विविधा अहिंसा के हिंसक अनुयायी July 26, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 7 Comments on अहिंसा के हिंसक अनुयायी – शाक्त ध्यानी गांधी अपने हीरो कभी नहीं रहे। विद्यार्थी जीवन में जब प्रत्येक छात्र अपना एक वैचारिक शरीर खड़ा कर उसे ओढ़ता है तो उसमें जीवन के प्रति चौबीस कैरेट की शुचिता होती है। वह समाज, राष्ट्र के लिये अर्पित होने को आतुर होता है, उन दिनों अपने कमरे में सुभाष, भगत सिंह और […] Read more » Violence अहिंसा हिंसा
विविधा देश में ‘सड़ता अनाज’ भूखे पेट पर लात July 24, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 3 Comments on देश में ‘सड़ता अनाज’ भूखे पेट पर लात -अंजू सिंह ‘दो साले पहले दुनिया के सबसे ताकतवर और प्रभावशाली देश अमेरिका के राष्ट्रपति ने दुनिया में होती अनाज की कमी पर कहा था कि ‘हमें अनाज की किल्लत इसलिए हो रही है क्योंकि भारत का मधयम वर्ग सम्पन्न हो रहा है।’ ये बयान सच भी है क्योंकि भारत की 52 से 55 प्रतिशत […] Read more » Rotten grain सड़ता अनाज
विविधा सच को छिपाने की भाषा July 24, 2010 / December 23, 2011 by अरुण माहेश्वरी | 2 Comments on सच को छिपाने की भाषा -अरुण माहेश्वरी बीस साल में मानव विकास की बीस रिपोर्ट आ चुकी है। विकास के केंद्र में हमेशा मनुष्य रहे, और मनुष्य-केंद्रित विकास को मापने के पैमाने क्या हो जिनके अनुसार विकास कार्यों का एक सही परिप्रेक्ष्य और आगे की योजनाओं का स्वरूप तय किया जा सके – इन्हीं घोषित उद्देश्यों से संयुक्त राष्ट्र संघ […] Read more » Human Developement Report मानव विकास रिपोर्ट
विविधा महंगाई डायन खाय जात है July 23, 2010 / December 23, 2011 by पंकज झा | 9 Comments on महंगाई डायन खाय जात है -पंकज झा आजकल जहां सभी समाचार माध्यमों पर जन-सरोकारों से दूर चले जाने का आरोप लग रहा है, वही कथात्मक माध्यम ‘सिनेमा’ कभी-कभार बड़ा सन्देश दे जाता है. अभी आमिर खान की फिल्म “पिपली लाइव” अपने एक गीत द्वारा ऐसा ही सन्देश देने में सफल रही है. “सखी सैयां तो खूबे कमात हैं, महंगाई डायन […] Read more » Inflation महंगाई
विविधा हिन्दू पर आतंकवादी छाप से अलकायदा को मदद July 23, 2010 / December 23, 2011 by तरुण विजय | 27 Comments on हिन्दू पर आतंकवादी छाप से अलकायदा को मदद -तरुण विजय भारत के इतिहास में पहली बार एक लोकतांत्रिक भारतीय शासन के नाम पर, भारतीय इतिहास और यहाँ के हिन्दू समाज की एक बड़ी विडम्बना है कि शासन का प्रथम प्रहार हिन्दू अस्मिता और उनके गौरव स्थानों तथा संगठनों पर हो रहा है।यह स्थिति हिन्दू समाज की कमजोरी के कारण ही आयी है। आपस […] Read more » terrorism आतंकवाद हिन्दू
विविधा न महंगाई की फिक्र, न बंद से मतलब July 23, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment -गौतम मोरारका पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों और चौतरफा बढ़ती महंगाई के विरोध में विपक्षी दलों ने प्रभावशाली एकता दिखाते हुए सफलतापूर्वक भारत बंद को अंजाम दिया। लेकिन दूसरी ओर सरकार का रुख ऐसा है जैसे उसे देश भर में इस मुद्दे पर उबल रहे आक्रोश और असंतोष की कोई परवाह ही न हो। उसने न […] Read more » Inflation महंगाई
विविधा कश्मीर में अनुभवहीनता के सबक July 23, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 1 Comment on कश्मीर में अनुभवहीनता के सबक -गौतम मोरारका भारतीय जनता पार्टी ने पिछले पखवाड़े के दौरान जम्मू कश्मीर की ताजा हिंसक घटनाओं के पीछे पाकिस्तान की एक खास किस्म की रणनीति की ओर संकेत किया था। पार्टी ने आधिकारिक तौर पर आरोप लगाया था कि पाकिस्तान कश्मीर घाटी में पत्थरबाजी को आसान और प्रभावी हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहा […] Read more » kashmir कश्मीर पत्थरबाजी
विविधा हमें अच्छा लगता है जब दूसरों के मामले को लेकर हमारे पेट में दर्द होता है July 21, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on हमें अच्छा लगता है जब दूसरों के मामले को लेकर हमारे पेट में दर्द होता है -ऋतु चटर्जी हमें अच्छा लगता है जब दूसरों के मामले को लेकर हमारे पेट में दर्द होता है। आखिर हम मीडिया वाले जो हैं। विवादित जोड़े और मीडिया वालों में काफी समानता दिखाई देती है। कारण दूसरे निजी जीवन में क्या कर रहे हैं इससे हमारा पेट दुखता है और हम चाहते हैं जब हम […] Read more » cases मामले
विविधा भोजपुरी के नाम रही राजधानी की एक शाम July 21, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment “दिल्ली, बंबई, कलकत्ता, चाहें रहिह मसूरी में… पढिह-लिखिह कवनो भाषा, बतिअइह भोजपुरी में….” भोजपुरी की प्रसिद्ध गायिका भानुश्री ने मंच पर आकर जब यह गीत शुरु किया, तो एक पल के लिये ऐसा लगा मानो देश-विदेश में फैले करोडों भोजपुरी भाषियों को एक संदेश दिया जा रहा हो, कि आप कहीं भी रहें, कोई भी […] Read more » Bhojpuri भोजपुरी
विविधा सृजन और संतति में ही अमरत्व है July 21, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on सृजन और संतति में ही अमरत्व है – हृदयनारायण दीक्षित काल से बड़ा कोई नहीं। यमराज भी उनके कहे अनुसार चलते हैं। उगना, खिलना, पकना, झरना काल के खेल हैं। प्राचीन मान्यता है कि स्वर्ग में न बुढ़ापा है और न ही मृत्यु। कठोपनिषद् के अनुसार स्वर्ग प्राप्ति का साधन अग्नि-विद्या है। नचिकेता ने यमराज से वही अग्नि रहस्य पूछा था। यमराज […] Read more » Creation सृजन
विविधा पश्चिम बंगाल से बाहर निकलिए ममता जी July 20, 2010 / December 23, 2011 by लिमटी खरे | 2 Comments on पश्चिम बंगाल से बाहर निकलिए ममता जी -लिमटी खरे कांग्रेसनीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार का दूसरा कार्यकाल अनेक मामलों में विवादों में र्घिरा हुआ है। भारत गणराज्य के प्रधानमंत्री को आज तक इतना बेबस नहीं देखा जितना कि इस कार्यकाल में देखने को मिल रहा है। सहयोगी दल जब चाहे तब कांग्रेस की कालर पकडकर हडका रहे हैं और कांग्रेस चुपचाप निरीहावस्था […] Read more » West Bengal ममता बनर्जी रेल दुर्घटना
विविधा रेल दुर्घटना की वजह अंग्रेजी भी? July 20, 2010 / December 23, 2011 by डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश' | 9 Comments on रेल दुर्घटना की वजह अंग्रेजी भी? -डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ रेल दुर्घटना होने के बाद राजनैतिक पार्टियों की ओर से रेल मन्त्री ममता बनर्जी पर आरोप है कि उनको पं. बंगाल के मुख्यमन्त्री की कुर्सी पर बैठने की इतनी जल्दी है कि उन्हें रेल मन्त्रालय संभालने की फुर्सत ही नहीं है। ममता जी पूर्व में भी अटल जी के नेतृत्व वाली […] Read more » Rail accident रेल दुर्घटना हिंदी