
शासन व प्रशासन को चुनौती देती प्रलयकारी बारिश व बाढ़
Updated: December 23, 2011
-निर्मल रानी ग्रीष्म ऋतु में जब सूर्यदेवता अपने प्रचंड तेवर दिखाते हैं उस समय जनता उनके इस प्रकोप से त्राहि- त्राहि करने लग जाती है।…
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जातिमुक्त समाज की जरुरत
Updated: December 23, 2011
-आर. एल. फ्रांसिस जनगणना में जाति को शामिल किया जाए या नहीं, इस बात का निर्णय करने के लिए संप्रग सरकार ने मंत्रियों के एक…
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पानी पर पाकिस्तान का झूठा प्रलाप
Updated: December 23, 2011
– पंकज चतुर्वेदी दुनियाभर में पानी का उपयोग जितना बढ़ रहा है उससे ज्यादा गति से दुनिया में जनसंख्या बढ़ रही है, और धीरे-धीरे दुनियाभर…
Read moreइट्ज ओनली हैप्पन इन इंडिया
Updated: December 23, 2011
-नवीन देवांगन लो एक और इंसान का जीते जी एक और मंदिर बन कर तैयार है। हमारी भावी पीढ़ी नारियल फूल माला ले कर इस…
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ये है दिल्ली मेरी जान/हीरामन को हरा बाजी मार ही ले गया पाल
Updated: December 23, 2011
-लिमटी खरे पुरानी कहावतें और मुहावरे यूं ही नहीं बने थे, उनके पीछे निहितार्थ को समझना होगा। न जाने कब से किस काल से लोग…
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भयावह लगने लगी है आने वाले कल की तस्वीर
Updated: December 23, 2011
-लिमटी खरे दुनिया की आबदी जिस द्रुत गति से बढ रही है, उसे देखकर यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा कि आने वाले समय की कल्पना…
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दाल-रोटी का टूटता जोड़ा और बढ़ता कुपोषण
Updated: December 23, 2011
-रमेश कुमार दुबे दलहनों की पैदावार बढ़ाने के लिए लगभग दो दर्जन योजनाओं की असफलता के बाद केंद्र सरकार ने सीधे किसानों को ज्यादा कीमत…
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माओवादी आतंकवाद सबसे बड़ा संकट : संजय द्विवेदी
Updated: December 23, 2011
भारतीय लोकतंत्र में नक्सली हिंसा पर व्याख्यान पटना। माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय, भोपाल के जनसंचार विभाग के अध्यक्ष संजय द्विवेदी का कहना है कि माओवादी…
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सेना के अधिकार छीनकर देश को कमजोर करने के प्रयास
Updated: December 23, 2011
– डॉ. मयंक चतुर्वेदी भारत की आजादी के बाद से लेकर आज तक ऐसा कोई दिन नहीं गया जिसे जम्मू-कश्मीर के सन्दर्भ में शाँति का…
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मार्कण्डेय : जीवन के बदलते यथार्थ के संवेगों का साधक
Updated: December 23, 2011
-अरुण माहेश्वरी ‘निर्मल वर्मा की कहानियों में लेखकीय कथनों की एक कतार लगी हुई है। जहां जरा-सा गर्मी-सर्दी लगी कि कमजोर बच्चों को छींक आने…
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मानव अधिकार की तलाश में ग्रामीण समाज
Updated: December 23, 2011
-आलोक कुमार यादव ”विविधताओं में एकता ” को सदियों से अक्षुण्य बनायें रखनें वाला विश्व में एकमात्र ”भारतीय समाज” है। भारतीय समाज विश्व के अन्य…
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यौनाचार का प्रायोजित व्यापार
Updated: December 23, 2011
– डॉ. राजेश कपूर, पारम्परिक चिकित्सक हथियार बेचकर अरबपति बने विदेशी व्यापारी वासना का व्यापार करने से कब बाज आने वाले थे। लगे हाथ भारत…
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