समाज सब ‘सभ्य’ – हम, हमारा समाज और मीडिया

सब ‘सभ्य’ – हम, हमारा समाज और मीडिया

लेखक- अम्बा चरण वशिष्ठ ठीक ही तो कहते हैं कि किसी सभ्य समाज में फांसी की सज़ा उस समाज के नाम पर एक कलंक है।…

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पर्यावरण सरस्वती को धरती पर लाने की कवायद

सरस्वती को धरती पर लाने की कवायद

लेखिका- फ़िरदौस ख़ान हरियाणा में आदि अदृश्य नदी सरस्वती को फिर से धरती पर लाने की कवायद शुरू कर दी गई है। इसके लिए राज्य…

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महत्वपूर्ण लेख आरक्षण का सामाजिक जीवन में महत्व

आरक्षण का सामाजिक जीवन में महत्व

रमेश पतंगे समता के विषय में इसाप की एक सुंदर कथा है। एक बार जंगल में शेर, सियार, भेड़िया और जंगली गधा इन चारों ने…

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राजनीति राष्ट्रवाद बनाम महा-राष्ट्रद्रोह

राष्ट्रवाद बनाम महा-राष्ट्रद्रोह

लेखक- जयराम दास देश के छ: राज्‍यों में चुनावी रणभेरी बज चुकी है। चुंकि मुख्यधारा के चार राज्‍यों में मोटे तौर पर भाजपा बनाम कांग्रेस…

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महत्वपूर्ण लेख विदेशी भाषा और भारतीय भाषाओं के मीडिया की प्राथमिकताएं

विदेशी भाषा और भारतीय भाषाओं के मीडिया की प्राथमिकताएं

लेखक : डा. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री भारत में मीडिया की दो समांतर धाराएं प्रत्यक्ष दिखाई देती हैं। एक धारा है विदेशी भाषा के मीडिया की…

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विधि-कानून सूचना का अधिकार और पारंपरिक जनसमाज

सूचना का अधिकार और पारंपरिक जनसमाज

लेखिका- डा. स्मिता मिश्र लोकतांत्रिक व्यवस्था को समृद्ध और सुरक्षित बनाने के लिए नागरिकों के अधिकारों में एक और अधिकार जुड़ गया है; `सूचना पाने…

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साहित्‍य रंगभूमि का नायक

रंगभूमि का नायक

लेखक- विकास कौशिक मैं मुन्ना भाई नहीं हूं…मुझे मेरे सामने जीते जागते महात्मा गांधी नजर नहीं आते…लेकिन सच कहूं…सपने में मुंशी प्रेमचंद से मेरी मुलाकात…

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महत्वपूर्ण लेख हिन्दी पत्रकारिता के भविष्य की दिशा

हिन्दी पत्रकारिता के भविष्य की दिशा

लेखक- डा. कुलदीप चन्द अग्निहोत्री आज जब हम हिन्दी पत्रकारिता की बात करते हैं तो यह जानकर आश्चर्य होता है कि शुरूआती दौर में यह…

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धर्म-अध्यात्म हिन्दुत्व…एक दृष्टि और जीवन पध्दति

हिन्दुत्व…एक दृष्टि और जीवन पध्दति

क्या हिंदुत्व को सच्चे अर्थों में धर्म कहना सही है? इस प्रश्न पर उच्चतम न्यायालय ने -‘शास्त्री यज्ञपुरूष दासजी और अन्य रूदि्ध मूलदास भूरदास वैश्य…

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कला-संस्कृति सांस्कृतिक राष्ट्रवाद

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद

भारतीय संस्कृति विश्व की प्राचीनतम समुन्नत संस्कृतियों में से एक है। इसकी सुदीर्घ परंपरा में अनेक मनीषी विद्वानों, मंत्र द्रष्टा ऋषियों तथा तत्ववेत्ता मुनियों के..

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महत्वपूर्ण लेख आपका व्यवहार और जीवन दृष्टि

आपका व्यवहार और जीवन दृष्टि

लेखक- तरूण विजय बहुत आसान है वेद, पुराण, मनुस्मृति और अन्य शास्त्रीय ग्रंथ उठाकर सामने रखना और कहना कि इनमें कहीं भी अस्पृश्यता को मान्य…

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आर्थिकी क्या यह आर्थिक मॉडल वास्तव में भारतीय है?

क्या यह आर्थिक मॉडल वास्तव में भारतीय है?

लेखक- एस. गुरूमूर्ति इस लेख के शीर्षक-प्रश्न के उत्तर की पुष्टि व्यावहारिक प्रमाणों व वैचारिक तर्कों दोनों से देनी होगी और देनी भी पड़ेगी। व्यावहारिक…

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