खेल जगत मनोरंजन महिला-जगत क्रिकेट का स्त्री पक्ष April 2, 2016 / April 2, 2016 by राजेंद्र बंधू | Leave a Comment राजेन्द्र बंधु क्या क्रिकेट सिर्फ पुरूषों का खेल हैॽ यह सवाल इसलिए सामने आया कि इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा पुरूषों के टी-20 क्रिकेट मैच की ही हो रही है, जबकि महिलाओं का टी-20 वर्ल्ड कप मैच भी इन्हीं दिनों चल रहे हैं। 27 मार्च को मोहाली में भारत और ऑस्ट्रेलिया के मैच से पहले […] Read more » Featured Indian women cricket team क्रिकेट
महिला-जगत समाज हिन्दू धर्म में नारी के स्थान March 28, 2016 by डॉ नीलम महेन्द्रा | 2 Comments on हिन्दू धर्म में नारी के स्थान हिन्दू धर्म में नारी के स्थान को लेकर बहुत सी बातें कही जाती हैं अनेक विरोधाभासों से सामना होता है और कभी कभी संशय की स्थिति भी निर्मित हो जाती है। दरअसल हिन्दू धर्म सनातन धर्म है और विश्व का सबसे पुराना धर्म भी है। अफसोस की बात है कि इसकी बेहद खुली एवं उदारवादी […] Read more » Featured position of women in hindu dharma नारी के स्थान हिन्दू धर्म हिन्दू धर्म में नारी के स्थान
महिला-जगत समाज भारत में कन्याएँ, बालिकाएं एवम् महिलाएं : महिला दिवस March 8, 2016 / March 8, 2016 by प्रवक्ता ब्यूरो | Leave a Comment वाजिद अली भारत विकसित राष्ट्र की तरफ अग्रसर है और आने वाले 25 से 30 सालों में उन देशों के सामने कठिन चुनौती रखने वाला है जो आर्थिक महाशक्ति की होड़ में सबसे आगे हैं,और यह तभी सम्भव है जब पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं का भी विकास के क्षेत्रों में अहम् योगदान हो,आज भारतीय महिलाओं […] Read more » Featured भारत में कन्याएँ भारत में बालिकाएं भारत में महिलाएं महिला दिवस
महिला-जगत राजनीति कठिन है, महिला आरक्षण की डगर March 8, 2016 / March 8, 2016 by प्रमोद भार्गव | Leave a Comment लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन द्वारा बुलाए गए महिला विधायकों के राष्ट्रीय सम्मेलन में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने के मुद्दे को उछालकर पिछले दो दशक से ठंडे बस्ते में पड़े मुद्दे को एक बार फिर हवा दे दी है। हालांकि संप्रग सरकार […] Read more » Featured women empowerment women empowerment is tough way Women Reservation कठिन है महिला आरक्षण की डगर महिला आरक्षण महिला आरक्षण की डगर
महिला-जगत समाज नारी सशक्तिकरण : भ्रम और सत्य March 8, 2016 / March 8, 2016 by अरुण तिवारी | Leave a Comment निर्भया के साथ जो हुआ, वह दुखद है; काला धब्बा है, किंतु उसकी प्रतिक्रिया में जो हुआ, क्या वह वाकई इस बात की गारंटी है कि आगे से हर निर्भया, अपने नाम के अनुरूप भयरहित जीवन का पर्याय बन सकेगी ? क्रिया की प्रतिक्रिया को आधार बनाकर निर्भया के नाम पर दो निर्णय हुए: पहला, […] Read more » Featured feaured नारी सशक्तिकरण : भ्रम और सत्य
महिला-जगत समाज अर्द्धनारीश्वर की पूर्ण अवधारणा की प्रतीक भारतीय नारी March 7, 2016 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment कृतिका हिन्दू परम्परा के परिवारों में सामान्यतः पितृसत्तात्मक समाज ही होते हैं, किंतु इसके साथ साथ सदा से यह स्थापना भी रही कि नारी प्रथम प्रणाम की अधिकारी है. इसके फलस्वरूप ही लिखा गया कि – पूजनीय आधारभूते मातृशक्ति नमोस्तुते, नमोस्तुते, नमोस्तुते पितृसत्तात्मक समाज का जो एक प्रमुख लक्षण माना जाता है, वह यह कि […] Read more » Featured Indian women अर्द्धनारीश्वर की पूर्ण अवधारणा की प्रतीक भारतीय नारी
कला-संस्कृति महिला-जगत समाज भारतीय संस्कृति में नारी कल, आज और कल March 4, 2016 by डॉ. सौरभ मालवीय | Leave a Comment डॉ.सौरभ मालवीय ‘नारी’ इस शब्द में इतनी ऊर्जा है कि इसका उच्चारण ही मन-मस्तक को झंकृत कर देता है, इसके पर्यायी शब्द स्त्री, भामिनी, कान्ता आदि है,इसका पूर्ण स्वरूप मातृत्व में विलसित होता है। नारी, मानव की ही नहीं अपितु मानवता की भी जन्मदात्री है, क्योंकि मानवता के आधार रूप में प्रतिष्ठित सम्पूर्ण गुणों की वही […] Read more » Featured women in Indian culture भारतीय संस्कृति में नारी
महिला-जगत विविधा अधिकारों से दूर आज भी महिला अधिकार ! March 1, 2016 by सुप्रिया सिंह | Leave a Comment आने वाले मार्च की 8 तारीख को एक बार फिर से पूरा समाज महिलाओं के लिए बङी-बङी बातें करता दिखेगा और महिला दिवस पर महिला सशक्तिकरण की मिशाल पेश करने की बात कहीं जायेगी पर उसके बाद अगले ही दिन से दिनचर्या वापस वैसी ही हो जायेगी जैसी आम दिनों में होती हैं और वापस […] Read more » Featured women rights अधिकारों से दूर आज भी महिला अधिकार ! महिला अधिकार !
महत्वपूर्ण लेख महिला-जगत समाज बिटिया दीप बने तो कैसे ? January 23, 2016 by अरुण तिवारी | Leave a Comment 24 जनवरी: राष्ट्रीय बालिका दिवस पर विशेष श्वेत-श्याम दुई पाटन बीच बालिका सशक्तिकरण कथाकार उर्मिला शिरीष की एक कहानी है – ’जंगल की राजकुमारियां’। कहानी में नन्ही बुलबुल और दादी के बीच इन संवादों को जरा गौर से पढि़ए: ’’अच्छा दादी, बताओ, क्या मैं पुलिसवाली नहीं बन सकती ?’’ ’’क्या करेगी पुलिसवाली बनकर ?’’ ’’गुण्डों […] Read more » Featured rashtriy balika diwas बिटिया दीप बने तो कैसे ? राष्ट्रीय बालिका दिवस
महिला-जगत विविधा शख्सियत समाज महाराष्ट्र की महानायिका सावित्रीबाई फुले January 3, 2016 / January 3, 2016 by शैलेन्द्र चौहान | Leave a Comment शैलेन्द्र चौहान महाराष्ट्र के लोकसमाज में सावित्रीबाई फुले का जीवन स्त्रियों के लिए सदैव प्रेरणास्पद रहा है। उनका जीवन एक ऐसी अद्वितीय मशाल है, जिसने स्वयं प्रज्वलित होकर भारतीय नारी को पहली बार सम्मान के साथ जीना सिखाया। सावित्रीबाई ने समय के उस कठिनतम दौर में काम शुरू किया था जब धार्मिक अंधविश्वास, रूढ़िवाद, अस्पृश्यता, […] Read more » Featured savitribai Phule महाराष्ट्र की महानायिका सावित्रीबाई फुले
महिला-जगत राजनीति समाज क्या मुस्लिम महिलाओं के वोट से प्रदेश व देश में सरकारें नही बनती January 2, 2016 by अरूण पाण्डेय | Leave a Comment पूरे देश में मुस्लिम महिलाओं का दोहन हो रहा है और कोई बोलने को तैयार नही है। क्या वह भारतीय नही है , देश व प्रदेश में बनने वाली सरकारें उनके वोटों से नही बनती, आखिर यह खामोशी क्यों ? उनके नाम पर कोई आवाज क्यों नही , उनके साथ हर समय , उनके घर […] Read more » Featured
महिला-जगत विविधा महिलाओं केा लेकर सभी कंपनियों में अब भी अनिश्चितता का माहौल December 22, 2015 by अरूण पाण्डेय | Leave a Comment अरूण पाण्डेय नई दिल्ली । तमाम कोशिशों के बाद दिल्ली में यौन उत्पीडन कम नही हो रहा है सरकार प्रयास कर रही है लेकिन जिस तरह से ग्राफ दिन ब दिन बढ रहा है उसे देखकर नही लगता कि उत्पीडन की संख्या कम होगी। पिछले दिनों इसी को लेकर एक कार्यक्रम हुआ जिसमें उत्पीडन के […] Read more » Featured in crease of women molestation against women महिलाओं केा लेकर सभी कंपनियों में अब भी अनिश्चितता का माहौल