प्रवक्ता न्यूज़ सूचनाएं आ रही हैं हमें आईना दिखाने

सूचनाएं आ रही हैं हमें आईना दिखाने

खबरें रोकी नहीं जा सकतीं क्योंकि उन्होंने अपनी आजादी के रास्ते तलाश लिए हैं – संजय द्विवेदी सूचनाएं अब मुक्त हैं। वे उड़ रही हैं…

Read more
महिला-जगत मित्रता का स्त्रीवादी मर्म

मित्रता का स्त्रीवादी मर्म

-विजया सिंह समस्त मानवीय संबंधों में मित्रता सबसे महत् संबंध है। यह साथ, साहचर्य, सहयोग, पारस्परिकता एवं स्वतंत्रता पर आधारित विशुध्द रूप से सकारात्मक संबंध…

Read more
आलोचना साहित्यिक मजमेबाजी के प्रतिवाद में

साहित्यिक मजमेबाजी के प्रतिवाद में

-जगदीश्‍वर चतुर्वेदी एक जमाना था हिन्दी साहित्य में य़थार्थ का चित्रण होता था। विचारधारात्मक बहसें होती थीं। नए मानकों पर आलोचना लिखी जाती थी। इन…

Read more
राजनीति गरीब जनता पर निर्मम प्रहार कर रहे हैं नक्‍सलवादी

गरीब जनता पर निर्मम प्रहार कर रहे हैं नक्‍सलवादी

-श्रीराम तिवारी ४०-४५ साल पहले नक्सलबाड़ी से शुरू हुआ नक्सल संघर्ष आज आधे भारत में फ़ैल चुका है. छतीसगढ़, झारखंड, आन्ध्र प्रदेश, बिहार, बंगाल, महाराष्ट्र,…

Read more
धर्म-अध्यात्म भगवान महावीर स्‍वामी

भगवान महावीर स्‍वामी

-अनिमेष जैन देश काल की परिस्थितियाँ सदा एक सी नहीं रहती। समय सदा ही परिवर्तनशील रहा है उत्थान और पतन का क्रम भी निरंतर रहा…

Read more
विविधा एक थॉमस बनाम पूरा हिन्दुस्तान

एक थॉमस बनाम पूरा हिन्दुस्तान

अनिल त्यागी कहावत पुरानी है कि अकेला चना भाड नहीं फोड सकता। मानने में कोई बुराई भी नहीं पर क्या करे बहस जो छेडनी है।…

Read more
राजनीति जिस इंद्रेश को मैं जानती हूं वे ऐसे तो नहीं हैं

जिस इंद्रेश को मैं जानती हूं वे ऐसे तो नहीं हैं

रीता जायसवाल राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार जी का नाम अजमेर ब्लास्ट से जोड़े जाने को लेकर पिछले काफी दिनों से मैं…

Read more
विश्ववार्ता कलम की ताकत के आगे महाशक्ति बेबस

कलम की ताकत के आगे महाशक्ति बेबस

मो. इफ्तिखार अहमद मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने लिखा था, खींचो न कमानों को न तलवार निकालो, जब तोप मुकाबिल हो तो अखबार निकालो। विकीलीक्स…

Read more
विविधा श्रद्धांजलि/ममतामयी उषा दीदी

श्रद्धांजलि/ममतामयी उषा दीदी

– विजय कुमार मां का हृदय सदा ही ममता से भरा होता है; पर अपने बच्चों के साथ अन्य बच्चों को भी वैसा ही स्नेह…

Read more
व्यंग्य हास्य-व्यंग्य / सत्यवीरजी के झूठे बयान

हास्य-व्यंग्य / सत्यवीरजी के झूठे बयान

पंडित सुरेश नीरव सत्यवीरजी का दावा है कि वे कभी झूठ नहीं बोलते और उनके जाननेवालों का दावा है कि सत्यवीरजी से बड़ा झूठा उन्होंने…

Read more
व्यंग्य क्या फायदा बड़े होने में

क्या फायदा बड़े होने में

-पंडित सुरेश नीरव ये छोटेपन का दौर है। कभी छुटपन में पढ़ा था कि बड़ा हुआ तो क्या हुआ,जैसे पेड़ खजूर..मगर अब जब बड़े हुए…

Read more
राजनीति ये कैसी पत्रकारिता है

ये कैसी पत्रकारिता है

-जगमोहन आज़ाद पिछले दिनों दिल्ली में पत्रकारिता में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए दिशा निर्देशों की ज़रूरत है और संपादक उद्योगजगत और नेताओं के दबाव…

Read more