राजनीति वामपंथी व्याधि और उपचार

वामपंथी व्याधि और उपचार

-शंकर शरण जैसे पूरी पृथ्वी पर कोरियोलिस इफेक्ट एक समान है, और नदियों का बहाव इस तरह होता है कि सदैव दाहिना किनारा कटता और…

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राजनीति भारत में कम्युनिस्टों को जनता क्यों प्यार करती है ?

भारत में कम्युनिस्टों को जनता क्यों प्यार करती है ?

-जगदीश्‍वर चतुर्वेदी इधर एक पाठक ने पूछा है कि पश्चिम बंगाल-केरल में कम्युनिस्ट सत्ता में कैसे आते हैं ? मैं खासकर पश्चिम बंगाल के संदर्भ…

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वर्त-त्यौहार दुर्गापूजा के बहाने स्त्री संस्कृति की खोज- हम व्रत क्यों करते हैं?

दुर्गापूजा के बहाने स्त्री संस्कृति की खोज- हम व्रत क्यों करते हैं?

-जगदीश्‍वर चतुर्वेदी इन दिनों पश्चिम बंगाल देवी-पूजा में डूबा हुआ है। चारों कोलकाता शहर में देवीमंडप सजे हैं। जिनमें नवीनतम कला रूपों का कलाकारों-मूर्तिकारों ने…

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विविधा फिर भी क्यों भूखा है भारत ?

फिर भी क्यों भूखा है भारत ?

अन्न प्रबंधन और कुपोषण की चुनौतियों से जूझने कारगर कदम उठाएं – संजय द्विवेदी अनाज गोदामों में भरा हो और भुखमरी देश के गांव, जंगलों…

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राजनीति कम्युनिस्टों को ताकत कहां से मिलती है ?

कम्युनिस्टों को ताकत कहां से मिलती है ?

-जगदीश्‍वर चतुर्वेदी हमारे भारत में अनेक लोग हैं जो कम्युनिस्टों की बुराईयों को जानते हैं लेकिन अच्छाईयों को नहीं जानते। वे यह भी नहीं जानते…

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विविधा बिहार हाशिए पर क्‍यों?

बिहार हाशिए पर क्‍यों?

-अनिल दत्त मिश्र बिहार का अतीत गौरवशाली रहा है। मौर्य साम्राज्य, कौटिल्य का ‘अर्थशास्त्र’, नालंदा विश्वविद्यालय, विक्रमशिला विश्वविद्यालय, जैन-बौध्द धर्म का उदय, स्वतंत्रता संग्राम में…

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राजनीति सलवा-जुडूम की खामोश बिदाई

सलवा-जुडूम की खामोश बिदाई

-पंकज चतुर्वेदी नक्सल समस्या से जूझने के लिए तैयार की गयी सलवा–जुडूम नाम की सामाजिक दीवार का इस तरह धीरे धीरे धसक जाना बहुत ही…

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विविधा दिल्ली के तिलस्म को ललकारता भयावह सच

दिल्ली के तिलस्म को ललकारता भयावह सच

-बंशीधर मिश्र एक तरफ वैभव का विराट सम्मेलन हो, उसमें गोते लगाते तमाम देशी-विदेशी मेहमान हों और दूसरी तरफ, भूख से बिलबिलाते बच्चे हों, बाढ़…

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विविधा भारत की यह मजबूरी है, भ्रष्टाचार जरूरी है

भारत की यह मजबूरी है, भ्रष्टाचार जरूरी है

-लिमटी खरे एक समय में सामाजिक बुराई समझे जाने वाले भ्रष्टाचार ने आजाद हिन्दुस्तान में अब शिष्टाचार का रूप धारण कर लिया है। बिना रिश्वत…

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विविधा भारतीय पुरातत्व एवं तोजो इंटरनेशनल की विश्वसनीयता

भारतीय पुरातत्व एवं तोजो इंटरनेशनल की विश्वसनीयता

-विजय कुमार अयोध्या प्रकरण पर प्रयाग उच्च न्यायालय की विशेष पीठ द्वारा 30 सितम्बर को दिये गये निर्णय पर अपने-अपने चश्मे के अनुसार विभिन्न दल,…

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विविधा प्रवक्ता डॉट कॉम के दो साल पूरे होने पर ऑनलाइन लेख प्रतियोगिता

प्रवक्ता डॉट कॉम के दो साल पूरे होने पर ऑनलाइन लेख प्रतियोगिता

‘प्रवक्ता डॉट कॉम’ वेब पत्रकारिता का चर्चित मंच व वैकल्पिक मीडिया का प्रखर प्रतिनिधि है। इसकी शुरूआत 16 अक्टूबर, 2008 को हुई थी। ‘प्रवक्‍ता’ का…

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राजनीति कम्युनिस्ट जनता के दोस्त हैं

कम्युनिस्ट जनता के दोस्त हैं

-जगदीश्‍वर चतुर्वेदी हमारे देश में ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो आए दिन पानी पी-पीकर कम्युनिस्टों और मार्क्सवाद को गरियाते रहते हैं। कम्युनिस्ट विरोधी…

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