समाज बदलते सामाजिक संबंधों की त्रासदी June 18, 2010 / December 23, 2011 by राजेश त्रिपाठी | Leave a Comment किस कदर आप्रासंगिक हो रही है बुजुर्ग पीढ़ी -राजेश त्रिपाठी परिवार यह चार अक्षरों का महज एक शब्द नहीं अपितु एक सुखद एहसास है। एहसास प्रेम का, विश्वास का और आश्रय का। परिवार समाज व्यवस्था का एक अभिन्न और अनिवार्य अंग। जिसे परिवार का सुख प्राप्त है, मानो उसके लिए जमीन में ही जन्नत का […] Read more » Joint Family संयुक्त परिवार
समाज दलित ईसाइयों की मुश्किलों का हल रंगनाथ आयोग नहीं! June 17, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 3 Comments on दलित ईसाइयों की मुश्किलों का हल रंगनाथ आयोग नहीं! -आर. एल. फ्रांसिस जस्टिस रंगनाथ मिश्र कमीशन की रिपोर्ट को लेकर देश के अल्पसंखयक वर्गों में खासी हलचल है और ईसाई समुदाय भी इससे अछूता नही है। इस रिपोर्ट में ईसाइयों को शैक्षणिक रुप से पिछड़ा बताया गया है। इसी तरह अन्य मामलों में भी उनकी स्थिति चिंतनीय बतायी गई है। शिक्षा और स्वस्थ्य के […] Read more » Problem रंगनाथ मिश्र आयोग रिपोर्ट
समाज कब दूर होगी अछूत की शिकायत June 16, 2010 / December 23, 2011 by संजय कुमार | 13 Comments on कब दूर होगी अछूत की शिकायत -संजय कुमार ”जनगणना 2011” में जातिगत जनगणना की चर्चा से ही भूचाल सा आ गया है। मीडिया में एक तरह का अघोषित युद्ध लेखकों ने छेड़ रखा है। कोई विरोध में खड़ा है तो कोई समर्थन में। हाल आरक्षण वाला है। तर्क पर तर्क दिये जा रहे हैं। सच्चाई को दरकिनार कर हर कोई अपनी […] Read more » Untouchables अछूत अछूत की शिकायत
समाज अब दहेज का शिकार हो रही हैं ‘हव्वा की बेटियां’ June 14, 2010 / December 23, 2011 by फ़िरदौस ख़ान | 3 Comments on अब दहेज का शिकार हो रही हैं ‘हव्वा की बेटियां’ -फ़िरदौस ख़ान हिन्दुस्तानी मुसलमानों में दहेज का चलन तेज़ी से बढ़ रहा है. हालत यह है कि बेटे के लिए दुल्हन तलाशने वाले मुस्लिम वाल्देन लड़की के गुणों से ज़्यादा दहेज को तरजीह (प्राथमिकता) दे रहे हैं. हालांकि ‘इस्लाम’ में दहेज की प्रथा नहीं है. एक तरफ जहां बहुसंख्यक तबक़ा दहेज के ख़िलाफ़ आवाज़ बुलंद […] Read more » Muslim दहेज मुसलमान
समाज हमारी परंपरा- सहिष्णुता एवं सर्वधर्म समभाव June 14, 2010 / December 23, 2011 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment -तनवीर जाफरी हालांकि 16वीं शताब्दी के भारतवर्ष में ही सम्राट अकबर ने अपने सेनापति मानसिंह की बहन जोधाबाई से विवाह कर तथा एक इससे पूर्व अकबर के पिता मुंगल शासक हुमायुं ने कर्मवती से अपने हाथों में भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक रक्षा बंधन बंधवाकर भारतवासियों के साथ-साथ शेष दुनिया को भी यह संदेश […] Read more » all religion सर्वधर्म समभाव सहिष्णुता
समाज गणना मानव की हो, झुंड की नहीं! June 14, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment जातिगत जनगणना के विरोध में आगे आए विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े प्रमुख लोग -आर. एल.फ्रांसिस जनगणना में जाति को शामिल किया जाए या नही इसको लेकर देश में जोरदार बहस खड़ी हो गई है। इस बहस को धारधार बनाने एवं इसे जनता के बीच ले जाने के मकसद से विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े कुछ प्रमुख […] Read more » Ethnic census जातीय जनगणना
समाज हिंदुस्तानी से बढ़कर कुछ और भी हैं हम June 8, 2010 / December 23, 2011 by राखी रघुवंशी | 2 Comments on हिंदुस्तानी से बढ़कर कुछ और भी हैं हम -राखी रघुवंशी जनगणना का मामला गंभीर होता जा रहा है। सबसे पहले यह मुद्दा उठा कि जातिवार जनगणना की जाए, ताकि मालूम पड़े कि भारत में किस जाति के कितने लोग रहते हैं तथा किसकी क्या हैसियत है? यह सवाल मुख्यत: पिछड़ावादी नेताओं ने उठाया, जिनमें विपक्ष और सत्ता दोनों दलों के सांसद थे। अब […] Read more » Ethnic census जातीय जनगणना
समाज शादी, समाज और महिलाएं June 6, 2010 / December 23, 2011 by केशव आचार्य | 11 Comments on शादी, समाज और महिलाएं -केशव आचार्य इन दो घटनाओं पर नजर डाले पहली घटना है खास समुदाय द्वारा जारी फरमान जिसमें गोत्र में शादी करने के बाद पति पत्नी को अगर जिंदा रहना है तो उन्हें भाई बहन बनना होगा। दूसरी घटना बुलंदशहर की जहां अपनी मर्जी से शादी करने वाले लड़की के खिलाफ समाज ने सजाए मौत का […] Read more » Marrige महिला शादी समाज
समाज जाति आधारित जनगणना बढाएगी मानव से मानव की दूरी June 5, 2010 / December 23, 2011 by लिमटी खरे | Leave a Comment -लिमटी खरे 2011 की जनगणना के लिए भारत सरकार की सेनाएं (कर्मचारियों की फोज) सज गईं हैं। हर घर जाकर भारत की वर्तमान जनसंख्या के बारे में आंकडे जुटाए जा रहे हैं। इस प्रक्रिया के पहले चरण में जनगणना में लगे अधिकारी लोगों के पास पहुंचने आरंभ हो गए हैं, बावजूद इसके संसद में बैठे […] Read more » Ethnic census जातीय जनगणना
समाज अनुसूचित जाति समाज को छोड कर चले गए लोगों को आरक्षण देने का प्रश्न June 3, 2010 / December 23, 2011 by डॉ. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री | 5 Comments on अनुसूचित जाति समाज को छोड कर चले गए लोगों को आरक्षण देने का प्रश्न – डा. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री जाति व्यवस्था भारतीय समाज अथवा हिन्दू समाज की आधारभूत संरचना में निहित है। इस व्यवस्था के गुण और दोषों पर लंबे अरसे से बहस होती रही है और अब भी हो रही है। कई दफा ऐसा भी होता है कि कोई व्यवस्था किसी समय लाभदायक और समाज के लिए उपयोगी […] Read more » Reservation आरक्षण
समाज विकसित संस्कृति पर विकृत मानसिकता हावी June 2, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment -डॉ. अतुल कुमार भारत की मूल सभ्यता आर्य-द्रविड़ या सिन्धु घाटी की है जो आधुनिक काल में हिन्दु कहलायी। जाति प्रथा इसी हजारों सालों पुरानी सभ्यता सनातन धर्म की पहचान है, जिसका मूल आधार वर्ण व्यवस्था है। मनुवादी वर्ण-व्यवस्था ने समय के काल में वशंवादी स्वरूप ले लिया। यद्यपि जन्मगत स्वरूप में सभी शूद्र हैं […] Read more » Ethnic census जाति व्यवस्था जातीय जनगणना
समाज एकलव्य कुशल तिरंजादी कर क्षत्रिय नहीं बन सका June 2, 2010 / December 23, 2011 by संजय स्वदेश | 2 Comments on एकलव्य कुशल तिरंजादी कर क्षत्रिय नहीं बन सका -संजय स्वदेश जाति आधारित जनगणना पर काफी बहस छिड़ी है। बहस के बीच एक प्रबुद्ध मित्र का स्वागतयोग्य विचार आया कि जाति कुशलता पर गौर करना चाहिए। लगा कि जातिय आधारित जनगणना के बहस में निश्चय ही जातिय कौशल की बात छूट रही है। प्रबुद्ध लोगों को जातिय आधारित औद्योगिक व्यवस्था पर ईमानदारी से चिंतन […] Read more » Ethnic census जातीय जनगणना