प्रतिनिधियों व अभिभावकों की सुगमता को ध्यान में रखकर विकास खंड के क्षेत्रीय विद्यालयों में कराया जा रहा है | जिनमे मुझे दिनांक – 19/09/2011 से 21/09/2011 तक प्रथम पाली में प्रशिक्षक श्री दिनेश सिंह राना जी […] Read more » School School Development अध्यापक विद्यालय