और कितने आतंकवादी हमले सहेगा भारत?
Updated: December 8, 2011
नरेश भारतीय भारत में आतंकवादी धमाकों का दौर फिर से शुरू हो गया है. महानगरी मुम्बई जो अभी २००८ के धमाकों की गूंज और विनाशलीला…
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हुसैन की कला और कलाबाजी
Updated: December 8, 2011
शंकर शरण भारत के लोग दिवंगत व्यक्तियों के प्रति अप्रिय सत्य सामान्यतः नहीं कहते। किन्तु राजनीतिक लोगों और राष्ट्रीय प्रश्नों पर यह सलीका छोड़ना पड़ता…
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आतंकवाद : आखिर सबक किससे लें ?
Updated: July 15, 2011
प्रमोद भार्गव मुंबई में ताजा श्रंखलाबद्ध आंतकी हमले के बाद जिस तरह से हमारे नेतृत्वकत्तार्ओं के अनर्गल बयानों की फेहरिश्त जारी हुई है, उससे जाहिर…
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जनता जनार्दन है : सच या झूठ
Updated: December 8, 2011
राजीव गुप्ता जनाब आजकल की फिजा कुछ ऐसे ही है ! अन्ना हजारे जी का ये शब्द ” जनता राजा है और सरकार जनता की…
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सत्ता बुनती है गरीबी का मकड़जाल
Updated: December 8, 2011
सचिन कुमार जैन सरकार ने गरीबों का बलिदान अभियान शुरू किया है| इसे गरीबी की रेखा के नीचे रहने वाले परिवारों की पहचान का सर्वेक्षण…
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तंबाकू की मौत न मरें!
Updated: December 8, 2011
महेश दत्त शर्मा काली स्याह रात में मि. कमल सोफे पर बैठे सिगरेटपर-सिगरेट पिए चले जा रहे हैं। उनके माथे पर चिंता की रेखाएँ खिंची…
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चर्च चक्रव्यूह में फंसे धर्मांतरित ईसाई
Updated: December 8, 2011
आर.एल.फ्रांसिस संसद का सत्र शुरू होने से पहले ही चर्च नेताओं ने सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है कि वह धर्मांतरित ईसाइयों को…
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पुण्यतिथि 31 जुलाई पर विशेष:मौहम्मद रफी
Updated: December 8, 2011
तुम मुझे यू भुला ना पाओगे………… तुम मुझे यू भुला ना पाओगे, जब कभी भी सुनोगे गीत मेरे संग संग तुम भी गुनगुनाओगे। रफी साहब…
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भारत में ख़ुफ़िया तंत्र किसलिए बनाया गया है???
Updated: December 8, 2011
इं. दिवस दिनेश गौड़ मित्रों एक बार फिर मुंबई दहल गयी| यह तो अब मुंबई के दैनिक जीवन में आदत सी हो गयी है| और…
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घटती औद्योगिक उत्पादन दर और समावेशी विकास
Updated: December 8, 2011
प्रमोद भार्गव मनमोहन सिंह के नेतृत्व में चल रही यूपीए2 सरकार की वह कामयाबी कटघरे में है, जिसके बूते वह अपनी अन्य नाकामियों पर पिछले…
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फ़साने की हकीकत:हकीकत का फ़साना
Updated: December 8, 2011
रामकृष्ण चेतन आनन्द ने जब हक़ीकत बनाने की योजना बनायी थी तब उनकी जेब में इतने पैसे भी नहीं रहते थे कि जुहूस्थित अपने आवास…
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बलि दो नौकरी लो – सरकारी बाबा
Updated: December 8, 2011
हादसों में शिकार मासूम जिन्दगी कि मौत पर गैर जिम्मेदाराना राजनीति और खबरों के नाम पर भावनाओं के साथ मीडिया द्वारा बलात्कार करना लोकतंत्र के…
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