पेड न्यूज और मीडिया मानदण्ड
Updated: December 5, 2011
प्रमोद भार्गव चुनाव आयोग ने पैसे लेकर खबर छापने के एक मामले में एक बड़ी और जरुरी कार्रवाई करते हुए ऐतिहासिक फैसले को अंजाम तक…
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इंदिरा गाजिएवा से बातचीत / सोवियत संघ के विघटन के बाद भारतीय भाषाओं की स्थिति अच्छी हुई
Updated: December 5, 2011
महात्मा गांधी अन्तरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा में विदेशी शिक्षकों के लिए हिंदी प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन ३१ अक्टूबर को प्रारंभ हुआ। दस दिनों तक चलने…
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माँ पर लिखी गयी तीन कविता ………….अनुराग अनंत
Updated: December 5, 2011
(1) मैंने माँ को देखा है , तन और मन के बीच , बहती हुई किसी नदी की तरह , मन के किनारे पर निपट…
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कहो कौन्तेय-५५
Updated: December 5, 2011
(शान्ति-दूत के रूप में श्रीकृष्ण) विपिन किशोर सिन्हा शान्ति-स्थापना के अन्तिम प्रयास के रूप में श्रीकृष्ण को हस्तिनापुर भेजना निश्चित किया गया। जाने के पूर्व…
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इस वाक्चक्रव्यूह में जनहित की हत्या
Updated: December 5, 2011
दूर झरोखे से – भारत दूर झरोखे से देखते हुए स्पष्ट समझ में आ रहा है कि भारत में कांग्रेसी नेता दिन रात एक ही…
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कर चोरी के सुरक्षा कवच से बाहर आता कालाधन
Updated: December 5, 2011
प्रमोद भार्गव आखिकार काले धन के चोरों पर कार्रवाही शुरू होती दिखाई देने लगी है। देश की जनता के लिए यह खुशी की खबर है…
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बढ़ती महंगाई पर सरकार के खोखले दावे
Updated: December 5, 2011
डॉ. मयंक चतुर्वेदी इस देश के आम आदमी ने जिस विश्वास के साथ भारतीय कांग्रेस पार्टी को अपना अमूल्य वोट देकर केन्द्र में कांग्रेस नीत…
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पाकिस्तान में उभरता तीसरा राजनैतिक विकल्प?
Updated: December 5, 2011
तनवीर जाफ़री पड़ोसी देश पाकिस्तान भीतरी रूप से इतना खोखला हो चुका है जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। कट्टरपंथ, भ्रष्टाचार, स्वार्थपूर्ण राजनीति, अराजकता…
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घातक है राष्ट्रविभाजक शक्तियों का बेलगाम होना
Updated: December 5, 2011
निर्मल रानी मुंबई का बाल ठाकरे घराना अपने विवादास्पद बयानों तथा आक्रामक राजनीति को लेकर प्राय: सुर्खियों में रहता है। बाल ठाकरे की क्षेत्रीय पार्टी…
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कविता : बोन्साई
Updated: December 5, 2011
पेड़ों को गहरी धरती चाहिए होती है ; पेड़ों को प्रशस्त आकाश चाहिए आज के संपन्न, सभ्य आदमी के पास न धरती है, न आकाश…
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कहो कौन्तेय-५४
Updated: December 5, 2011
(संजय को श्रीकृष्ण और अर्जुन का उत्तर) विपिन किशोर सिन्हा श्रीकृष्ण हमारे लिए भगवान बन चुके थे। वे हमारे प्रत्येक कार्य के कारक और नियंत्रक…
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बहादुरशाह जफर के ज़माने की बकरीद
Updated: December 5, 2011
रामकृष्ण बहादुरशाह का राज्य धर्मनिरपेक्ष नहीं था, उसके आधारस्तंभ हमेशा शरीयत के कानून ही रहे. तब भी हिन्दू विश्वास और मान्यताओं की रक्षा करने में…
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