लेख मेरे मानस के राम : अध्याय 26

मेरे मानस के राम : अध्याय 26

विभीषण का निष्कासन जब रावण के सभी दरबारी चाटुकारिता करते हुए उसकी हां में हां मिलाने का कार्य कर रहे थे, तब विभीषण जी ने…

Read more
राजनीति अल्पसंख्यकों की सुरक्षा यानी देश का मान सम्म्मान

अल्पसंख्यकों की सुरक्षा यानी देश का मान सम्म्मान

तनवीर जाफ़री   पड़ोसी देश बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख़ हसीना की आवामी लीग सरकार के पतन के बाद से बांग्लादेश में व्यापक हिंसा हुई । वहां…

Read more
राजनीति धीमा न्याय निर्भयाओं को कर रहा कमजोर

धीमा न्याय निर्भयाओं को कर रहा कमजोर

धीमा न्याय निर्भयाओं को कर रहा कमजोर,हैवानियत को अंजाम तक पहुंचना चाहिए।  महिलाओं के विरुद्ध यौन हिंसा में संस्थागत कारकों में अपर्याप्त संसाधन वाले पुलिस…

Read more
व्यंग्य और क्या चाहिए

और क्या चाहिए

भले ही प्रेम, अफेयर, लिव -इन रिलेशनशिप,लांग डिस्टेंस रिलेशनशिप,प्लूटोनिक लव तथा साहचर्य के विभिन्न विकल्प मौजूद हों मगर आज भी भारतीय परिवेश में शादी बेहद जरूरी मानी जाती…

Read more
धर्म-अध्यात्म ऋषि दयानन्द और आर्यसमाज ने देश-धर्म-संस्कृति को क्या योगदान किया?

ऋषि दयानन्द और आर्यसमाज ने देश-धर्म-संस्कृति को क्या योगदान किया?

–मनमोहन कुमार आर्य, देहरादून।                यह ऐतिहासिक तथ्य है कि महाभारत युद्ध के बाद तेजी से देश व इसकी प्राचीन वैदिक धर्म एवं संस्कृति की…

Read more
लेख युवा-सी ताजगी के साथ दिलों पर राज करने वाले गुलजार

युवा-सी ताजगी के साथ दिलों पर राज करने वाले गुलजार

गुलजार के 88वें जन्मदिन- 18 अगस्त, 2024– ललित गर्ग –गुलजार भारतीय गीतकार, कवि, पटकथा लेखक, फिल्म निर्देशक तथा नाटककार हैं, जिन्होंने अपनी प्रतिभा से कागजों…

Read more
कला-संस्कृति भाई-बहिन के रिश्तों में नवीन ऊर्जा का पर्व है रक्षाबंधन

भाई-बहिन के रिश्तों में नवीन ऊर्जा का पर्व है रक्षाबंधन

रक्षाबंधन- 19 अगस्त, 2024 पर विशेष-ललित गर्ग – भाई और बहन के रिश्ते को फौलाद-सी मजबूती देने वाला एवं सामाजिक और पारिवारिक एकबद्धता एवं एकसूत्रता…

Read more
लेख आखिर क्यों और कैसे जल रहे हैं जंगल?

आखिर क्यों और कैसे जल रहे हैं जंगल?

बीना बिष्टहल्द्वानी, उत्तराखंड उत्तराखंड को देश के चंद हरियाली वाले राज्यों के रूप में जाना जाता है. प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर इसका हर इलाका लोगों…

Read more
कविता जहाँ मनुष्य जीवन का धर्म सनातन है

जहाँ मनुष्य जीवन का धर्म सनातन है

—विनय कुमार विनायकजहाँ मनुष्य जीवन का धर्म सनातन है,वहाँ मनुज जाति तन मन से सज्जन है!जहाँ बुद्ध का आचार विचार संस्कार है,वहाँ मानव जन का…

Read more
कला-संस्कृति मेरे मानस के राम : अध्याय 25

मेरे मानस के राम : अध्याय 25

रावण की मंत्रणा उधर रावण भी अब भली प्रकार यह समझ गया था कि जिस राम को वह केवल एक वनवासी मान कर चल रहा…

Read more
लेख ‘तिरंगा और आरएसएस’ के अंतर्संबंधों का विश्लेषण

‘तिरंगा और आरएसएस’ के अंतर्संबंधों का विश्लेषण

– अंकित शर्मा  राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा, भगवा ध्वज और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लेकर अनेक प्रकार के भ्रम फैलाए जाते हैं। यहाँ तक कहा जाता है कि आरएसएस भगवा ध्वज को मानता है इसलिए संघ के स्वयंसेवक तिरंगा का सम्मान नहीं करते हैं। प्रखर राष्ट्रभक्त संगठन के बारे में इस प्रकार की भ्रामक बातों को यूँ तो समाज स्वीकार नहीं करता है परंतु फिर भी एक वर्ग तो भ्रम में पड़ ही जाता है। समाज को भ्रमित करनेवाले झूठे नैरेटिव का तथ्यात्मक उत्तर लेखक लोकेन्द्र सिंह ने अपनी बहुचर्चित पुस्तक ‘राष्ट्रध्वज और आरएसएस’ के माध्यम से दिया है। उन्होंने अपनी पुस्तक में राष्ट्रध्वज तिरंगा, सांस्कृतिक ध्वज भगवा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अंतर्संबंधों का विश्लेषण किया है। राष्ट्रध्वज और आरएसएस के संदर्भ में…

Read more
राजनीति हिंडनबर्ग: काठ की  हाँड़ी बार-बार नहीं चढ़ती  

हिंडनबर्ग: काठ की  हाँड़ी बार-बार नहीं चढ़ती  

हिंडनबर्ग इन दिनों भारत के पीछे पड़ी हुई है | वह भारत में आर्थिक अस्थिरता उत्पन्न कर लाभ कमाने की जुगाड़ में है | पिछले…

Read more