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आज बैंक राष्ट्रीयकरण दिवस है

वीरेन्द्र जैन उन्नीस जुलाई वह तिथि है, जिसने वर्ष 1969 में न केवल राजनीति के क्षेत्र में अपितु आर्थिक, सामाजिक क्षेत्र में भी अपने निशान…

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कविता कविता / मुखौटे वाला

कविता / मुखौटे वाला

पहले भी वह मुखौटे बेचता था. तरह तरह के मुखौटे बेचता था. किसिम किसिम के मुखौटे बेचता था. दूकान थी उसकी नुक्कड़ के कोने में.…

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व्यंग्य हमें पता है कि ये आतंकवादी कौन हैं

हमें पता है कि ये आतंकवादी कौन हैं

पंडित सुरेश नीरव हादसे हमारे देश की लाइफ लाइन हैं। हादसों के बिना मुर्दा है हमारा देश। हादसे नहीं होते तो ज़िंदगी नीरस हो जाती…

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विविधा पहला भारत-पाक युद्ध 1947 : एक अनोखा युद्ध

पहला भारत-पाक युद्ध 1947 : एक अनोखा युद्ध

लालकृष्‍ण आडवाणी गत् सप्ताह कोलकाता ने डा. श्यामा प्रसाद मुकर्जी की 110वीं जयंती मनाई। कोलकाता यूनिवर्सिटी इंस्टीटयूट के खचाखच भरे सभागार में जम्मू एवं कश्मीर…

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विश्ववार्ता क्या चीन अभी भी खेल रहा है भारत में अपनी कूटनीति

क्या चीन अभी भी खेल रहा है भारत में अपनी कूटनीति

समन्वय नंद 1962 में चीन द्वारा भारत की जमीन हडपे जाने के बाद अब तक उसका भारत विरोध जारी है। बीच- बीच में चीन इसका…

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मीडिया सबक दे गया ‘न्यूज आफ द वर्ल्ड ‘ का बंद होना

सबक दे गया ‘न्यूज आफ द वर्ल्ड ‘ का बंद होना

संजय कुमार  ब्रिटेन का सबसे ज्यादा प्रसारित साप्ताहिक टेबलेट अखबार ‘‘न्यूज आॅफ द वर्ल्ड’’ का अंतिम अंक 10 जुलाई 2011 को निकला और अपने अपने…

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विविधा मुंबई में बस विस्फोट अपनी अपनी प्राथमिकता

मुंबई में बस विस्फोट अपनी अपनी प्राथमिकता

डॉ0 कुलदीप चन्द अग्निहोत्री 13 जुलाई को मुंबई में सायं को एक साथ 3 बम विस्फोट अलग अलग स्थानों पर हुए। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक…

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हिंद स्‍वराज आंतकवादी कॉन – राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ या सिमी

आंतकवादी कॉन – राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ या सिमी

कुशल सचेती भारत में अब लालू, मुलायम व पासवान जैसे कुछ महान चिंतक व ”राष्ट्रभक्त” अपनी खोज़ के आधार पर इस निष्कर्ष पर पहुंचे है…

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राजनीति विश्वास का संकट

विश्वास का संकट

जावेद उस्मानी भारतीय लोकतंत्र गंभीर दौर से गुजर रहा है। सत्ता अपने मतदाताओ को और प्रजा अपने निर्वाचितशासक को लेकर असमंजस में है। समूचा जन…

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राजनीति ये है दिल्ली मेरी जान

ये है दिल्ली मेरी जान

लिमटी खरे गांधी ने कोसा गांधी को! नेहरू गांधी के नाम पर आधे दशक से अधिक सत्ता की मलाई चखने वाली कांग्रेस के खेवनहारों को…

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आलोचना हिन्दी में संवाद का अंत

हिन्दी में संवाद का अंत

जगदीश्‍वर चतुर्वेदी हिन्दी के इस देश में दो रूप हैं एक संवैधानिक है जिसके तहत हिन्दी कुछ राज्यों में प्रधानभाषा है तो कुछ राज्यों अल्पसंख्यक…

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आलोचना हिन्दी की देह है फोटो, प्राण है संगीत

हिन्दी की देह है फोटो, प्राण है संगीत

जगदीश्‍वर चतुर्वेदी हिन्दी भाषा में अहंकार का भाव नहीं है। नायक नहीं हैं। यह ऐसी भाषा है जो प्रकृति से उदार है। हिन्दी न तो…

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