पर्यावरण विविधा यमुना शुद्धीकरण तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए एक अनूठी पहल January 18, 2017 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी यमुना निधि के संयोजक तथा श्री गुरु वशिष्ठ मानव सर्वांगीण विकास सेवा समिति के संस्थापक अध्यक्ष पण्डित अश्विनी कुमार मिश्र जी ने एक अनूठी पहल शुरु किया है। आगरा में विगत पचीसों साल से यह भागीरथ प्रयास को पंडित श्री मिश्रजी द्वारा किया जा रहा है। इनकी संस्था व इनका जीवन स्वच्छ […] Read more » पर्यावरण संरक्षण यमुना शुद्धीकरण
विविधा ‘डीटीसी’ को गर्त्त में क्यों धकेलना चाहती है केजरीवाल सरकार January 17, 2017 / January 17, 2017 by रजनीश कुमार | Leave a Comment दिल्ली के नए उपराज्यपाल अनिल बैजल ने दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार की डीटीसी बसों के किराए में कटौती की फाइल वापस लौटा दी है। दरअसल, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डीटीसी बसों के किराए 75 फीसदी तक घटाने का प्रस्ताव दिया था। दिल्ली सरकार ने हर रूट पर एसी बसों का किराया 10 […] Read more » Featured अरविंद केजरीवाल उपराज्यपाल अनिल बैजल डीटीसी बसों के किराए में कटौती की फाइल वापस प्रीमियम बस सर्विस के घोटाले में घिरे गोपाल राय
मनोरंजन रेडियो विविधा आवाज़ के जादूगर और रेडियो के इतिहास में पहले जॉकी : अमीन सयानी January 17, 2017 by अनिल अनूप | Leave a Comment अनिल अनूप बहुत कम लोग जानते हैं कि बॉलीवुड में किस्मत आजमाने से पहले मेगास्टार अमिताभ बच्चन रेडियो उद्घोषक बनना चाहते थे और इसके लिए वह ‘ऑल इंडिया रेडियो’ के मुम्बई के स्टूडियो में ऑडिशन देने भी गए थे। प्रसिद्ध रेडियो उद्घोषक अमीन सयानी के पास तब अमिताभ से मिलने का समय नहीं था, क्योंकि […] Read more » Amin Sayani अमीन सयानी आवाज़ के जादूगर रेडियो के इतिहास में पहले जॉकी
पर्यावरण विविधा शहरी कांक्रीट में भटकते जंगली जानवर January 16, 2017 by जावेद अनीस | Leave a Comment जावेद अनीस ऐसा लगता है कि अपनी रिहाईश को लेकर इंसान और जंगली जानवरों के बीच जंग सी छिड़ी हुई है. जंगल नष्ट हो रहे हैं और वहां रहने वाले शेर चीते और तेंदुए जैसे शानदार जानवर कंक्रीट के आधुनिक जंगलों में बौखलाए हुए भटक रहे हैं. उनके लिए जंगल और शहर के बीच का […] Read more » भटकते जंगली जानवर शहरी कांक्रीट
विविधा खादी ,गांधी और मोदी January 16, 2017 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment मृत्युंजय दीक्षित ऐसा प्रतीत हो रहा है कि आजकल भाजपा व संघविरोधी मानसिकता वाले राजनैतिक दलों व मोदी विरोधियों के पास बहस के लिए कोई विषय नहीं रह गया है यही कारण है कि वह आजकल खाली समय के विषयांे पर ही बहस करते हुए और उन्हीं मुददों के सहारे केंद्र की भाजपा सरकार व […] Read more » Featured खादी गांधी मोदी
विधि-कानून विविधा जजों की नियुक्ति का विकल्प तलाशना महत्वपूर्ण January 15, 2017 by महेश तिवारी | 1 Comment on जजों की नियुक्ति का विकल्प तलाशना महत्वपूर्ण संवैधानिक देश के लिए यह नितान्त महत्वपूर्ण तथ्य होता है कि वहां के नागरिकों को ऐसी सुविधाएं नसीब हो, जिससे उन्हें अपना सामाजिक और आर्थिक जीवन में रूकावट न हो. देश के लोगों को भारतीय संविधान के द्वारा कुछ अधिकार दिये गए है जिसकी रक्षा करना हमारे संवैधानिक तंत्र की जिम्मेदारी बनती है। आज देश […] Read more » appointment of judges collegium system Collegium System of judges Featured जजों की नियुक्ति न्याय प्रक्रिया की गति धीमी
विविधा पटना नाव हादसा : प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा January 15, 2017 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment सरकारी दावा २१ मौतें परन्तु अपनों को तलाशते घाट पर मौजूद लापता लोगों के परिजनों को देख कर कहा जा सकता है कि मृतकों की संख्या इससे हो सकती है बहुत ज्यादा l नीतीश सरकार के आपदा प्रबंधन की एक बार फिर खुली पोल , NDRF के बाद पहुँचा जिला – प्रशासन, प्रकाश-पर्व उत्सव के इंतजामातों की कुछ ज्यादा ही हो […] Read more »
विविधा सर्वधर्म समागम : समय की पुकार January 15, 2017 by तनवीर जाफरी | Leave a Comment तनवीर जाफ़री भारतवर्ष दुनिया का एक ऐसा देश है जहां धर्म और अध्यात्म पर सबसे अधिक चर्चा की जाती है। जितने अधिक धर्मगुरू,उपदेशक,धर्म प्रचारक, धर्मस्थान आदि हमारे देश में पाए जाते हैं विश्व में कहीं भी नहीं पाए जाते। मज़े की बात तो यह है कि इन धर्मोपदेशकों व प्रवचन कर्ताओं में सभी एक ही […] Read more » Featured सर्वधर्म समागम
विविधा समाज सार्वभौमिक-समन्वित भारतीय हिन्दू संस्कृति January 14, 2017 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | 3 Comments on सार्वभौमिक-समन्वित भारतीय हिन्दू संस्कृति दूसरों को दुख देना सबसे बड़ा अधर्म है एवं दूसरों को सुख देना सबसे बड़ा धर्म है । यही हिन्दू की भी परिभाषा है। कोई व्यक्ति किसी भी भगवान को मानते हुए एवं न मानते हुए हिन्दू बना रह सकता है। हिन्दू की परिभाषा को धर्म से अलग नहीं किया जा सकता। यही कारण है कि भारत में हिन्दू की परिभाषा में सिख, बौद्ध, जैन, आर्यसमाजी व सनातनी इत्यादि आते हैं। हिन्दू की संताने यदि इनमें से कोई भी अन्य पंथ अपना भी लेती हैं तो उसमें कोई बुराई नहीं समझी जाती एवं इनमें रोटी बेटी का व्यवहार सामान्य माना जाता है। Read more » Featured भारत में धर्म भारतीय धार्मिक समुदाय भारतीय हिन्दू संस्कृति हिन्दू धर्म का इतिहास
विविधा सेना की साख में सुराख होना चिन्तनीय January 14, 2017 by ललित गर्ग | Leave a Comment ना की साख में यह पहला सुराख नहीं है। समय-समय पर अनेक सुराख कभी भ्रष्टाचार के नाम पर, कभी सेवाओं में धांधली के नाम पर, कभी घटिया साधन-सामग्री के नाम पर, कभी राजनीतिक स्वार्थों के नाम पर होते रहे हैं। एक बार नहीं कई बार सुराख हो चुके हैं। कभी जीप घोटाला तो कभी घटिया कम्बल खरीदने पर खूब विवाद हुआ था। कभी बोफोर्स तोप खरीद घोटाला तो कभी ताबूत खरीद में हेराफेरी के मामले उछलते रहे हैं। दाल खरीद में घोटाला हुआ तो दूध पाउडर घोटाला, अंडा घोटाला, घटिया जूतों की खरीद घोटाला भी चर्चित हुआ। Read more » Featured साख में सुराख सेना़ सेना की साख सेना की साख में सुराख
विविधा एक हुतात्मा दुला भट्टी जिसकी स्मृति में मनायी जाती है लोहड़ी January 13, 2017 by राकेश कुमार आर्य | 5 Comments on एक हुतात्मा दुला भट्टी जिसकी स्मृति में मनायी जाती है लोहड़ी नवमुस्लिमों का हिन्दू प्रेम इतिहास में ऐसे अनेकों उदाहरण हैं जब किसी कारण से या किसी परिस्थितिवश कोई व्यक्ति यदि मुसलमान बन भी गया तो भी उसने हिंदू संस्कारों का और हिंदू संस्कृति का हृदय से बहिष्कार नही किया। इसके विपरीत वह अपने पूर्व संस्कारों के अनुसार अपने धर्मबंधुओं के प्रति सहयोगी और सदभावी […] Read more » Dulla Bhatti Featured lohri lohri is celebrated in the remembrances of dulla bhatti अकबर दुला भट्टी दुला भट्टी की स्मृति में मनायी जाती है लोहिड़ी भारत की संस्कृति
जन-जागरण बच्चों का पन्ना विविधा बचपन मुस्कुराने से महरूम न हो जाए January 12, 2017 by ललित गर्ग | 1 Comment on बचपन मुस्कुराने से महरूम न हो जाए – ललित गर्ग – इन दिनों बन रहे समाज में बच्चों की स्कूल जाने की उम्र लगातार घटती जा रही है, बच्चों के खेलने की उम्र को पढ़ाई-लिखाई में झोंका जा रहा है, उन पर तरह-तरह के स्कूली दबाव डाले जा रहे हैं। अभिभावकों की यह एक तरह की अफण्डता है जो स्टेटस सिम्बल के […] Read more » play school प्ले स्कूल शिक्षा का बोझ