सुरक्षा बलों पर राजनीति करने से बचिए ‘सरकार’
Updated: December 18, 2011
नीरज कुमार दुबे पश्चिम बंगाल में वामपंथियों के सशस्त्र कैडरों को निहत्था करने और केंद्रीय सुरक्षा बलों के कथित दुरुपयोग के आरोपों पर जो राजनीति…
Read more
कांग्रेस का नया संविधान
Updated: December 18, 2011
विजय कुमार 25 साल में एक पीढ़ी बदल जाती है। पुरानी पीढ़ी वाले नयों को अनुशासनहीन मानते हैं, तो नये लोग पुरानों को मूर्ख। हजारों…
Read more
कविता/ नक्सलवाद
Updated: December 18, 2011
भाई को भाई के खिलाफ खड़ा कर दिया और सलवा-जुडूम हो गया। कल रात जरा सी बात पर शहर में हुजूम हो गया॥ सरकारी मुनसिब…
Read more
‘तीस मार खान’ में चोरी-डकैती
Updated: December 18, 2011
डॉ. मनोज चतुर्वेदी दर्शकों को अभी कुछ ही माह पूर्व फिल्म ‘दबंग’ देखने का अवसर मिला था। उस फिल्म में ‘लवंडा बदनाम हुआ’ के तर्ज…
Read more
‘इसी लाइफ में’ मौज-मस्ती
Updated: December 18, 2011
डॉ. मनोज चतुर्वेदी कॉलेज लाइफ पर बनने वाली फिल्मों में ‘स्टाइल’, ‘मुहब्बतें’, ‘हासिल’, ‘इश्क-विश्क’ और ‘थ्री इडियट्स’ जिसमें किस प्रकार युवा पीढ़ी सामंती मूल्यों से…
Read more
‘बॉम्बे टू इंडिया’ में क्षेत्रीयता की बू
Updated: December 18, 2011
डॉ. मनोज चतुर्वेदी क्षेत्रीयता, जातिवाद, भाषावाद और संकिर्ण राष्ट्रीयता एक ऐसे विषय हैं जो मानवता को कलंकित करते हैं। यह इसलिए संभव हो सका है…
Read more
सत्य की जन्मतिथि नहीं होती
Updated: December 18, 2011
हृदयनारायण दीक्षित सत्य सदा से है, सनातन है, चिरंतन है। गीता भारतीय अनुभूति का सत्यदर्शन है। पिछले सप्ताह (17 दिसम्बर) गीता जयंती के उल्लास थे।…
Read more
दुख का बोध और योगसिद्धि का आनंद
Updated: December 18, 2011
हृदयनारायण दीक्षित दुख और सुख सामान्य संसारी अनुभव हैं लेकिन ‘दुख की संरचना का बोध’ सौभाग्यशाली अनुभूति है। यही बोध कपिल को हुआ था, दुख…
Read more
माननीय प्रधानमंत्री जी, जनता की आवाज़ सुनो…
Updated: December 18, 2011
श्रीराम तिवारी लगभग १५० साल पूर्व महान अर्थशास्त्री, समाजशास्त्री और दार्शनिक कार्ल मार्क्स ने अपने विश्व विख्यात ग्रन्थ ”दास कैपिटल” में एक स्थापना दी थी,…
Read more
ये है दिल्ली मेरी जान
Updated: December 18, 2011
लिमटी खरे उपजिलाधीश ने किया चिदम्बरम को कटघरे में खड़ा! केंद्रीय गृह मंत्री पलनिअप्पम चिदम्बरम भले ही नक्सलवाद के लिए संजीदा होने का दावा कर…
Read moreवेब पत्रकारिता : चुनौतियाँ एवं संभावनाएँ- तिलक राज रेलन
Updated: December 18, 2011
[हो सकता है मेरे आलेख का पूर्वार्ध विषयांतरण लगे किन्तु देश की दशा व दिशा सहित, दुष्टता की पराकाष्ठा व परिस्थिति की विकरालता की पृष्ठ…
Read more
गाँधीगिरी बनाम आतंकवाद
Updated: December 18, 2011
एल.आर. गाँधी निरंतर पिटने और कौक्रोच पालने को हमने अपना राष्ट्रीय व्यसन बना लिया है। कोई एक गाल पर मारे तो अपना दूसरा गाल उसके…
Read more