राजनीति नक्सलवादी या उनके समर्थक – सुकारू के हत्यारे कौन? – राजीव रंजन प्रसाद

नक्सलवादी या उनके समर्थक – सुकारू के हत्यारे कौन? – राजीव रंजन प्रसाद

तब एसी मनहूसियत हवाओं में नहीं थी। उससे मैं पहली बार पुरानी बचेली के बाजार में मिला था जहाँ मुर्गे लडाये जाते थे। बडा जबरदस्त…

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राजनीति फिर 50 निर्दोष लोगों के लाशों के ढेर लगा दिए नक्‍सलियों ने

फिर 50 निर्दोष लोगों के लाशों के ढेर लगा दिए नक्‍सलियों ने

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में फिर भीषण नक्‍सली हमला। नक्‍सलियों ने एक बस को बम से उडाकर पचास निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतार दिया।…

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प्रवक्ता न्यूज़ भैरोंसिंह शेखावत की स्‍मृति में व्‍याख्‍यानमाला

भैरोंसिंह शेखावत की स्‍मृति में व्‍याख्‍यानमाला

भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्‍ट्रीय प‍त्रकारिता एवं संचार विश्‍वविद्यालय, भोपाल में सोमवार को पूर्व उपराष्‍ट्रपति एवं लोकप्रिय जननेता श्री भैरोंसिंह शेखावत की स्‍मृति में शोक-सभा का…

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राजनीति शेखावत की अंतिम यात्रा में उम़डा जनसैलाब

शेखावत की अंतिम यात्रा में उम़डा जनसैलाब

जयपुर। पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत को जयपुर में अश्रुपूरित नेत्रों से अंतिम विदाई दी गई। उनकी शवयात्रा रविवार सुबह 10:35 बजे सिविल लाइंस स्थिति उनके…

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धर्म-अध्यात्म किसे कहते हैं वास्तविक ‘धर्म’

किसे कहते हैं वास्तविक ‘धर्म’

-तनवीर जाफरी चाहे वह सऊदी अरब में पवित्र काबा हो या इराक में नजफ़ और करबला जैसे पवित्र स्थलों में बनी हारत अली व हारत…

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मीडिया टी. आर. पी. के खेल का सच

टी. आर. पी. के खेल का सच

-सतीश सिंह आज टी.आर.पी. यानि टेलीविजन रेटिंग प्वाइंट सभी टेलीविजन चैनलों के लिए दिल की धड़कन है। हिंदी में इसे आप दर्शक मीटर भी कह सकते…

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राजनीति दिग्गी की नजरें 7, रेसकोर्स पर

दिग्गी की नजरें 7, रेसकोर्स पर

-लिमटी खरे नई दिल्ली 17 मई। सवा सौ साल पुरानी कांग्रेस में आने वाले दो वर्षों में नेतृत्व परिवर्तन का रोडमेप तैयार होने लगा है।…

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साहित्‍य स्त्री आत्मकथा का लक्ष्य है न्याय की तलाश

स्त्री आत्मकथा का लक्ष्य है न्याय की तलाश

-जगदीश्‍वर चतुर्वेदी ‘अन्या से अनन्या’ का मूल स्वर स्त्रीवादी है। स्त्रीवाद का लक्ष्य आत्मसंतोष या आनंद देना नहीं है बल्कि उसका लक्ष्य है न्याय। प्रभा…

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राजनीति जनमत का रुख मोड देते थे शेखावतजी

जनमत का रुख मोड देते थे शेखावतजी

-पंकज झा   भैरों सिंह शेखावत जी के निधन ने लोकतंत्र के वास्तविक जनाधार को समेट कर रखने वाले, बिना किसी समझौता के जनमत का…

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खेत-खलिहान जैविक खेती, प्राकृतिक ऊर्जा और लघु उद्योगों से खुशहाल होंगे गांव

जैविक खेती, प्राकृतिक ऊर्जा और लघु उद्योगों से खुशहाल होंगे गांव

– श्री कुप्.सी.सुदर्शन, निवर्तमान सरसंघचालक, रा.स्व.संघ खेती में रासायनिक खाद का प्रयोग बंद करना समय की मांग है, क्योंकि वह भूमि एवं मनुष्य दोनों के स्वास्थ्य…

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खेत-खलिहान मोटे अनाजों की खेती का महत्व

मोटे अनाजों की खेती का महत्व

-शशांक कुमार राय एक समय था जब भारत की कृषि–उत्पादन प्रणाली में काफी विविधता देखने को मिलती थी। गेहूं, चावल, जौ, राई, मक्का, ज्वार, बाजरा…

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पुस्तक समीक्षा स्त्री आत्मकथा के अनुत्तरित सवाल

स्त्री आत्मकथा के अनुत्तरित सवाल

-जगदीश्‍वर चतुर्वेदी हिन्दी का साहित्य संसार करवट बदल रहा है, धड़ाधड़ हिन्दी लेखिकाएं अपनी आत्मकथा लिख रही हैं, कहीं ये कथाएं अंशों में आ रही…

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