समाज कब समाप्त होगी मैला उठाने की परंपरा

कब समाप्त होगी मैला उठाने की परंपरा

लिमटी खरे विडम्बना दर विडम्बना! आजादी के लगभग साढ़े छः दशकों के बाद भी भारत गणराज्य में आज भी सर पर मैला ढोने की परंपरा…

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कविता कविता/ वतन छोड़ परदेस को भागते

कविता/ वतन छोड़ परदेस को भागते

देश पूछेगा हमसे कभी न कभी, जब थी मजबूरियाँ, उसने पाला हमें हम थे कमज़ोर जब, तो सम्भाला हमें परवरिश की हमारी बड़े ध्यान से…

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कविता निगाहें

निगाहें

स्टेशन की सीढियां चढ़ते हुए हर रोज़ रास्ता रोक लेती हैं कुछ निगाहें अजीब से सवाल करती हैं और मैं नज़रें बचाते हुए हर बार…

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राजनीति बिजली के खेल से किसानों की तबाही ।

बिजली के खेल से किसानों की तबाही ।

पावर हब प्रदेश में पावर का खेल, बलौदा बाजार में ब्लड कैंसर के मामले बढे । जांजगीर-चांपा, कोरबा, रायगढ, सरगुजा, अंबिकापुर जैसे वनाच्छादित जगहों पर…

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राजनीति बिजली गिरी, जोगी अब तेरा सहारा

बिजली गिरी, जोगी अब तेरा सहारा

शाबाश रमन सिंह जी । बहुत ही शातिराना चाल चल रहे हो आम जनता के साथ । पहले विपक्ष को अपने साथ मिला लिये फिर…

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समाज ये है हमारे देश का धार्मिक चरित्र-दलित रिटायर हुआ तो रूम को गोमूत्र से धोया!

ये है हमारे देश का धार्मिक चरित्र-दलित रिटायर हुआ तो रूम को गोमूत्र से धोया!

डॉ. पुरुषोत्तम मीणा ‘निरंकुश’ केरल तिरूअनंतपुर से एक खास खबर है, कि ‘‘दलित रिटायर हुआ तो रूम को गोमूत्र से धोया’’ जिसे इलेक्ट्रोनिक मीडिया और…

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राजनीति अन्ना हजारे तुम इतने टेढ़े क्यों हो ?

अन्ना हजारे तुम इतने टेढ़े क्यों हो ?

अन्ना हजारे भले हैं और जो मन में आता है उसे बिना लाग लपेट के बोलते हैं। उनकी इस साफ़गोई पर कोई भी कुरबान हो…

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प्रवक्ता न्यूज़ मात्र-ज़न-लोकपाल विधेयक से ’भ्रष्टाचारमुक्त भारत’ क्या सम्भव है?

मात्र-ज़न-लोकपाल विधेयक से ’भ्रष्टाचारमुक्त भारत’ क्या सम्भव है?

श्रीराम तिवारी   यह स्मरणीय है कि अपने आपको गांधीवादी कहने वाले कुछ महापुरुष पानी पी-पीकर राजनीतिज्ञों को कोसते हैं, जबकि गांधीवादी होना क्या अपने-आप…

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विविधा परिवर्तन की आंधी चली

परिवर्तन की आंधी चली

बृजनन्दन यादव भ्रष्टाचार और लोकपाल विधेयक पर अन्ना हजारे के आमरण अनशन से देश में एक नई चेतना का संचार हो रहा है। निश्चित ही…

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विविधा अलग और अनूठा रहा हजारे आन्दोलन

अलग और अनूठा रहा हजारे आन्दोलन

शादाब जफर ”शादाब” मैं अकेला ही चला था जानिब-ए-मंजिल मगर, लोग साथ आते गये और कॉरवा बनता गया। इन पंक्तियो को मशहूर गॉधीवादी समाजसेवी अन्ना…

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विविधा अन्ना, आई मस्ट सैल्यूट यू

अन्ना, आई मस्ट सैल्यूट यू

लिमटी खरे सवा अरब की आबादी है जो भारत के भूमण्डल में निवास करती है। सवा सौ साल पुरानी कांग्रेस जिसने भारत वर्ष पर आजादी…

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विविधा भ्रष्टों को अन्ना के अनशन से होना चाहिए शर्मसार

भ्रष्टों को अन्ना के अनशन से होना चाहिए शर्मसार

लिमटी खरे अमेरिकी मूल के गोरे लेखक जोसेफ लेलीवेल्ड की किताब में महात्मा गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई हैं। कहा गया है कि बापू…

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